ट्राइबल का जल्लाद अधीक्षक : बाजार में बेच रहा था छात्रावास का राशन, वाहन सहित अनाज जब्त, सहायक आयुक्त ने किया निलंबित
चौरई के अनुसूचित बालक छात्रावास का मामला, पिकअप में था 7 बोरी चावल 27 बोरी गेंहू
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
चौरई में एक छात्रावास का अधीक्षक छत्रावास का राशन बाजार में बेचने की कोशिश में पकड़ा गया है। उसके घर के सामने से एक पिकअप वाहन में 7 बोरी चावल और 27 बोरी गेंहू जब्त किया गया है। यह राशन छात्रावास में होना चाहिए था लेकिन उसके घर मे था और घर से पिकअप वाहन में भरकर बाजार ले जाया जा रहा था। सूचना पर आपूर्ति विभाग की टीम ने वाहन सहित अनाज जब्त किया था। जांच में पता चला कि यह राशन चौरई के अनुसूचित बालक छात्रावास का है। खबर मिलते ही विभाग के सहायक आयुक्त ने छात्रावास के अधीक्षक को निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार अनुसूचित जाति बालक छात्रावास चौरई प्रसून गौतम के निवास चंदनवाडा में 7 बोरी फोर्टीफाईड चांवल और 27 बोरी गेहू एक पिकअप वाहन में भरकर ले जाने की प्रत्याशा में पकड़ा गया। यह अनाज उनके निवास में अवैध रूप से रखा था। यह सामग्री छात्रावास में छात्रों के उपयोग के लिए थी। जो छात्रावास में न रखी जाकर इनके स्वयं के निज निवास में रखी थी। अधीक्षक प्रसून गौतम यह खाद्यान्न को अवैध रूप से परिवहन कर बाजार में बेचने के फिराक में थे। चौरई एस डी एम की रिपोर्ट पर जनजातीय विभाग के सहायक आयुक्त सत्येंद्र मरकाम ने मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम में अधीक्षक प्रसून गौतम को निलंबित कर हर्रई बी ई ओ कार्यालय अटैच कर दिया है।
इधर छात्रावास में रहने वाले छात्रों का कहना है कि अधीक्षक एक तो छात्रावास में नही रहते ना ही भोजन का बेहतर प्रबंध करते हैं। छात्रावास में जो भोजन दिया जाता है वह घटिया क्वालिटी का होता है। सवाल करने पर छात्रों को डांटा – फटकारा जाता है अभद्र व्यवहार कर छात्रावास से बाहर निकालने की धमकी दी जाती है। इन हालातों ने जनजातीय विभाग के छात्रावासो की व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। विभाग में छात्रावास निरीक्षण के लिए क्षेत्र और मण्डल संयोजक की नियुक्ति है किंतु संयोजक कौन से संयोजन में उलझे है।फील्ड पर ना जाकर संयोजक हर माह जिले भर के छात्रावास अधीक्षकों की जिला मुख्यालय में बुलाते हैं। यहां कन्या परिसर के हाल में उनकी बैठक ली जाती है। यह बैठक क्यो होती है। यह भी जांच का विषय है। विभाग के जिले में 89 एस टी, 35 एस सी छात्रावास और 56 आश्रम है। भारी भरकम बजट एस सी एस टी वर्ग की शिक्षा और उन्ननयन के लिए होता है किंतु वास्तविकता में उन्नयन किसका हो रहा है। इस प्रकरण से साफ ही है कि आखिर विभाग में छात्रावासो के प्रभार के लिए आए दिन विवाद क्यो होते हैं।