अंधे कत्ल का पर्दाफाश: लोन की किश्त से बचने फाइनेंस कंपनी के फील्ड आफिसर की हत्या, जुन्नारदेव के झरना गांव के तीन युवाओ ने दिया हत्या को अंजाम, 54 हजार नगद भी लूट लिए
अपराध छिपाने बोरी में बंद कर कोहिल्या के जंगल मे फेंक दिया था अमरवाड़ा के अजय मालवी का शव
♦छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश –
छिंदवाड़ा में कार्यरत स्पंदना स्फूर्ति फाईनेन्शियल लिमिटेड कम्पनी के जुन्नारदेव फील्ड आफिसर अमरवाड़ा निवासी अंजय मालवी के अंधे कत्ल का पुलिस ने पर्दाफाश कर तीन आरोपियों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने 48 घंटे में आरोपियों को ढूंढ निकाला। आरोपियों ने कंपनी से लोन लिया था और जब लोन की किश्त लेने अजय मालवी आरोपियों के पास गया था। तब आरोपियों ने किश्त तो नही दी उल्टे ना केवल उसकी हत्या कर दी बल्कि उसके पास बैग में रखे 54 हजार नगद भी लूट लिए थे। तीन युवकों ने मिलकर लोन की की किश्त से बचने हत्या को अंजाम दिया था।
पुलिस कंट्रोल रूम छिंदवाड़ा में एस पी मनीष खत्री ने बताया कि फाइनेंस कंपनी के फील्ड आफिसर 22 साल के अजय का शव गत 5 अक्टूम्बर को जुन्नारदेव के कोहिल्या के जंगल मे मिला था। उसके हाथ – पैर बंधे हुए थे। पुलिस ने हत्या का अपराध दर्ज कर विवेचना में लेकर जांच शुरू की तो आरोपियों तक पहुंचने में देर नही लगाई । जुन्नारदेव थाना की टीम ने 48 घंटे में ही आरोपियों को धरदबोचा है। जुन्नारदेव के ही ग्राम झरना निवासी विकास वर्मा, यूसुफ अंसारी और हर्ष भन्नारे ने योजना बनाकर अजय मालवी की हत्या को अंजाम दिया था।
विकास वर्मा ने स्पंदना स्फूर्ति फाईनेन्शियल लिमिटेड कम्पनी शाखा जुन्नारदेव से स्वयं और मित्रो सहित ग्रामीणों के नाम पर लोन स्वीकृत कराया था। कंपनी ने लोन दिया था और लोन के किश्त की वसूली की जवाबदारी फील्ड आफिसर अजय मालवी को दी थी। अजय मालवी जुन्नारदेव, दमुआ ,झिरना सहित आस – पास के गांव में लोन रिकव्हरी के लिए जाते थे। तीनो आरोपियों ने अजय मालवी को 2 अक्टूबर को किश्त देने के लिए विकास वर्मा के खेत के कोठे में बुलाया था। जब अजय यहां पहुंचा तब तीनो ने मिलकर किश्त चुकाने से बचने के लिए कमरा बन्द कर अजय के साथ मारपीट की उसके हाथ – पैर बंधे और गला घोंटकर हत्या कर दी।
तीनो आरोपियों ने अपराध छिपाने के लिए उसके शव को बोरे में बंद किया और जुन्नारदेव के ही कोहिल्या के जंगल मे फेक दिया था। आरोपियों ने अजय के पास बैग में रखे 54 हजार नगद भी लूट लिए थे। उसका बैग जंगल मे ही फेंक दिया था और उसकी बाइक भी छिपा दी थी। पुलिस टीम ने आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ कर हत्याकांड का ना केवल खुलासा किया बल्कि आरोपियों के पास से अजय के बैग से निकाले गए 54 हजार और बाइक भी जब्त कर ली है। अजय का शव मिलने पर जुन्नारदेव थाना में अपराध क्रमांक 366/2024 धारा 103(1),238 BNS का पंजीबद्ध किया गया था। मामले का खुलासा होने के बाद अब आरोपियों पर हत्या का षड्यंत्र और लूट की धारा बढ़ा दी गई है।
कांफ्रेंस में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह , एस डी ओ पी जुन्नारदेव राजेश बंजारे , जुन्नारदेव टी आई राकेश बघेल भी मौजूद थे। अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर आरोपियों को अरेस्ट करने में निरीक्षक राकेश बघेल थाना प्रभारी जुन्नारदेव,निरीक्षक मोहन सिंह मर्सकोले थाना प्रभारी दमुआ,उप निरीक्षक संजय सोनवानी चौकी प्रभारी डुंगरिया,उप निरीक्षक मुकेश डोंगरे थाना जुन्नारदेव,उप निरीक्षक तरूण मरकाम थाना दमुआ ए एस आई नितेश ठाकुर थाना उमरेठ, प्रधान आरक्षक संदीप चौरसिया कपूरचंद ,आरक्षक पाल , अनिल उइके, सागर डेहरिया, सायबर सेल के आदित्य रघुवंशी , नितिन सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही। एस पी मनीष खत्री ने टीम को ना केवल शाबाशी दी बल्कि पुरुस्कृत करने की भी घोषणा की है।
फाइनेंस एसोसिएशन ने जताया आक्रोश ..
फील्ड आफिसर अजय मालवी की हत्या पर छिन्दवाडा फाइनेंस एसोसिएशन ने आक्रोश जताते हुए अजय के हत्यारों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है। एसोसिएशन के सदस्यों ने आज कलेक्ट्रेट पहुंचकर केंद्र और राज्य सरकार सहित जिला और पुलिस प्रशासन के नाम ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में कहा गया है कि फाइनेंस का अधिकारी हो या कर्मचारी लोगो की मदद करते हैं। उन्हें लोन के माध्यम से बिजनेस, आवास ,जीवन सुरक्षा सहित अन्य क्षेत्र में हेल्प करते हैं लेकिन यहां तो फाइनेंस कर्मी का ही जीवन सुरक्षित नही है। छिन्दवाडा में एक माह इस तरह की यह दूसरी घटना है।