साध्वी लक्ष्मी को महंगा पड़ा 90 लाख का फ्राड, संत कनक बिहारी आश्रम की रिपोर्ट पर चौरई पुलिस ने बनाया धोखाधड़ी का मामला
अभी फरार है साध्वी,ढूढ़ने के लिए पुलिस जल्द करेगी ठिकानों पर छापामारी
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा के कनक बिहारी आश्रम की साध्वी लक्ष्मी को लक्ष्मी के लिए 90 लाख का फ्राड करना महंगा पड़ गया है। आश्रम के महंत की रिपोर्ट पर चौरई पुलिस ने साध्वी के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर लिया है। इस मामले में बैंक मैनेजर की भूमिका की भी जांच की जा रही है कि किस प्रमाण पर साध्वी को 90 लाख के आहरण का अधिकार दिया गया था। पुलिस अब फरार साध्वी की तलाश में है। साध्वी ने ब्रम्हलीन संत कनक बिहारी महाराज के चौरई स्टेट बैंक शाखा के बचत खाते की फर्जी नॉमिनी बनकर 90 लाख की राशि का आहरण किया और फरार हो गई है।
जानकारी के अनुसार यह मामला उत्तराधिकार प्रमाण पत्र के लिए अटका था। साध्वी फर्जी उत्तराधिकारी बन गई और संत कनक बिहारी महाराज के बचत खाते से कब 90 लाख लेकर चंपत हो गई आश्रम के महंत को पता ही नहीं चला। महंत ने जब खाते की डिटेल निकाली तब पता चला कि अमानत में खयानत हो चुकी है।
संत कनक बिहारी महाराज के लोनिकला आश्रम के महंत श्याम दास ने बताया कि एक साल पहले अयोध्या से लौटते समय सड़क दुर्घटना में संत का निधन हो गया था। उन्होंने मुझे आश्रम का उतर्राधिकारी घोषित किया था। इसके अलावा किसी को भी उत्तराधिकार के अधिकार नहीं दिए थे। दरअसल आश्रम को भी महाराज श्री के इस बचत खाते की जानकारी नहीं थी। साध्वी लक्ष्मी को इस खाते के बारे में मालूम था लेकिन उसने आश्रम प्रबंधन से कभी इसकी चर्चा नही की और चुपके से ही खाते से रकम निकालने के जुगत में लगी रही।
मामला जब उत्तराधिकार प्रमाण पत्र का आया तब न्यायालय की कार्रवाई के दौरान यह खाता संज्ञान में आया। आश्रम ने साध्वी के उत्तराधिकार आवेदन पर न्यायालय के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई थी और 12 सितंबर को सुनवाई होना था। लेकिन इसके पहले ही साध्वी ने फ्राड कर दिया। साध्वी लक्ष्मी आश्रम प्रबन्धन का हिस्सा भी नही थी।
थाना प्रभारी चौरई दिलीप पंचेश्वर ने बताया कि लोनिबर्रा स्थित संत कनक बिहारी आश्रम के महंत श्याम दास की रिपोर्ट पर साध्वी के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।