छिन्दवाड़ा जिला अस्पताल के निरीक्षण पर पहुंचे एस डी एम अतुल सिंह
बढ़ती लापरवाही को रोकने कलेक्टर का हस्तक्षेप ,एस डी एम को बनाया है नोडल अधिकारी
छिन्दवाड़ा – छिन्दवाड़ा के जिला अस्पताल में लापरवाही की बढ़ती शिकायते के चलते अब एक बार फिर जिला प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा है कलेक्टर शीतला पटले ने एस डी एम अतुल सिंह को जिला अस्पताल का नोडल अधिकारी बनाया है एस डी एम शनिवार को निरीक्षण पर जिला अस्पताल पहुंचे यहां उन्होंने वार्डो का दौरा किया भर्ती मरीजों से बात की और बेहतर व्यवस्था संचालन के लिए चिकित्सको के साथ बैठक भी की है
जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं का प्रेशर अत्यधिक है प्रतिदिन यहां डेढ़ से दो हजार लोग उपचार के लिए आते हैं अस्पताल प्रबंधन को सेवाओ का विस्तार करने के साथ ही तत्काल एक्शन मोड़ मॉड्यूल पर कार्य करने की जरूरत होती है किंतु शिकायत बनी हुई है कि कही सी टी स्कैन बंद तो कही एम आर आई बंद तो कही डॉक्टर ड्यूटी पर नहीँ तो कही स्टाफ की लापरवाही अस्पताल और मेडीकल के करीब 200 चिकित्सक और एक हजार से ज्यादा का पैरामेडिकल ,साफ सफाई , सहित विविध विभागों का स्टाफ है किंतु तालमेल ना होने से सरकार के करोड़ों के व्यय के बाद भी लोगो मे व्यवस्था के प्रति आक्रोश है
डॉक्टर पदस्थ तो अस्पताल की सरकारी ड्यूटी पर है किंतु उनका पूरा ध्यान अपने निजी अस्पतालों और क्लीनिकों पर रहता है अस्पताल आया मरीज या तो नागपुर जाने के लिए मजबूर हैं या फिर व्यवस्था के प्रति आक्रोश व्यक्त करने बदनाम सरकार हो रही है कि देख लो मामा के राज में क्या चल रहा है
पिछले दस दिनों में ही यहां विवाद और हंगामे के चार प्रकरण हो चुके हैं छन – छन कर शिकायते जिला प्रशासन तक पहुंच रही है स्वास्थ्य विभाग स्वतंत्र नही है सिस्टम का हिस्सा है शिकायत यह भी है कि प्रशासनिक अधिकारी की नियुक्ति डॉक्टर्स सहन नही करते हैं लाबी की धौंस के साथ विरोध पर उतारू हो जाते हैं
निरीक्षण के बाद एस डी एम अतुल सिंह ने कहा है कि जिला अस्पताल में ओ पी डी ,साफ – सफाई ,उपचार भर्ती मरीजों की व्यवस्था बेहतर रहे मरीजो को सुविधा उपचार मिले निरीक्षण का यही उद्देश्य है इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ सोनिया ,आर एम ओ डॉ संजय राय डॉ रवि टांडेकर भी मौजूद थे