हादसा: खड़े ट्रक से जा टकराई कार, पिता – पुत्री ने तोड़ा दम
नागपुर का डाक्टर खेरडे परिवार हादसे का शिकार ,तीन सदस्य घायल

♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
नागपुर- भोपाल एन एच- 47 पर पांढुर्ना के बड़चिचोली के पास शुक्रवार की शाम करीब चार बजे सड़क हादसे में नागपुर निवासी एक पिता सहित उसकी 6 माह की मासूम बच्ची की घटना स्थल पर ही मौत हो गई है।अन्य तीन घायलों का उपचार चल रहा है।हादसा हाइवे पर खड़े ट्रक से कार के टकराने के कारण हुआ है। बड़चिचोली पुलिस घटना की विवेचना कर रही है
जानकारी के अनुसार कार में नागपुर के अयोध्या नगर निवासी डाक्टर गिरीश खेरडे सहित परिवार के पांच सदस्य सवार थे। डाक्टर का परिवार बैतूल से नागपुर लौट रहा था कि बड़चिचोली के पास हादसे का शिकार हो गया।
कार डाक्टर गिरीश का पुत्र मिथलेश चला रहा था।कार में डॉक्टर गिरीश उनकी पत्नी सुधा सहित पुत्र मिथलेश उसकी पत्नी नीतू और मिथलेश – नीतू की 6 माह की मासूम पुत्री थी। डाक्टर परिवार बैतूल से नागपुर लौट रहा था कि बड़चिचोली बायपास के पास अचानक उनकी कार खड़े ट्रक से टकरा गई। हादसे में घटना स्थल पर ही मिथलेश और उसकी पुत्री की मौत हो गई वही तीन सदस्यो को क्षेत्रवासियों ने कार से घायल अवस्था मे निकालकर उपचार के लिए पांढुर्ना अस्पताल पहुंचाया जहां से उन्हें नागपुर रेफर किया गया है। हादसा इतना भयावह था जिसने भी देखा उसके रोंगटे खड़े हो गए कार की गति इतनी तेज थी ट्रक से टकराने के बाद कार के परखचे उड़ गए।
यहां हाइवे पर सड़क किनारे ट्रक के खड़े रहने से पहले भी ऐसे हादसे हुए हैं लेकिन घटनाएं सबक नही बन पा रही है।हादसे के दौरान हाइवे की इमरजेंसी सेवा में एम्बुलेंस डाक्टर तो कभी नजर ही नही आते कि घायलों को तत्काल मदद नसीब हो ना ही सरकार ऐसा कोई प्रयास करती है यहां टोल टैक्स के नाम पर टोल नाको और बॉर्डर पर वाहन चेकिंग के नाम पर रोज लाखो की उगाही चल रही है किंतु नागरिक सेवा के नाम पर कुछ उपलब्ध नही है जबकि हाइवे के नियम में हाइवे अथारिटी इमरजेंसी सेवा के लिए जवाबदार है।