गोंडवाना गौरव वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर मध्यप्रदेश में महा महोत्सव
छिन्दवाड़ा सहित पांच जिलों से 22 जून को एक साथ निकलेगी गौरव यात्रा

प्रदेश में 22 से 27 जून तक प्रदेश के 5 स्थानों से निकाली जायेगी गौरव यात्रा
22 जून को होगा एक साथ शुभारम्भ…
- बालाघाट से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
- छिन्दवाड़ा से सांसद दुर्गा दास उइके
- सिंगरामपुर से वन मंत्री विजय शाह
- कलिंजर फोर्ट से सांसद सम्पतिया उइके
- धौहनी सीधी से हिमाद्रि सिंह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जून को शहडोल बलिदान दिवस को करेंगे संबोधित
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस को लेकर 22 जून को पांच जिलों से गौरव यात्रा निकाली जाएगी। जो विविध स्थानों से होते हुए 27 जून को शहडोल पहुँचेगी। शहडोल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बलिदान दिवस के कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। 22 जून को बालाघाट से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह , छिन्दवाड़ा से सांसद दुर्गा दास उइके, सिंगरामपुर से वन मंत्री विजय शाह ,कलिंजर फोर्ट से सांसद सम्पतिया उइके,, धौहनी सीधी से हिमाद्रि सिंह गौरव यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगी। ये सभी यात्राएं 27 जून को शहड़ोल पहुंचेंगी।
छिंदवाड़ा जिले से शहडोल तक के लिये रूट क्रमांक-2 की इस यात्रा के प्रभारी एवं सांसद दुर्गाप्रसाद उईके 22 जून को गौरव यात्रा का शुभारंभ करेंगे । यह गौरव यात्रा चौरई होते हुये सिवनी पहुंचेगी और रात्रि विश्राम करेगी । यह यात्रा 23 जून को दोपहर में केवलारी से प्रारंभ होकर लखनादौन होते हुये मंडला पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी तथा 24 जून को दोपहर में निवास से प्रारंभ होकर शहपुरा पहुंचेगी और रात्रि विश्राम करेगी । यात्रा 25 जून को दोपहर में उमरिया से प्रारंभ होकर पाली (मानपुर) पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी और यात्रा का अंतिम पड़ाव 26 जून को शहडोल में रहेगा । रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर देश के प्रधानमंत्री अपनी श्रध्दांजलि अर्पित करेंगे।
रानी दुर्गावती की बलिदान गाथा को जन-जन तक पहुँचाने के लिये केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हाथों से 22 जून 2023 को रानी दुर्गावती बलिदान दिवस गौरव यात्रा का शुभारंभ बालाघाट से होगा । यह यात्रा रानी दुर्गावती के जीवन से जुड़े सभी प्रमुख स्थानों से होकर गुजरेगी और इसका समापन 27 जून 2023 को शहडोल में होगा। बलिदान दिवस निमित्त कार्यक्रम के समापन में मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी होंगे। यह मध्यप्रदेश के लिए गौरव का अवसर है जिसमें मध्यप्रदेश की गौरव रानी दुर्गावती के बलिदान को स्मरण करने स्वयं प्रधानमंत्री आ रहे हैं। इस यात्रा के संयोजक युवा आयोग के अध्यक्ष निशांत खरे है। यात्रा का कन्ट्रोल रूम भोपाल में बनाया गया है। जिसका प्रशासनिक समन्वय अपर सचिव मुख्यमंत्री लक्ष्मण सिंह मरकाम है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीरांगना रानी दुर्गावती गौरव यात्रा के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि यह वर्ष रानी दुर्गावती के जन्म के 499 वर्ष पूरे होकर 500 वर्ष की शुरुआत का है । मध्यप्रदेश की विरासत की गौरव रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस 24 जून व जन्म दिवस 5 अक्टूबर से आज की पीढ़ी देशभक्ति और आत्मसम्मान के लिए सर्वस्व न्योछावर करने की प्रेरणा ले, इसीलिए “वीरांगना रानी दुर्गावती गौरव यात्रा” का आयोजन किया जा रहा है।
यह यात्रा रानी दुर्गावती के जीवन से जुड़े सभी महत्वपूर्ण स्थानों से गुजरेगी, संपूर्ण यात्रा मार्ग में उनके जीवन के प्रेरणादायी संदेश को जन-जन तक पहुँचाया जायेगा । यह मध्यप्रदेश के लिए गौरव की बात है कि इस यात्रा के समापन पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने श्रध्दा सुमन अर्पित करेंगे ।
इस यात्रा का शुभारंभ केन्द्रीय गृह मंत्री आमित शाह करेंगे । यह यात्रा पाँच यात्रा मार्ग से होते हुए शहडोल पहुँचेगी ।
1400 साल तक रहा गोंडवाना साम्राज्य…
