क्राइम
अन्धविशास में भीड़ ने ले ली एक आदिवासी की जान
जादू-टोना के शक में पांढुर्ना के ढोलनखापा गांव में हत्या
- पांढुर्ना के ढोलनखापा गांव में अंध विश्वास का तांडव..
ग्रामीणों ने पीट-पीट कर ले ली एक आदिवासी की जान..
छिन्दवाड़ा-
गांवो में अंधविश्वास की जड़े गहरी है जादू-टोना के शक में हत्या जैसा जघन्य अपराध एक बार फिर हो गया है अब यह नया मामला छिन्दवाड़ा जिले की पांढुर्णा के ढोलनखापा का सामने आया है यहां ग्रामीणों ने जादू-टोना के शक में गांव के तीन लोगों की बेदम पिटाई की जिसमे एक आदिवासी गोमा धुर्वे की मौत हो गई अन्य दो व्यक्ति शेषराव और पुन्नू उइके का पांढुर्ना अस्पताल में इलाज चल रहा है
खास बात यह है कि तीनों व्यक्ति को पंचायत लगाकर बुलाया गया था जहां उन पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कोई गांव में जादू-टोना कर रहा है जिससे गांव में एक के बाद एक मौत हो रही है अब तक गांव में एक के बाद एक 14 लोगो की मौत हो चुकी है ग्रामीणों का शक है कि जादू-टोना के कारण ये मौत हुई है
ग्रामीणों के इस आरोप पर पंचायत में आए तीनों आदिवासी एक-दूसरे पर आरोप लगाने लगे कि ये नही वो और वो नही ये टोना-टोटके करता है तीनो ने पंचायत में ग्रामीणों से पूजा -पाठ कराने को कहा ग्रामीण भी उनकी बात मान गए और पूजा का सामान लेकर उनके साथ पूजा कराने जंगल चले गए यहां वे पूजा करने ही वाले थे कि ग्रामीणों को आक्रोश आ गया और एकत्रित ग्रामीणों ने जंगल मे ही तीनों के साथ मारपीट कर दी जिसमे गामा धुर्वे की मौत हो गई
घटना की खबर पर पुलिस मौके पर पहुची और किसी तरह स्थिति को नियंत्रण में किया यहाँ ग्रामीण पुलिस को भी गांव में जाने से रोक रहे थे
पांढुर्ना थाना प्रभारी राकेश भारती ने बताया कि गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है घायलों को पांढुर्ना अस्पताल भेजा गया है मारपीट में गामा धुर्वे की मौत पर धारा 302,307 सहित 147,148 ,149 भादवि में अपराध दर्ज कर विवेचना की जा रही है
ढोलनखापा की भी पंचायत गजब है पंचायत गांव के विकास के फैसले लेने बुलाई जाती है लेकिन यहां जादू-टोना पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी जिसमें पूरा गांव एकत्रित हुआ था गांव में अब भी तनाव है और पुलिस बल पहरे में है पुलिस अब तक हत्या के आरोपियों को गिफ्तार नही कर पाई है प्रकरण में अब भी केवल जांच चल रही है