छिंदवाड़ा में जिला प्रशासन का बड़ा एक्शन : 54 बेसमेंट की 102 दुकानों पर जड़वा दिए ताले, विरोध में धरने पर बैठे महापौर और निगम अध्यक्ष
पार्किंग की अनुमति के बेसमेंट में चल रहे होटल, रेस्टारेंट, बैंक ,कोंचिंग और दुकाने
♦छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश –
पार्किंग की व्यवस्था से वंचित छिंदवाड़ा शहर में जिला प्रशासन ने बुधवार को बड़ा एक्शन लिया है। प्रशासन ने एक ही दिन में शहर के बाजार क्षेत्रो में बने 54 बेसमेंट सील कर बेसमेंट में बनी 102 दुकानों में ताले जड़वा दिए हैं। ये बेसमेंट बिल्डिंग नक्शे में पार्किंग स्थल दर्शाकर बनवाए गए थे। जिनका पार्किंग की जगह व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा था।कार्रवाई से शहर का व्यवसाय और राजनीतिक जगत हिल गया है।
हालात यहां तक आ पहुंचे कि प्रशासन के इस एक्शन के खिलाफ नगर निगम महापौर विक्रम अहके और निगम अध्यक्ष सोनू मांगों प्रभावित व्यवसाइयों के साथ शनिचरा बाजार में धरने पर बैठ गए थे। नेताओ का कहना था कि जिला प्रशासन ने ना उन्हें विस्वास में लिया और ना ही व्यवसाइयों को और सीधा ही एक्शन बोल दिया है।
दरअसल जिला प्रशासन पिछले एक महीने से लगातार शहर मे बने व्यावसायिक स्थलों के बेसमेंट की जांच करा रहा था। इस जांच का उद्देश्य यह था कि बेसमेंट के मालिकों ने पार्किंग के नाम पर बेसमेंट बनाने की अनुमति ली है।लेकिन पार्किंग की जगह बेसमेंट में दुकाने खुलवा दी है। बेसमेंट में माल ,बैंक कोचिंग, होटल, रेस्टारेंट, कैफे ,लैब, जिम से लेकर शॉपिंग जोन तक चल रहे हैं। पार्किंग की जगह व्यावसायिक उपयोग होने से स्थलों की पार्किंग बेसमेंट की जगह सड़को पर हो रही है।
सड़क पर पार्किंग से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था बन नही पा रही है। मुख्य मार्ग से लेकर बाजार की सड़कें पार्किंग के कारण गलिया बन जाती है। सड़क के दोनों और बाजार आने वाले लोगों के ही वाहन खड़े रहते हैं। सड़क पर वाहन की पार्किंग शहर की यातायात व्यवस्था के लिए धब्बा बनी हुई है। जिला प्रशासन एक नही अनेक बार नगर निगम को आदेश दे चुका है कि बेसमेंट की अनुमति केवल पार्किंग के लिए है। इसका पालन करवाया जाए।
नगर निगम ने बेसमेंट के मालिकों को नोटिस दिए थे। समय भी दिया था लेकिन कही भी पार्किंग की व्यवस्था बनी नही। ऐसे में कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने एक बार फिर कार्रवाई के आदेश जारी कर नगर निगम के साथ जिला प्रशासन की टीम को ही शहर में लगा दिया। बुधवार को एस पी मनीष खत्री, ए डी एम के सी बोपचे, एस डी एम सुधीर जैन,निगम कमिश्नर सी पी राय सहित चार टीमो ने मोर्चा संभालकर तालाबंदी की कार्रवाई की।
इस दौरान होटल देव सहित व्यंकटेश माल, रिलायंस माल, सहित 54 बेसमेंट सील किए गए। जब शनिचरा बाजार में कार्रवाई के लिए दल पहुंचा। तब यहां महापौर विक्रम अहके, निगम अध्यक्ष सोनू मांगो सहित पार्षद और व्यापारी धरना पर बैठ गए थे। नेताओ का कहना था कि दीपावली के त्यौहारी सीजन में यह कार्रवाई गलत है। व्यापरियों का नुकसान होगा।
महापौर और निगम अध्यक्ष के धरने पर भी जिला प्रशासन माना नही बल्कि कार्रवाई जारी रही। इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि व्यवस्था के लिए कार्रवाई है। दीपावली सीजन को देखते हुए छोटे व्यवसाइयों को राहत पर प्रशासन विचार कर सकता है लेकिन कार्रवाई जारी रहेगी।
शहर की पार्किंग व्यवस्था का यह सच है कि शहर में नगर निगम ने ना ही कही सार्वजनिक पार्किंग बनवाई है ना ही बिल्डिंग परमीशन में निजी पार्किंग बनवाने में योगदान दिया है। निगम के लिए बिल्डिंग परमीशन आउट सोर्सिंग का बड़ा माध्यम है। सवाल है कि परमीशन देने वाला नगर निगम ही है तो फिर बिना अनुमति बेसमेंट में दुकाने क्यो है ?