छिन्दवाड़ा के आदिवासी अंचलों के हाल – बेहाल, स्कूलो में मास्टर है ना अस्पतालों में डॉक्टर , जिला पंचायत अध्यक्ष संजय पुन्हार ने जताई नाराजगी
जनपद में ली समीक्षा बैठक,व्यवस्था सुधारने अधिकारियों को किया ताकीद
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा जिले की हर्रई जनपद के गांवो के हाल – बेहाल है। यहां स्कूलो में मास्टर है ना अस्पताल में डॉक्टर गांवो की जनता सरकारी सुविधाओं से वंचित हैं और प्रशासन के बड़े- बड़े दावे है कि आदिवासी अंचलों में विकास कार्यो की कोई कमी नही है। ग्रामीणों सहित जनप्रतिनिधियों की बार- बार की ताकीद के बाद भी अधिकारी व्यवस्था सुधार के प्रति यहां गंभीरता नही दिखाते हैं। आज बुधवार को जब जिला पंचायत के अध्यक्ष संजय पुन्हार हर्रई जनपद की समीक्षा बैठक लेने पहुंचे तब उनके सामने भी सदस्यो ने यही समस्या रखी है।
जिला पंचायत के अध्यक्ष इन दिनों लगातार जनपदों की बैठक लेकर गांवोके हाल – चाल जान रहे हैं। बैठक में मुख्य रूप से उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा,महिला बाल विकास, जल जीवन मिशन, सहकारिता,आपूर्ति, वन, विद्युत, कृषि,सहित अन्य विभागों के कार्यो की समीक्षा की साथ ही शासन की योजनाओ के क्रियान्वयन की प्रगति भी देखी है।
शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई कि यहां ट्राइबल के स्कूलो में शिक्षकों की खासी कमी है। विभाग के 32 स्कूल तो ऐसे हैं जो केवल एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं वही 22 स्कूल में तो एक शिक्षक भी नही है। इनमे माध्यमिक और और प्राथमिक स्कूल शामिल हैं। हर्रई ब्लाक के छात्रावास और आश्रम के हाल भी जुदा नही है। तीन साल से छात्रावास और आश्रमो को सामग्री खरीदी के लिए बजट ही नही दिया गया है। विभाग के अधिकारी इस आदिवासी ब्लाक की शिक्षा व्यवस्था के प्रति लापरवाह बने हुए हैं। ग्रामीण जिला मुख्यालय जाकर शिक्षको सहित अन्य व्यवस्था की मांग कर चुके हैं फिर भी इस सत्र में व्यवस्था नही सुधारी गई है। ब्लाक में 66 स्कूलों को मरम्मत की जरूरत है किंतु मरमम्त के लिए भी बजट उपलब्ध नही कराया गया है। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष ने ट्राइबल विभाग की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहिर करते हुए जिला स्तर पर विभाग की बैठक बुलाकर समीक्षा की बात कही वही अधिकारियों को शिक्षक विहीन स्कूलो में प्राथमिकता के साथ शिक्षको की नियुक्ति और वैकल्पिक व्यवस्था में अतिथि शिक्षक भर्ती करने कहा है।
बैठक में उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को हर्रई और बटका खापा क्षेत्र में लो वोल्टेज की समस्या का निराकरण करने के साथ ही बिजली वंचित मजरे – टोलों में विद्युत आपूर्ति की जानकारी मांगी जिस पर बताया गया कि पी एम जन – मन अभियान में ब्लाक के एक दर्जन से ज्यादा मजरे- टोलों तक बिजली पहुंचाने के लिए लाइन डालने के प्रस्ताव है। ब्लाक में आंगनवाड़ी केंद्रों की भी समीक्षा की गई और भवन विहीन आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए भवन के प्रस्ताव मांगे गए हैं।
बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री सड़क, जलजीवन मिशन में स्वीकृत नल – जल योजनाओ के कार्य मार्च तक हर हाल में पूरा करने के लिए कहा गया है। बैठक में ना आने वाले सहकारिता, वन और आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को नोटिस देने के लिए कहा गया है।
हर्रई जनपद के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष संजय पुन्हार ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली।बैठक में सदस्यो का कहना था कि हर्रई ब्लाक मुख्यालय में 100 बिस्तरों वाले सिविल अस्पताल की सख्त आवश्यकता है। जिला पंचायत अध्यक्ष ने इस मामले मे शासन को प्रस्ताव भेजने कहा है। समीक्षा में बताया गया कि ब्लाक में स्वाथ्य सुविधा लड़खड़ाई है। डिलीवरी तक के लिए ग्रामीणों को जिला अस्पताल छिन्दवाड़ा जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है जबकि हर्रई, सुरलाखापा, बतकखापा, और धनोरा को डिलेवरी पॉइंट बनाया गया है। यहां जननी सुरक्षा वाहन सेवा बंन्द है। स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर्स नही है। स्टाफ मरीजों को अटेंड करते हैं और छिन्दवाड़ा रेफर कर देते हैं। स्वास्थ्य केंद्रों में टेक्निकल स्टाफ भी नही है। एक्सरे सहित अन्य जांच सुविधा का लाभ भी ग्रामीणों को नही मिल पा रहा है। जिला पंचायत अध्यक्ष संजय पुन्हार ने बी एम ओ को एक सप्ताह के अंदर स्वास्थ्य केंद्रों की वयवस्था सुधारने कहा है। बैठक में जनपद अध्यक्ष कंचना उइके, राजकुमार उईके, चंपालाल ऊईके , महेश कुमार इवनाती जनपद सी ई ओ सहित ,विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।