छात्रावास में अधीक्षक मिला ना ही शिक्षक और भृत्य भी गायब, सहायक आयुक्त ने तीनों को किया सस्पेंड
मामलक छिंदवाड़ा ट्राइबल के अंबाडा आश्रम का मामला
♦छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश –
आदिवासी विकास विभाग के स्कुलो और छात्रावासों के हाल सुधारे नही सुधर रहे हैं। शुक्रवार को अचानक ही निरीक्षण पर पहुंचे सहायक आयुक्त सत्येंद्र मरकाम जब जुन्नारदेव मार्ग पर अंबाडा के बालक आश्रम पहुंचे तो वहा अधीक्षक मिला ना शिक्षक और ना ही भृत्य। यह छात्रावास भगवान भरोसे था। तीनो को सहायक आयुक्त ने निलम्बित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त सत्येंद्र मरकाम शुक्रवार को अंबाडा वालक आश्रम निरीक्षण पर गए थे। निरीक्षण की खबर कर्मियों को नही थी। जब सहायक आयुक्त आश्रम पहुंचे तो आश्रम ने बालक तो थे लेकिन आश्रम में ना अधीक्षक था ना ही शिक्षक और ना ही भृत्य। सहायक आयुक्त ने बच्चों से बात की उनके भोजन, मेडिकल और आश्रम में सामग्री का निरीक्षण किया । तीनो की अनुपस्थिति पर सहायक आयुक्त ने तीनों को ही निलम्बित कर दिया है।
निरीक्षण से लौटकर शाम को जिला कार्यालय से अंबाडा आश्रम के अधीक्षक राकेश रोतीया, शिक्षक बबिता मेश्राम और भृत्य राजेश पांड्या के निलंबन का आदेश उन्होंने जारी किया है। सहायक आयुक्त ने बताया कि छात्रावास, आश्रम और स्कुलो के निरीक्षण का अभियान जारी रहेगा। वे स्वयं तो निरीक्षण पर जाएंगे ही जल्द ही जिला मुख्यालय से उड़न दस्ता भी आकस्मिक निरीक्षण पर होगा। इस दौरान लापरवाही सामने आने पर ना केवल वेतन वृद्धि , प्रमोशन, सस्पेंड बल्कि ब्रेक इन सर्विस की भी कार्रवाई हो सकती है।