Chhindwara Politics : पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना नही छोड़ेंगे कांग्रेस, पूर्व सी एम कमलनाथ से मुलाकात के बदला नजारा
पुत्र अजय सक्सेना के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस से दे दिया था इस्तीफा
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना कांग्रेस नही छोड़ेंगे। पूर्व सी एम कमलनाथ से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा है कि वे कमलनाथ जी के हाथ मजबूत करेंगे।। वे आज सांसद नकुलनाथ की नामांकन रैली में भी नजर आएंगे और नामांकन में उनके प्रस्तावक भी है। संभावना जताई जा रही थी कि उनके पुत्र अजय सक्सेना के भाजपा में शामिल होने के बाद वे भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं। उन्होंने कॉंग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इस मामले में उन्होंने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ वे चार दशकों से है और उनके साथ उनका कोई मुद्दा नही है।
गौरतलब है कि चार दिन पहले भोपाल पहुंचकर उनके पुत्र अजय सक्सेना ने अपने समर्थकों सहित भाजपा का दामन थामा है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई है। उनके साथ कांग्रेस के दो पूर्व नगर अध्यक्ष नंद किशोर सूर्यवंशी और पंकज शुक्ला सहित नगर निगम के सभापति चंद्रभान देवरे, पार्षद पंडित राम शर्मा, सुनीता विजय पाटिल, शिवानी बंटी सक्सेना सहित अनेक कार्यकर्ताओ ने भाजपा की सदस्यता ली है।
इसके पूर्व भी दीपक सक्सेना के समर्थकों में पूर्व मंडी अध्यक्ष और कांग्रेस के नगर अध्यक्ष रहे नरेश साहू, सभापति नमिता मनोज सक्सेना, अभिनव मनोज कुशवाह ने भी नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के समक्ष भाजपा जिला कार्यालय में भाजपा में शामिल हुए हैं। पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना के समर्थकों के भाजपा में शामिल होने के बाद यह खबर थी कि 27 मार्च को भाजपा प्रत्याशी विवेक बंटी साहू की नामांकन रैली के बाद दशहरा मैदान में होने वाली मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा की सभा मे वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं। भाजपा खेमे में इसको लेकर बड़ी हल- चल भी देखी जा रही थी।
सोमवार को छिन्दवाड़ा पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के छिन्दवाड़ा आगमन पर पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने ना केवल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की बल्कि अपने घर पर उन्हें रात्रिभोज पर परिवार सहित आमंत्रित भी किया था।। इस दौरान पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने कहा कि वे मंगलवार को सांसद नकुलनाथ की नामाकन रैली में शामिल होंगे और छिन्दवाड़ा में कमलनाथ जी के हाथ मजबूत करेंगे। कांग्रेस से इस्तीफे की बात पर उन्होंने कहा कि पुत्र अजय सक्सेना भाजपा में चले गए थे इसलिए नैतिकता के नाते उन्होंने कांग्रेस के सभी पद छोड़ दिए थे और प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था।
माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले मोदी लहर में बड़ी संख्या में छिन्दवाड़ा में कांग्रेसियों ने दल- बदल कर भाजपा की सदस्यता ली है। भाजपा के दावे के मुताबिक जिले भर से करीब तीन हजार कांग्रेसी भाजपा में शामिल हुए हैं।लेकिन अब कांग्रेस की मोर्चे बंदी में डेमेज कंट्रोल पर कार्य शुरू हो गया है। पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना के पुत्र अजय सक्सेना के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि इसका जवाब दीपक सक्सेना ही देंगे और जवाब आ गया है कि दीपक कांग्रेस में ही रोशन रहेगा।