छिन्दवाडा पुलिस की बर्बरता : पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने की पति की पिटाई, पति ने खा लिया जहर, चार पुलिस कर्मियों ने घर जाकर पीटा
साहू परिवार पर कहर,, बुझ गया घर का चिराग

♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
पुलिस को किसी को “मारने” का अधिकार है ना ही “सजा” देने का लेकिन छिन्दवाड़ा की कुंडीपुरा पुलिस ने पत्नी की शिकायत पर पति को उसके घर जाकर पीटा है। पत्नी और पुलिस के व्यवहार से क्षुब्ध होकर पति ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस की बर्बरता की यह घटना कुंडीपूरा थाना के शुकलुढाना की है। पति- पत्नी में विवाद घरेलू मैटर है। इसके लिए परिवार परामर्श केंद्र बनाए गए हैं। जहां पति – पत्नी विवाद की काउसिलिंग होती है। इस दौरान यदि गंभीर अपराध सामने आए तो अपराध कायम किए जाते हैं। लेकिन प्रकरण में तो पुलिस आन द स्पॉट फैसला देने पहुंच गई और पति को जमकर पीट आई जिसके बाद पति ने जहर खा लिया।
घटना के संबंध में जानकारी के अनुसार छिन्दवाड़ा सिटी के कुंडीपूरा थाना क्षेत्र के शुकुलुढाना निवासी नितिन उर्फ सून्नू पिता नन्दू साहू 40 साल का गत सोमवार की रात 12 पत्नी लक्ष्मी साहू से मामूली विवाद हुआ था। पत्नी ने पति को सबक सिखाने कुंडीपूरा पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस ने जांच के लिए देर रात 4 पुलिसकर्मी नितिन के घर दस्तक दी। बिना किसी अपराध की तस्दीक और उसे पूछताछ के लिए थाना लाए बगैर चार पुलिस कर्मी उस पर टूट पड़े। नितिन को उसके घर मे ही चारों पुलिस कर्मियों ने प्लास्टिक के डंडों व हाथ से बुरी तरह मारा पीटा।इस दौरान नितिन की माँ गीता साहू ने पुलिस कर्मियों को रोका और फिर चारों पुलिस कर्मी वहां से चले गए।
इस मारपीट में मृतक नितिन साहू को शरीर मे कान और पैरों में गम्भीर चोट आ गई थी। इसके बाद दूसरे दिन पुलिसकर्मी फिर नितिन के घर गए थे। नितिन को लगा कि पुलिस अब उसे थाना ले जाएगी और घर मे इतना मारा है तो थाना में जाने कितना मारेगी। वह डर घर से भाग गया और सल्फास जहर का सेवन कर लिया। परिवारजन उसे उपचार के लिए नितिन को जिला अस्पताल लाए जहां उसकी मौत हो गई है।
नितिन की मौत ने पूरे परिवार को ना केवल झकझोर कर रख दिया बल्कि उनकी दुनिया ही उजाड़ दी है।इस मामले में नितिन की माँ ने घर पहुंचे पुलिस कर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि नितिन की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है। रात में घर पहुंचे चार पुलिस कर्मियों ने उसे पीटा इनमे एक पुलिस कर्मी शराब के नशे में था जिसने बेरहमी से नितिन पर लट्ठ बरसाए और उसे पीटकर अधमरा कर दिया था। उस पुलिस कर्मी को मारने से मैंने रोका भी था लेकिन वह नही रुका। पुलिस से पिटाई के बाद मेरी बहु की छाती तो ठंडी हो गई। अब बेटा ही ठंडा हो गया है। मारपीट के दौरान नितिन के कान से खून बहने लगा था। नितिन के शरीर पर सूजन के साथ चोट के गंभीर निशान आ गए थे। इसके बाद जब पुलिस दोबारा आई तो पुलिस की मार के डर से नितिन ने जहर का सेवन कर मौत को गले लगा लिया।
तीन बार नितिन के घर पहुँची पुलिस..
नितिन की माँ गीता साहू ने बताया कि सोमवार रात 12 बजे जब उनकी बहू लक्ष्मी ने पुलिस को सूचना दी। पहली बार पुलिस ने समझाइश देकर छोड़ दिया था । सुबह 4 बजे पुलिस को फिर सूचना मिली तो नितिन के साथ पुलिस कर्मियों ने उसके घर मे ही बेहरमी से मारपीट कर दी। पुलिस को लग रहा था कि घरेलू हिंसा का केस है तो नितिन को थाना ले जाती लॉकअप में रख लेती। सुबह दोनो पति – पत्नी के बयान का ले लेती। मैटर समझकर अपराध कायम कर देती। इस तरह पत्नी के सामने पति की बेरहमी से पिटाई और बेइजती तो ना करती। आम आदमी बेइज्जती ही बर्दाश्त नही करता है।
कानून के सम्मान में आम जन पुलिस से ख़ौफ़ खा जाते हैं लेकिन यहां तो पुलिस ही कानून का सम्मान करती नजर नही आ रही है। माफिया पकड़े नही जा रहे, रेत चोर, कोयला चोर ,लकड़ी चोर,जुआ ,सट्टा शराब, अवैध धंधे से जुड़े आरोपी बेख़ौफ़ है। और पुलिस है तो आम जनता को ही ख़ौफ़ दिखाने में जुटी है।
एस पी अजय पांडेय ने कहा है कि जहर खाने से नितिन की मौत हुई है। मामले की जांच की जाएगी। इससे ज्यादा इस बात की जांच जरूरी है कि पुलिस ने नितिन को घर जाकर पीटा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तो जहर से मौत ही आएगी ही। लेकिन उन चोटों का क्या जो नितिन के शरीर पर गवाही दे रही है कि जहर खाने से पहले पुलिस ने ही इसे बेरहमी से पीटा है। पुलिस ने महिला की गुहार में नितिन की पत्नी लक्ष्मी की बात सुन ली अब नितिन की माँ गीता की कौन सुनेगा। यह सवाल छिन्दवाड़ा पुलिस के सामने खड़ा है?