छिन्दवाड़ा लोकसभा : टिकट को लेकर वरिष्ठ नेता संतोष जैन कर रहे वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात, एक बार फिर छिन्दवाड़ा से मैदान में उतरने की तैयारी
वर्ष 1999 में लड़ा था छिन्दवाड़ा से कमलनाथ के खिलाफ लोकसभा का चुनाव
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से वर्ष 1999 में चुनाव लड़ चुके भाजपा नेता संतोष जैन एक बार फिर मैदान में उतरने सक्रिय हैं। पार्टी से टिकट की मांग को लेकर उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा सहित अन्य नेताओं से मुलाकात की है। संतोष जैन पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। उनका कहना है कि वर्ष 1999 के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस नेता कमलनाथ को कड़ी टक्कर दी थी। यह वह दौर था जब चुनाव ईवीएम से नही बल्कि बैलेट पेपर से होते थे। चुनाव में कांग्रेस ने बूथ कैप्चरिंग और मत गणना में धांधलिया की थी। जिसको लेकर उन्होंने मत गणना स्थल पर धरना भी दिया था। उनका कहना था कि यदि धांधली ना होती तो वे 1999 में ही सांसद बन गए होते। इस चुनाव में उन्हें 33 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि इसके बाद 2004 के चुनाव में प्रह्लाद पटेल को 32 प्रतिशत वोट मिले थे।
1999 के बाद वे लगातार छिन्दवाड़ा संसदीय क्षेत्र के कार्यो में लगे रहे किन्तु जब वर्ष 2004 में लोकसभा चुनाव आया तब पार्टी ने उन्हें टिकट ना देकर प्रहलाद पटेल को उम्मीदवार बना दिया था। प्रह्लाद पटेल उस समय अटल सरकार में कोयला मंत्री थे। बालाघाट से सांसद थे। तत्कालीन मुख्यमंत्री उमा भारती ने उन्हें छिन्दवाड़ा में लांच किया था। प्रहलाद पटेल के चुनाव में उन्होंने सौसर और पांढुर्ना क्षेत्र की कमान संभाली थी। पार्टी ने इसके बाद जो भी जवाबदेही दी वे लगातार निर्वहन में है। आज के दौर में संतोष जैन पार्टी के क़दद्दावर नेताओं में गिने जाते हैं।। पार्टी ने उन्हें मध्यप्रदेश में वस्र निगम, महाकौशल विकास प्राधिकरण और पर्यटन विकास निगम का उपाध्यक्ष बनाकर राज्य मंत्री का दर्जा भी दिया था।
छिन्दवाड़ा संसदीय क्षेत्र से एक बार फिर संतोष जैन मजबूती के साथ अपना दावा पेश कर रहे हैं।मध्यप्रदेश चुनाव प्रभारी डॉ महेंद्र सिंह सह प्रभारी श सतीश उपाध्याय से भी उन्होंने मुलाकात की है। छिन्दवाड़ा को लेकर अपनी बात रखी है कि उन्हें पार्टी एक बार और मौका दे। संतोष जैन छिन्दवाड़ा जिले की सौसर तहसील की नगर पंचायत लोधीखेड़ा के निवासी हैं। सौसर अब नवगठित पांढुर्ना जिले में है। छिन्दवाड़ा और पांढुर्ना दोनो जिले अब छिन्दवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में है। भाजपा नेता संतोष जैन के पिता नत्थू साव जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी है। छात्र जीवन मे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के वे नेता रहे फिर संघ से जुड़कर माँ भारती की सेवा के अनेक प्रकल्प उन्होंने चलाए है। जिसके चलते ही वर्ष 1999 में पार्टी ने उन्हें लोकसभा का उम्मीदवार बनाया था।
जिले में संतोष जैन ही एक मात्र ऐसे नेता हैं जिन्होंने भाजपा के आधार स्तम्भ पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी, भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी, राजमाता सिंधिया ,प्रमोद महाजन, सुषमा स्वराज , नितिन गडकरी , पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जैसे दिग्गजों के साथ कार्य किया है। पार्टी के स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय आंदोलनो का संतोष जैन हिस्सा रहे हैं। राम मंदिर आंदोलन और कश्मीर आंदोलन में भी उन्होंने राष्ट्र गौरव के लिए अपनी सेवाएं दी है। देश भक्ति का जज्बा उनमें कूट – कूट कर भरा है। सौसर में मजदूर यूनियन के साथ उन्होंने मजदूरो के हक की लड़ाई लड़ी थी। इस दौरान सांवगा गोलीकांड में कांन्ग्रेस शासन काल मे उन्हें फर्जी प्रकरण बनाकर जेल भेज दिया गया था लेकिन संतोष जैन डरे नही बल्कि डटे रहे। अटल से संदेश यात्रा के वे जिले के संयोजक थे। इस दौरान यात्रा के साथ उन्होंने पूरे जिले का दौरा भी किया था। पार्टी ने ब्लाक से लेकर जिला और प्रदेश स्तर तक की जवाबदारियों उन्हें दी जिसे संतोष जैन ने बखूबी निभाया हैं। सशक्त नेतृत्व के धनी संतोष जैन लोकसभा चुनाव में बैतूल और जबलपुर जिले के प्रभारी भी रहे वही पार्टी ने उन्हें कई जिलों में बतौर पर्यवेक्षक भी भेजा है। अब मोदी के भारत मे विकसित भारत यात्रा में छिन्दवाड़ा को जोड़ने के संकल्प के साथ उन्होंने पार्टी से अवसर मांगा है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी वे मुलाकात कर चुके हैं।