तीन माह में ही तीन तलाक, मानसरोवर के चौथी मंजिल पर चढ़कर पीड़ित ने मांगा इंसाफ
पुलिस पर आरोप , मोबाइल से ओ टी पी लेकर बन्द करा दी सी एम हेल्प लाइन की शिकायत
♦छिन्दवाडा मध्यप्रदेश –
छिन्दवाडा सिटी के धर्मटेकडी चौकी क्षेत्र में रहने वाली एक मुस्लिम महिला ने आज मानसरोवर काम्प्लेक्स की चौथी मंजिल पर चढ़कर हाथ मे तीन तलाक के विरोध और इंसाफ की गुहार लेकर प्रदर्शन किया है। महिला ने देश के प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और सांसद से अपील की है कि उसे तीन तलाक के दंश से बचाया जाए।
केंद्र सरकार ने 2019 में देश मे तीन तलाक प्रतिबंधित कर कानून लागू किया है। कानून के मुताबिक किसी भी रूप में तत्काल तीन तलाक मौखिक, लिखित या ईमेल या एसएमएस जैसे इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से – अवैध और अमान्य है। पति को इस तरह तीन तलाक देकर रिश्ता समाप्त करने पर तीन साल तक की जेल हो सकती है। नए कानून में पीड़ित महिला अपने और आश्रित बच्चों के लिए भरण-पोषण की मांग करने की हकदार है।
पीड़ित महिला का कहना है कि तीन माह पहले ही उसका निकाह हुआ था। शौहर सहित जेठ ननद उसे दहेज के लिए परेशान करते थे। वह अपने मायके में आकर रहने लगी थी कि शौहर ने तीन तलाक कहकर रिश्ता खत्म कर दिया है। पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस थाना से लेकर सी एम हेल्प लाइन में भी की है लेकिन कोई करवाई नही हुई। पुलिस ने उल्टे उससे उसका मोबाइल लेकर सी एम हेल्प लाइन की ओ टी पी लेकर शिकायत ही बंद कर दी है। ऐसे में आज वह हाथ मे बोर्ड लेकर मानसरोवर काम्प्लेक्स की चौथी मंजिल पर प्रदर्शन करने चढ़ी थी। जहां खड़े होकर उसने लोगो को अपने साथ हुए अन्याय की दास्तां सुनाई और पी एम, सी एम से लेकर सांसद से गुहार लगाई कि उसे तीन तलाक के दंश से बचाया जाए। खास बात यह थी कि महिला के प्रदर्शन के बाद भी पुलिस हरकत में नही आई करीब दो घन्टे तक महिला मानसरोवर काम्प्लेक्स में ही घूमती रही।
महिला का कहना था कि केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार ने मुस्लिम बहनों के विवाह अधिकार को सुरक्षित रखने के लिए नया कानून बनाया है लेकिन मुस्लिम समाज तीन तलाक की कुरीति से बाहर नही आया है। वह तीन तलाक़ और दहेज़ प्रताड़ना,मारपीट की शिकायत दर्ज कराने दरदर भटक रही है।
महिला ने एसपी मनीष खत्री को भी करवाई का आवेदन दिया था। सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस ने उल्टा उसके मोबाइल से सीएम हेल्पलाइन की OTP निकाल कर शिकायत बन्द कर दी है।
महिला ने बताया कि उसका विवाह तीन माह पहले ही 11 मई 2024 को मुस्लिम रीतिरिवाज से छिन्दवाड़ा के एक लॉन में तामिया के बिजोरी निवासी युवक के साथ हुआ था। विवाह के बाद से ही उसका पति,जेठ,सास,ननद दहेज़ के लिए प्रताड़ित करने लगे। उसे जान से मारने की कोशिश भी की गई। तब वह कुछ दिनों से अपने मायके छिन्दवाडा आकर रह रही थी। पति,जेठ ननद ने मायके में आकर भी वाद-विवाद किया और पति ने तीन तलाक देकर रिश्ता खत्म कर दिया है।