छिन्दवाड़ा के तामिया में सुसाइट: पति – पत्नी की मिली लाश, कर्ज ने ले ली जान,
बच्चों की पढ़ाई के लिए लिया था कर्ज, इंदौर में रह रहे थे दो बेटे

♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
छिन्दवाड़ा जिले के तामिया ब्लाक में पांडु पिपरिया गांव में उस वक्त सनसनी फैल गई जब लोगो ने सुना कि यहां रहने वाले 52 साल के राम लखन रघुवंशी और उनकी पत्नी भूमिलता रघुवंशी ने ” सुसाइट” कर लिया है। दोनो घर मे अकेले थे। रोजी – रोटी के लिए किराना दुकान चलाते थे। वे अपने दो बेटों को इंदौर में एम सी ए और बी सी ए की पढ़ाई करा रहे थे। दोनो बेटे इंदौर में थे और यहां उनके माता -पिता ने जान दे दी। दो बेटों के माता – पिता बेटो की पढ़ाई के लिए कर्ज लेते हैं। उन्हें इंदौर भेजते हैं। हर माह फीस सहित खाना – खर्चा भेजते हैं लेकिन व्यवसाय ना चल पाने से कर्ज बढ़ता चला जाता है और यही बढ़ता कर्ज उनकी ‘सुसाइट’ की वजह भी बन जाता है।
घटना की प्राथमिक जांच में पता चला है कि बेटो की बाहर पढ़ाई के लिए पिता ने बैंक से और माता ने स्वयं सहायता समूह से करीब 5 लाख का कर्ज ले रखा था।घर पर किराना दुकान से रोजी ; रोटी चलती थी लेकिन दुकान का व्यवसाय उतना ना था।
सोमवार की सुबह जब उनकी किराना दुकान नही खुली और घर का दरवाजा भी बंद था। तब किराना दुकान पहुंचे एक ग्राहक ने खिड़की से झांका तो देखा कि कमरे में दोनों मृत अवस्था मे पड़े थे। तत्काल ही खबर तमिया पुलिस को दी गई। तामिया थाना प्रभारी विजय ठाकुर स्टाफ के साथ यहां पहुचे और कमरे का दरवाजा तुड़वाकर अंदर गए तो मंजर देख कर ही समझ गए कि मामला ” सुसाइट” का है। जहां दोनो के शव थे। वहां ” बोमोटिंग मटेरियल” पड़ा था और ” ” पॉइजन” की तेज गंध आ रही थी।
थाना प्रभारी ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए तामिया अस्पताल भिजवाया और कमरे की सर्चिंग में पॉइजन की बोतल सहित एक सुसाइट नोट भी बरामद किया है। मामले की जांच चल रही है। कहा जा रहा है कि अपने जिगर के टुकड़ों की पढ़ाई और कैरियर के लिए दोनो ने 5-6 लाख का कर्ज ले रखा था। लेकिन व्यवसाय ना चल पाने के कारण कर्ज अदा नही कर पा रहे थे। ऐसे में डिप्रेशन में आकर दोनो ने सुसाइट कर लिया। घटना की खबर इंदौर में रह रहे उनके दोनो बेटों को भी दे दी गई है।
बताया गया कि रघुवंशी दंपत्ति ने महाराष्ट्र बैंक, स्वयं सहायता समूह के अलावा तीन सूदखोरों से भी कर्ज लिया था। सूदखोर मय ब्याज सहित रुपये लेने उनकी दुकान पर धमकाकर जाते थे। कही सूदखोरों की धमकी से त्रस्त होकर तो दोनों ने यह कदम तो नही उठाया पुलिस मामले की जांच कर रही है। यहां सूदखोर 15 से 20 परसेंट में ब्याज का धंधा कर मूल रकम से कही ज्यादा ब्याज वसूलने का अवैध धंधा करते हैं। वे सूदखोरी के जाल में लोगों को फंसाकर उनके मकान, खेत, दुकान ,जेवर तक हड़प लेते हैं औरर तो और घर से कीमती सामान तक उठा ले जाते हैं।