काला टमाटर- शुगर और दिल के रोगियों के लिए है राम बाण औषधि
आन लाइन कंपनियां कर रही है काले टमाटर का कारोबार

किसानों के लिए है फायदे का सौदा , कई राज्यों के किसान खेतो में बना चुके काले टमाटर की नर्सरी
♦Metro City Media-
Agriculture Report-
♦कृषि नवाचार –
आपने अभी तक केवल लाल टमाटर देखा है लेकिन अब विदेशी नस्ल का काला टमाटर भी भारत आ गया है । भारत मे ना केवल इसकी खेती हो रही है बल्कि यह बड़े बाजारों से लेकर आन लाइन मार्केट में ऊंचे दामो में बिक रहा है।किसानों के लिए काले टमाटर की खेती फायदे का सौदा हो सकती है। बताया गया यह काला टमाटर लाल टमाटर से कही ज्यादा गुण वाला है।
भारत में टमाटर की खेती प्रायः सभी राज्यों में की जाती है इनमे आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश ,छत्तीसगढ़, बिहार, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और तमिलनाडु राज्य शामिल हैं। ये राज्य देश के कुल टमाटर उत्पादन का लगभग 91 प्रतिशत उत्पादन करते हैं। इन राज्यों के ज्यादातर किसान लाल टमाटर की खेती करते हैं
पिछले कुछ सालों में काले टमाटर की खेती का भी चलन बढ़ा है अभी तक बहुत कम लोग ही काले टमाटर की खेती के बारे में जानते है । हालांकि मार्केट में इसकी एंट्री हो चुकी है। इसे इंडिगो रोज टोमेटो के नाम से भी जाना जाता है।
काले टमाटर की खेती सबसे पहले इंग्लैंड में की गई थी। इसकी खेती का श्रेय रे ब्राउन को जाता है।। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो रे ब्राउन ने जेनेटिक म्यूटेशन के जरिए काले टमाटर को तैयार किया था। काले टमाटर की खेती में सफलता के बाद अब भारत में भी काले टमाटर Black Tomato की खेती शुरू हो चुकी है। काला टमाटर को यूरोप के मार्केट में ‘सुपरफूड’ कहते हैं.
लाल टमाटर की तरह ही काले टमाटर की भी खेती की जाती है। भारत की जलवायु काले टमाटर की खेती के लिए भी उपयुक्त है। इसकी खेती के लिए जमीन का पीएच मान 6-7 के बीच होना चाहिए। है। काले टमाटर की बुवाई करने के लिए जनवरी का महीना सबसे सही रहता है। चार महीने में इसकी फसल पककर तैयार हो जाती है। इसकी पैदावार लाल रंग के टमाटरों के मुकाबले थोड़ी देरी से शुरू होती है।
लाल टमाटर की तुलना में काले टमाटर को थोड़ा ज्यादा समय तक ताजा रख सकते हैं। इसमें औषधीय गुण भी लाल टमाटर के मुकाबले ज्यादा पाए जाते हैं। काला टमाटर बाहर से काला और अंदर से लाल होता है। अगर आप कच्चे टमाटर का सेवन करते हैं, तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह स्वाद में न ज्यादा खट्टा होता है न ज्यादा मीठा होता है, इसका स्वाद नमकीन जैसा होता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह वजन कम करने से लेकर, शुगर लेवल को कम करने और कोलेस्ट्रॉल को घटाने में भी उपयोगी है.
अगर काले टमाटर की खेती में लागत की बात करे, तो एक एकड़ काले टमाटर की खेती करने में लगभग एक लाख रुपये का खर्च आता है। इसका उत्पादन उपज मिट्टी व बुवाई के समय पर निर्भर करता है।आमतौर पर एक एकड़ भूमि में लगभग 200 क्विंटल काले टमाटर का उत्पादन होता है। बाजार में यह लगभग 50 से 100 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक जाता है। आन लाइन मार्केट में अमेजन और फ्लिप कार्ट जैसी कंपनियां काला टमाटर 70 से 150 रुपया किलो तक बेच रही है। काला टमाटर के बीज भारत में भी उपल्बध हैं। किसान इसके बीज ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं।
भारत मे सबसे पहले काला टमाटर की खेती हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के अर्जुन चौधरी ने की थी । उन्होंने टमाटर के बीज ऑस्ट्रेलिया से मंगवाए थे अब वे काले टमाटर के बीज के भारत मे बड़े विक्रेता भी बन गए हैं। काले टमाटर के बीज का एक पैकेट जिसमें 130 बीज होते हैं 110 रुपए कीमत का है।