जल जीवन मिशन: बदली परासिया के सतनूर गांव की तस्वीर, हर घर तक पहुंचा नल और जल
समय और श्रम की बचत से हो रहा ग्रामीणों के जीवन का उन्ननयन

♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
जल जीवन मिशन छिन्दवाड़ा के गांवो की विभीषिका बदल रहा है। पानी के लिए दो – दो किलोमीटर का सफर और महिलाओं का सिर पर बर्तन रखकर पानी ढोने के नजारे अब गांव में नजर नही आते हैं। गांव में जल जीवन मिशन योजना से हर घर तक नल – जल पहुंचाने के मिशन का यह असर है । जल जीवन मिशन ने छिन्दवाड़ा जिले की जनपद परासिया के ग्राम सतनूर और गुलबा में योजना के क्रियान्वयन से ग्रामीणों को खुशहाल कर दिया है। अब ग्रामीणों को गांव में रोज – रोज पानी के लिए श्रम नही करना पड़ता है ना कही जाना पड़ता है अब ग्रामीणों के घरों में ही नल कनेक्शन है और नल से उन्हें घर पर ही जल मिल रहा है। जिससे समय और श्रम की बचत से ग्रामीणों के जीवन का उन्नयन भी हो रहा है।
पहले ग्रामीणों को पीने और निस्तार के लिए पानी लाने खासी मेहनत करनी पड़ती थी। ग्रामीणों को कुओं और दूर दराज के जल स्त्रोतों से पानी ढोना पड़ता था जिसमें घर की महिलाओं और युवाओं का समय बर्बाद होता था उन्हें घर में पानी की व्यवस्था करने रोज दूर स्थित कुंए से पानी ढोने में काफी समय और श्रम लगाना पड़ता था। अब गांव में जल जीवन मिशन योजना से घर पर ही पर्याप्त और शुध्द पेयजल मिलने से ग्रामीण अपना समय और श्रम दूसरे कार्यो पर लगा पाते हैं।
ग्राम सतनूर के ग्रामीण पूरन लाल यदुवंशी, संतोष चौकसे और परमल पमारे बताते हैं कि बचे हुए समय का सदुपयोग ग्राम की महिलाएं अब अपने बच्चों की और बेहतर परवरिश में करती हैं। पापड़ बनाने का कार्य यहाँ कुटीर उद्योग की तरह पनपने लगा है। इससे महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और सशक्त भी हो रही हैं। बच्चों और युवाओ का समय बचने से वे स्कूल और कॉलेज समय पर जाकर अब बेहतर पढ़ाई कर पा रहे हैं। शुध्द पेयजल मिलने से लोग अब बार-बार ज्यादा बीमार भी नहीं होते हैं। अब सभी ग्रामीण अधिक स्वस्थ और मस्त रहते हैं।
ग्राम गुलबा के ग्रामीण और सरपंच राजू पवार बताते हैं कि घर पर नल लगने से बहुत सुविधा हो गई है। पानी भरने में लगने वाला समय बहुत कम हो गया है। युवाओं को पढ़ने का पर्याप्त समय मिल जाता है। स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों में भी शुध्द पेयजल पहुंचने से बच्चों की उपस्थिति बढ़ी है। पशुओं को भी ग्रामीण घर पर ही पर्याप्त पानी उपलब्ध करा देते हैं।
ग्रामीण सुविधा के लिए वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का धन्यवाद करते हैं।
कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी परासिया बी.एल.उईके ने बताया कि ग्राम सतनूर में जल जीवन मिशन मके रेट्रोफिटिंग योजना का क्रियान्वयन किया गया है। ग्राम में योजना पर 32 लाख .93 हजार रुपया व्यय किया गया है साथ लाख रुपए से 172 ग्रामीण परिवारों के घरों तक पाइप लाइन बिछाकर नल कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं। इसी तरह ग्राम गुलबा में 15 लाख 97 हजार की लागत से रेट्रोफिटिंग कर 110 ग्रामीणों के घर तक पाइप लाइन बिछाकर नल कनेक्शन दिए गए हैं। ग्रामीणों के घरों में पानी शुध्द पहुंचे इसका भी ख्याल रखा जाता है। विभाग की प्रयोगशाला में जल परीक्षण किया जाता है और शुध्दता मापी जाती है। योजना के सुचारू संचालन के लिए ग्राम में जल समितियां भी बनाई गई है।