MPPSC : परासिया की निशा डेहरिया बनी पुलिस महकमे में “डी एस पी”, चांदामेटा बाजार में पिता की है चाय की दुकान
वर्तमान में कलेक्ट्रेट की योजना शाखा में है अन्वेषक
एम पी पी एस सी में सफलता के साथ “डी एस पी” बनकर बन गई है छिन्दवाड़ा की ‘क्रश”
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
छिन्दवाड़ा के कलेक्ट्रेट में जिला योजना और सांख्यिकी विभाग में “अन्वेषक” के पद पर कार्यरत “निशा डेहरिया” अब पुलिस विभाग में “डी एस पी” बन गई है। एम पी पी एस सी परीक्षा पास करने के बाद उन्हें यह पद हासिल हुआ है। परीक्षा के परिणाम हाल ही में घोषित किए गए हैं। निशा डेहरिया परासिया तहसील की नगर पंचायत चांदामेटा की रहने वाली है। इसके पूर्व पटवारी चयन परीक्षा भी उन्होंने पास की थी। जिला योजना मण्डल में कार्य करते – करते ही उन्होंने एम पी पी एस सी की तैयारी की और बेहतर रैक पाकर अब “डी एस पी” पद हासिल किया है।
निशा ने अपनी इस सफलता का श्रेय नियमित कड़ी मेहनत, कड़ा अनुशासन, लगन सहित अपने माता – पिता को दिया है। कार्यालय में जिला योजना अधिकारी यशवंत वैद ने उन्हें एम पी पी एस सी परीक्षा के लिए मार्गदर्शन किया है। जिसका परिणाम यह रहा कि बिना किसी बड़ी कोचिंग और बड़े शहर गए बिना प्रतिदिन अपनी ड्यूटी करते हुए भी निशा को इतनी बड़ी सफलता मिली है।
सफलता के सूत्र बताते हुए उन्होंने कहा कि पढ़ाई के लिए नियमितता जरूरी है। जरूरी नही है कि आप रोज 13 – 14 घंटे पढ़ाई करें। यदि आप नियमित पढ़ाई करते हैं तो रोज तीन – चार घण्टे का समय ही बहुत होता है। विषय विशेष के साथ जनरल स्टडी को उन्होंने परीक्षा के लिए जरूरी बताया है। खास बात यह है कि निशा डेहरिया दो बार एम पी पी एस सी की परीक्षा क्वालीफाई कर चुकी हैं। अब वे डी एस पी बनकर सरकारी सर्विस में कैरियर बंनाने की चाह रखने वाले युवाओ की ही नही छिन्दवाड़ा की “क्रश” बन गई है।
निशा डेहरिया छिन्दवाड़ा जिले के परासिया के चांदामेटा की रहने वाली है। एक सामान्य परिवार से है। उनके पिता संजय डेहरिया चांदामेटा के मंगली बाजार में चाय की दुकान है। “डी एस पी” बनने के बाद वे युवाओ की प्रेरणा स्त्रोत बन गई है। निशा की इस सफलता पर परासिया के पूर्व विधायक ताराचंद बावरिया और भाजपा नेता ज्योति डेहरिया ने उनके निवास पर पहुंचकर खुशी जताई। साथ ही डेहरिया समाज के पदाधिकारियों ने भी उनके घर पहुंचकर प्रतिभा अभिनंदन किया। छिन्दवाड़ा जिले में प्रतिभाओ की कमी नही है। परासिया में ही जन्मे एक युवा “तरुण पिथोड़े” कलेक्टर है। उन्होंने यू पी एस सी में देश मे सातवी रैंक हासिल की थी।