स्वामित्व योजना : अब तक छिंदवाड़ा की पांच तहसीलों में सर्वे
पांढुर्णा के बाद छिंदवाड़ा में शुरू होगा ड्रोन सर्वे
छिंदवाड़ा-
स्वामित्व योजना में अब तक जिले की पांच तहसीलों के 1200 गांवो में ड्रोन सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है। वर्तमान में पांढुर्णा में यह सर्वे चल रहा है। इसके बाद छिंदवाड़ा तहसील में शुरू होगा। पांच तहसीलों उमरेठ, परासिया, सौंसर और बिछुआ के गावो में यह सर्वे किया गया है सर्वे में एसडीएम, तहसीलदार, आरआई और पटवारी से लेकर ग्राम कोटवार तक की ड्यूटी है। जिले में दिसंबर माह तक सर्वे कार्य पूरा करने का लक्ष्य है जिले में कुल 1902 गांवो में यह सर्वे होना है इसके लिए सर्वे टीम के साथ समन्वय बनाकर प्रतिदिन कम से कम 4 ग्रामों का ड्रोन सर्वे के आदेश है।
स्वामित्व योजना केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना है जिसके माध्यम से लोगों की संपत्ति का डिजीटल ब्यौरा रखा जाएगा। इसमें ग्रामीण इलाकों की जमीन का मालिकाना हक, अधिकार, ग्रामीणों को सौंपा जाएगा ताकि ग्रामीण इलाकों में रहने वाले ग्रामीण अपनी जमीन के माध्यम से बैंक गारंटी ऋण आदि पा सके। इसके लिए डिजीटल सर्वे के बाद दिए जाने वाला प्रमाण पत्र आवश्यक है। सर्वे में जिले के हर गांव का डिजीटल रिकार्ड तैयार होगा जिसे स्वामित्व रिकार्ड नाम दिया जाएगा।
अवैध कब्जों का भी लग जाएगा पता..
सर्वे ऑफ इंडिया की टीम के अधिकारियों की मौजूदगी में यह सर्वे होगा और इस सर्वे के दौरान गांव में यदि सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा है तो इसका भी पता लग जाएगा इसके अलावा सरकारी जमीन पर लंबे समय से काबिज आवासीय लोगों को भी सर्वे के बाद जमीन पट्टा मालिकाना हक देने की कार्रवाई जिला प्रशासन के माध्यम से होगी..
डिजीटल रिकार्ड के साथ दिया जाएगा प्रमाण-पत्र…
सर्वे से जिले के हर गांव की जमीन का डिजीटल रिकार्ड तो बनेगा ही इसके साथ ही स्वामित्व पोर्टल में भी इसे दर्ज रिकार्ड किया जाएगा और इस आधार पर जमीनों के मालिकों को डिजीटल प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे। इन प्रमाण पत्रों के माध्यम से ही वे अपनी जमीन को मार्डगेज कर सकेंगे और दस्तावेज का रिकार्ड हमेशा के लिए डिजीटलाइज हो जाएगा। इससे तहसीलों में बंटवारा, नामांतरण, फौती दर्ज करने में भी आसानी होगी।