अंधाहत्या कांड: आरोपियों ने पेंच नदी में फेंका था शव ,मात्र 36 घण्टे में पर्दाफाश
दो आरोपी अरेस्ट ,अवैध संबंध के चलते कर दी हत्या

♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
हत्या कर आरोपियों ने शव पेंच नदी में फेंक दिया था यह सोचकर कि शव नदी में बहकर दूर निकल जाएगा और फिर डी कम्पोस्ट होने से पहचान नही हो पाएगी किन्तु उनका यह अंदाजा गलत था । शव नदी में किनारे लग गया और लोगो के नजर में आते ही पुलिस तक मामला पहुंच गया । पुलिस ने शव नदी से निकलवाकर पोस्टमार्टम करवाया और शिनाख्त होते ही आरोपियों तक पहुंच गई जो अब जेल की सलाखों के पीछे है।
मामला जिले के कोयला अंचल परासिया की न्यूटन चौकी क्षेत्र का है दो दिन पहले यहां पेंच नदी में 32 वर्ष के महेश धुर्वे निवासी बरारिया का शव मिला था। महेश के शरीर पर चोटों के घातक निशान थे। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया और इस अंधे हत्याकांड को सुलझाने टीम को सक्रिय किया था कि मात्र 36 घण्टे की अवधि में ही मामले का खुलासा हो गया और आरोपी भी गिरफ्त में आ गए।
इस अंधे हत्याकांड को लेकर पुलिस ने बताया कि बरारिया गांव में की निवासी महिला श्यामा मरकाम के महेश से अवैध संबंध थे यही संबंध हत्या की वजह बना है। दो दिन पहले महिला रात में अपने घर मे नही थी जब उसका पुत्र गोविंद और नाती देवेंद्र उसे ढूढने निकला तो वह खेत मे महेश के साथ मिली फिर क्या था सुबह करीब चार बजे के करीब दोनो ने महेश की बेदम पिटाई कर दी जिससे उसकी मौत हो गई ।दोनो ने अपराध छिपाने की नीयत से महेश का शव उठाकर पेंच नदी में फेंक दिया था।
आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि महेश के साथ संबंध की खबर महिला के पति धर्मचंद को भी थी इसको लेकर पति – पत्नी के बीच भी कई बार विवाद हो चुके थे ।घटना दिनाक को उसका पुत्र गोविंद और नाती हैदराबाद से लौटे थे कि श्यामा के घर पर ना होने पर वे खेत मे महेश के ठिकाने पर गए और महेश को ही ठिकाने लगा दिया । मारपीट के दौराम श्यामा घटना स्थल से भागकर अपने घर आ गई थी।
पुलिस ने आरोपियों को अरेस्ट कर घटना में प्रयुक्त चाकू ,लठ सहित रक्त रंजित कपड़े भी बरामद किए हैं। मामले का खुलासा कर आरोपियों को पकड़ने में एस डी ओ पी परासिया अनिल शुक्ला ,परासिया टी आई के सी परते, न्यूटन चौकी प्रभारी एफ इस मरकाम सहायक उप निरीक्षक राम किरण बरमैय्या, यज्ञ नारायण सोनी सहित प्रधान आरक्षक अजाबराव, आरक्षक नवीन, रूमन ,मंगल अमरलाल के साथ शिव कुमारी और वंदना का योगदान रहा। अंधे हत्याकांड को मात्र 36 घण्टे की समय अवधि में ट्रेस करने पर एस पी विनायक वर्मा ने टीम को पुरुस्कार देने की घोषणा की है।