छिन्दवाड़ा यूनिवर्सिटी में विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़
विद्यार्थी परिषद ने कुलपति का किया घेराव
खराब रिजल्ट से अधर में विद्यार्थियों का भविष्य.
छिन्दवाड़ा-
चार साल पहले बनाई गई छिन्दवाड़ा यूनिवर्सिटी कामयाब नही हो पाई है उच्व शिक्षा के सपनो की पंख लगने की जगह यहाँ ग्रहण लग गया है चार साल में यूनिवर्सिटी का परफार्म और रिजल्ट इतना खराब है कि छिन्दवाड़ा ही नही यूनिवर्सिटी से जुड़े बैतूल,सिबनी बालाघाट के 132 कॉलेज के विद्यार्थी त्रस्त नजर आते हैं ना समय पर परीक्षा ना रिजल्ट ना पढ़ाई किसी भी मामले में यूनिवर्सिटी आइडियल नही बन पाई है परिणाम आक्रोश.. आक्रोश.. और केवल आक्रोश.
यूनिवर्सिटी की राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय नाम दिया गया है किंतु यहाँ विद्यार्थियों की समस्याओं को हल कर दे ऐसा कोई राजा नही है विश्वविद्यालय सम्मिलित महाविद्यालय हैं और उनमें अध्यनरत हजारो छात्र-छात्राओं को रोज-रोज़ नई-नई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।इसको लेकर यूनिवर्सिटी का कार्यालय विद्यार्थियों के धरना-प्रदर्शन का केंद्र बनकर रह गया है गुरुवार को भी यहां जिले भर के विद्यार्थियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर कुलपति को घेरा है
ये रखी मांगे..
महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने यहां पहुंचकर मांग रखी कि
-विश्वविद्यालय में समस्या निवारण प्रकोष्ठ बनाया जाए
– योग्य प्राध्यापको की नियुक्ति की जाए
-विश्वविद्यालय के पोर्टल में भी बदलाव
-प्रथम द्वितीय तृतीय वर्ष के परीक्षा परिणाम में सुधार
-पेपरों का निशुल्क पूर्ण मूल्यांकन किया जाए
-निर्धारित समय पर परिणाम घोषित किए जाएं
विश्वविद्यालय में शोध केंद्र की स्थापना
मांगे पूरी नही तो 15 दिन बाद फिर आंदोलन
यूनिवर्सिटी में धरना-प्रदर्शन करने वाली अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कहा कि विश्वविद्यालय ने 15 दिनों के भीतर मांगो को पूर्ण नही किया तो फिर आंदोलन होगा
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर परिषद के विभाग संगठन मंत्री मनोज यादव, विभाग संयोजक सुमित भगत, जिला संगठन मंत्री देवेंद्र पनिका, जिला संयोजक उज्जवल पटेल, मोहित डेरिया ,रजनी सोनी, दीक्षा मंदसौर ,संस्कृति तिवारी, नवीन राठौर, कामेष उइके, रोहित डेहरिया, बरसा, मोनिका सहित सैकड़ों की