मध्यप्रदेश में गौ-वंश के लिए दौड़ेगी एम्बुलेंस
313 एम्बुलेंस खरीदेगा गौ-संवर्धन बोर्ड
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मध्यप्रदेश गौ-संवर्धन बोर्ड का फैसला
छिंदवाड़ा-
प्रदेश में गायों के उपचार के लिए अब जल्द ही गौ-एंबुलेंस दौड़ेगी। दुर्घटना में घायल और बीमार गायों के उपचार के लिए यह सुविधा शुरू की जा रही है। प्रदेश में गौ-एंबुलेंस के लिए 313 एंबुलेंस खरीदी जा रही है इसके लिए केंद्र सरकार ने बजट दे दिया है। गौ-संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी ने जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित बैठक में यह बात कही। बैठक में उन्होंने जिले में गौ-संवर्धन के कार्यों के साथ ही गौशालाओं के संचालन की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने बताया कि गाय के चारा की व्यवस्था के लिये चरनोई भूमि भी आवंटित हो चुकी है। इसके लिए चरनोई भूमि विकास मिशन के गठन का प्रस्ताव राज्य शासन के पास विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दो प्रकार से गायों के पालन, संरक्षण और संवर्धन की दिशा में कार्य करने की कार्य योजना बनाई गई है। पहली कार्ययोजना में जनभागीदारी से गौ-शालाओं के संचालन का निर्णय लिया गया है जिसमें महिला स्व-सहायता समूहों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जायेगी। दूसरी कार्ययोजना में गौ-शालाओं की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की दिशा में कार्य किया जायेगा।
गौ-ग्रास में मांगे प्रतिदिन 10 रुपए…
गौवंश के संरक्षण के लिए जनभागीदारी बढ़ाने की योजना के संबंध में उन्होंने कहा कि इसके लिए आमजन प्रतिदिन 10 रुपए की राशि गौ-ग्रास के लिए संकलित कर साल में एक बार 3 हजार 650 रुपए गौ-संवर्धन बोर्ड के खाते में जमा करा सकते है। यदि प्रदेश की एक करोड़ की आबादी से भी यह राशि प्राप्त होती है तो एक वर्ष में संग्रहित 3650 करोड़ रूपये की राशि के ब्याज की राशि से ही प्रदेश की गौ-शालाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाया जा सकता है। प्रदेश की सरकार ने मनरेगा की राशि से शासकीय गौ-शालाओं के संचालन का निर्णय लिया है तथा 15वें वित्त आयोग की राशि से भी गौ-शालाओं को आर्थिक रूप से सहयोग जा रहा है।
सर्वाधिक गौवंश मध्यप्रदेश में …
पूरे देश में सबसे ज्यादा गौवंश मध्यप्रदेश में है। प्रदेश के लिये यह सुखद संयोग है कि प्रदेश में गौ-अभयारण्य बनाये जा रहे हैं और प्रदेश के रीवा जिले के बसावन मामा नामक स्थान पर 52 एकड़ भूमि प्राप्त कर गौ-वंश वन्य विहार बनाये जाने की दिशा में पहल की जा चुकी है। इसके अलावा पंचायतों की लगभग 1400 एकड़ जमीन आगर मालवा जिले की तहसील सुसनेर के ग्राम सालरिया में अधिग्रहित कर गौ-अभयारण्य गौ-शालायें बनाई गई है। वर्तमान में शासकीय गौ-शालाओं में लगभग 2 लाख गौ-वंश है। गौ-सेवा के क्षेत्र में 627 स्वयंसेवी संगठन कार्य कर रहे हैं और इन गौ-शालाओं में 1 लाख 87 हजार गौ-वंश है।