पोआमा के आधा दर्जन युवक मिलकर कर रहे थे चौरई मार्ग पर लूट, एक के बाद दो घटना के बाद पुलिस ने पकड़ा
दो नाबालिग सहित 6 आरोपी पकड़ाए, 6 हजार नगद ,तीन बाइक और तीन मोबाइल भी जब्त
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा शहर के पोआमा में रहने वाले आधा दर्जन युवक एक राय होकर लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। चौरई मार्ग पर एक के बाद दो लूट की घटनाओं ने पुलिस के कान खड़े कर दिए थे। पुलिस लुटेरों की तलाश में थी जिसमे मार्ग के सी सी टी वी कैमरे खंगालने पर संदिग्ध नजर आ ही गए। इनमे से दो – तीन युवकों को जब पुलिस ने उठाया तो लूट कांड का खुलासा हो गया है।
युवकों ने पहली लूट चारगांव के पास 7 जुलाई को और दूसरी लूट 20 जुलाई को की थी। इसके बाद उनके इरादे नेक नही थे। वे किसी बडी वारदात को भी अंजाम दे सकते थे। 7 जुलाई को अंकित के जन्म दिन पर युवक एकत्र होकर सिहोरा के पास रामेश्वरम धाम गए थे। जहां से रात में लौटते समय पहली घटना को अंजाम दिया और दूसरी बार योजना बनाकर इसी मार्ग पर लूट करने के लिए ही गए थे। पुलिस ने चौरई मार्ग पर चारगांव रेलवे ब्रिज के पास धनोरा के राकेश पाल और सिहोरा माल के समीप छिन्दवाड़ा राजपाल चौक के विशाल मिश्रा के साथ हुई लूट के मामले में एक नाबालिग सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से लूट के 6 हजार नगद सहित तीन बाइक और तीन मोबाइल भी जब्त किए गए है।
कंट्रोल रूम में लूट कांड का पर्दाफाश करते हुए एस पी मनीष खत्री ने बताया कि पोआमा निवासी युवक अतुल पिता सुरेश सराठी उम्र 18 साल , अंकित पिता बारेलाल सरेयाम उम्र 19 साल ,सौरभ पिता सुरेश सोनी उम्र 19 साल अभिषेक पिता जीवनलाल साहू उम्र 20 साल और नाबालिग युवक एक राय होकर घटना को अंजाम दे रहे थे। देर एक से डेढ़ बजे के बीच वे राहगीरों को निशाना बनाते थे। सामुहिक रूप से राहगीरों को घेरकर ,चाकू अड़ा कर नगद और मोबाइल छीनते थे। रकम को युवक आपस मे बांट लेते थे।
युवकों की उम्र 18 से 20 साल की है। ये युवक अपने शौक पूरे करने के लिए लूट की प्लानिग बनाते थे। इससे पहले की वे किसी बड़ी घटना को अंजाम देते चौरई और कुंडीपूरा पुलिस की टीम ने आरोपियों को ढूंढ निकाला है। आरोपीयो के खिलाफ धारा 309 (4) बी एन एस में अपराध दर्ज किया गया था। न्यायालय में पेश कर उन्हें जेल भेजा गया है।
आरोपियों को पकड़ने में थाना प्रभारी चौरई निरीक्षक दिलीप पंचेश्वर, थाना प्रभारी कुंडीपुरा मनोज बघेल, सहायक उप निरीक्षक शैलेष ठाकुर, मनोज रघुवंशी, शेख असगर अली, अशोक श्रीवास्त्री, प्रधान आरक्षक गोपाल साहू, आरक्षक सतीश बघेल, राजू भारती, राजकिशोर बघेल, रोहित ठाकर, जीवन रघुवंशी, करण रघुवंशी, सायबर सेल आरक्षक आदित्य रघुवंशी की भूमिका सराहनीय रही।