मध्यप्रदेश की प्रमुख जनजाति गोंड हैं। गोंड राजवंश ने 52 गढ़ों के विस्तृत साम्राज्य पर 63 गोंड राजाओं ने 1400 वर्षो तक अपना शासन किया है। महाराजा संग्राम शाह (1510-1543 ई.), राजा दलपत शाह, राजा वीर नारायण, रानी दुर्गावती, राजा चन्द्रशाह, राजा हिर्देशाही, राजा निजाम शाही एवं 1857 में अंग्रेजों के विरूध्द लड़कर शहीद हुए राजा शंकर शाह एवं कुँवर रघुनाथ शाह प्रमुख हैं।
राजा संग्राम शाह के पुत्र राजा दलपत शाह (1543-1550 ई.) से रानी दुर्गावती (जन्म 05 अक्टूबर 1524 ) का विवाह हुआ। इनके पति दलपत शाह की मृत्यु के उपरांत रानी दुर्गावती ने 1550 से 1564 तक अपना शासन किया । अकबर के सरदार आसफ़ ख़ान से युध्द में 24 जून 1564 को रानी दुर्गावती का जबलपुर के नई नाला क्षेत्र में युध्द में बलिदान हुआ। रानी दुर्गावती के प्रति आज भी सर्वसामान्य व गोंड जनजातीय समाज अपनी रानी, रणचंडी, संरक्षिका एवं देवी के रूप में अनन्य श्रध्दा का भाव रखते हैं।
प्रतिवर्ष 24 जून को रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस प्रदेश के कई जिलों में श्रध्दापूर्वक मनाया जाता है। वर्तमान में जितने प्रमुख स्मारक रानी दुर्गावती पर बने है, वे अधिकांश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शासन काल में बनाये गये हैं । गोंड बहुल सभी क्षेत्रों में बलिदान दिवस के कार्यक्रम बड़ी संख्या में आयोजित किये जाते है।
आगामी 24 जून को भी पूरे प्रदेश में रानी दुर्गावती बलिदान दिवस मनाया जायेगा, चूंकि स्थानीय स्तर पर बलिदान दिवस कार्यक्रम मनाये जाते है, इसलिए बलिदान दिवस के लिए समाज द्वारा बड़े कार्यक्रम एक सप्ताह तक आयोजित होते है।
बालाघाट से निकलेगी पहली गौरव यात्रा ..
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह 22 जून को बालाघाट में शहडोल तक की गौरव यात्रा का शुभारंभ करेंगे । रूट क्रमांक-एक की इस यात्रा के प्रभारी केन्द्रीय मंत्री फग्नसिंह कुलस्ते रहेंगे । यह यात्रा 22 जून को बालाघाट से बैहर पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी और 23 जून को दोपहर में बिछिया से रवाना होकर डिंडोरी पहुंचेगी और रात्रि विश्राम करेगी । यह यात्रा 24 जून को पुष्पराजगढ़ में रात्रि विश्राम करेगी और 25 जून को दोपहर 12 बजे अनूपपुर से प्रस्थान कर जैतपुर पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी। यात्रा का अंतिम पड़ाव 26 जून को शहडोल रहेगा ।
सिंगरामपुर से तीसरी गौरव यात्रा …
रूट क्रमांक-3 सिंगरामपुर (जबेरा/दमोह) से शहडोल तक की इस यात्रा के प्रभारी प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह रहेंगे । यह यात्रा 22 जून को दोपहर में जबेरा से प्रारंभ होगी और मझौली (पाटन) में रात्रि विश्राम करेगी तथा 23 जून को दोपहर में सिहोरा शहर से प्रारंभ होकर जबलपुर शहर में बरगी समाधी (पनागर विधानसभा) पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी। यह यात्रा 24 जून को दोपहर में कुंडम (सिहोरा विधानसभा) से प्रारंभ होकर शहपुरा (डिंडोरी जिला) पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी और 25 जून को बिरसिंगपुर पाली पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी । यात्रा का अंतिम पड़ाव 26 जून को शहडोल रहेगा ।
कलिंजर फोर्ट उत्तरप्रदेश से चौथी गौरव यात्रा ..
रूट क्रमांक-4 कलिंजर फोर्ट (उ.प्र.) जन्म स्थान से शहडोल तक की यात्रा की प्रभारी श्रीमती सम्पतिया उईके व यात्रा उप प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद कलिंजर सुमेर सिंह सोलंकी रहेंगे। यात्रा 23 जून को दोपहर में कलिंजर से प्रारंभ होकर अजयगढ़ पहुंचेगी व रात्रि विश्राम करेगी । यह यात्रा 24 जून को दोपहर
में पवई से प्रारंभ होकर बड़वारा पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी और 25 जून को दोपहर विजयराव गढ़ से प्रारंभ होकर अमरपुर पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी । यह यात्रा 26 जून को दोपहर में मानपुर से प्रारंभ होगी और इसका अंतिम पड़ाव शहडोल रहेगा ।
सीधी के धौहनी से पांचवी गौरव यात्रा ..
रूट क्रमांक-5 धौहनी (सीधी) से शहडोल तक की यात्रा प्रभारी श्रीमती हिमाद्री सिंह रहेगी । यह यात्रा 23 जून को कुसमी पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी और 24 जून को ब्योहारी व 25 जून को जयसिंह नगर में रात्रि विश्राम के बाद 26 जून को इस यात्रा का अंतिम पड़ाव शहडोल रहेगा।