महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल: अब एन सी पी से बगावत कर डिप्टी सी एम बने अजित पवार
साथ मे 9 विधायको ने भी ली मंन्त्री पद की शपथ

♦Metro City Media-
♦Maharashtra Politics
महाराष्ट्र की सियासत में रविवार को अचानक बड़ा भूचाल आ गया है। महाराष्ट्र की राजनीति बताती है कि राजनीति में शायद संडे – मंडे कुछ होता नही है।एन सी पी नेता अजित पवार ने पार्टी से बगावत कर संडे को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। राजनीतिक घटनाक्रम इतना तेजी से बदला कि अजित पवार एक घंटे के भीतर नेता विपक्ष से डिप्टी सीएम बन गए है। महाराष्ट्र के राजभवन में अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। उनके अलावा नौ एनसीपी विधायको ने भी मंन्त्री पद की शपथ ली है।
इनमे धर्मराव अत्रम, सुनील वलसाडे, अदिति तटकरे, हसन मुश्रीफ, छगन भुजबल, धन्नी मुंडे, अनिल पाटिल, दिलीप वलसे पाटिल शामिल हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ सभी मंत्री इस अवसर पर राजभवन में मौजूद थे। इसके अलावा एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल भी राजभवन में मौजूद हैं जिन्हें शरद पवार का करीबी कहा जाता है।
महाराष्ट्र की राजनीति में अब महा विकास अघाड़ी भी फेल हो गई है। पहले शिवसेना से एकनाथ शिंदे बगावत कर सी एम बने और अब एन सी पी से बगावत कर अजित पवार डिप्टी सी एम बने हैं।
2019 में विधानसभा चुनाव के बाद सबसे पहले अजित पवार के साथ ही बी जे पी ने फडणवीस को सी एम बनाया था फिर अचानक शिवसेना ने बी जे पी से गठबंधन तोड़कर एन सी पी और कांग्रेस से हाथ मिलाकर सरकार बनाई थी। इस सरकार में शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे सी एम बने थे।
ठाकरे से बगावत कर शिवसेना के एकनाथ शिंदे के सी एम बनने के बाद एन सी पी में अजित पवार को लेकर काफी कयास थे। अब चार साल बाद 2023 में अजित पवार ने फिर बगावत कर दी है। माना जा रहा है कि एन सी पी में शरद पवार के अपनी बेटी सुप्रिया सुले के प्रति मोह के चलते अजित पवार ने यह बगावत की है। शरद पवार सुप्रिया सुले को एन सी पी की कमान देना चाहते थे।इस मामले में मीडिया से एन सी पी नेता शरद पवार ने कहा कि वे नए सिरे से फिर पार्टी खड़ी करेंगे। उन्हें महाराष्ट्र की जनता पर भरोसा है। एन सी पी के साथ पहले भी ऐसा हो चुका है।