परासिया अस्पताल का सेक्सी बी एम ओ , लेडी डॉक्टर से बोला बदले में क्या दोगी ? नर्स ने भी दर्ज कराई रिपोर्ट
डॉ प्रमोद वॉचक के खिलाफ चार दिन में "सेक्सुअल हरैसमेंट" के दो मामले दर्ज "
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा जिले के परासिया ब्लाक का ” सेक्सी भूत” बी एम ओ डॉ प्रमोद वाचक क्या नर्स क्या डॉक्टर सब पर ही झूमने की कोशिश कर रहा था। डॉक्टर के खिलाफ परासिया अस्पताल की एक लेडी डेंटिस्ट डॉक्टर के बाद छिन्दवाड़ा के कोतवाली थाना में एक नर्स ने भी “सेक्सुअल डिमांड” करने की शिकायत दर्ज कराई है। कोतवाली पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है। चार दिन पहले ही परासिया पुलिस ने भी डॉक्टर के खिलाफ ” सेक्सुअल हरैसमेंट” में आपराधिक मामला दर्ज किया है। चार दिन में ही डॉक्टर के के खिलाफ दो – दो आपराधिक मामला दर्ज हुए है।
इसके पहले भी परासिया अस्पताल की एक नही बल्कि दर्जनों महिला कर्मियों ने डॉ वाचक के खिलाफ अपने चेंबर में बुलाकर अश्लील बातें और हरकते करने के साथ ही सेक्स के लिए ऑफर देने की शिकायत की थी। तब डॉ वाचक को हटा दिया गया था लेकिन यह बेशर्म डॉक्टर स्टे लेकर फिर वापस परासिया बी एम की कुर्सी पर जम गया पर अपनी हरकतों पर लगाम नही लगा सका है।
डॉक्टर कहने को तो “एम बी बी एस”है लेकिन हरकते बता रही है कि वह “सेक्स मेनिया” से पीड़ित है। जिसे मेडिकल में “निंफोमेनिया” कहा जाता है। निफोमेनिया सेक्सुल विकृत मानसिकता है जो समाज के लिए घातक है। डॉक्टर और बी एम ओ जैसे जिम्मेदार पद पर रहकर इस डॉक्टर का व्यवहार ऐसा है कि उसे ना केवल निलंबित बल्कि नॉकरी से ही बर्खास्त कर डॉक्टर की डिग्री भी छीन लेना चाहिए। परासिया अस्पताल की लेडी स्टाफ हो या डॉक्टर उसकी हरकत से इस कदर पीड़ित है कि वे तो इस पर डॉक्टर को ” तालिबानी” सजा देने की वकालत करती है। पुलिस ने डॉक्टर और नर्स की शिकायत पर आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है। अब महकमे की भी कार्रवाई का इंतजार है कि उच्च अधिकारी डॉक्टर के खिलाफ क्या कार्रवाई करते है।
डॉ प्रमोद वॉचक की हरकतें बता रही है कि विभाग की महिलाओं के प्रति उनका व्यवहार क्या है। जो सीधे ही सिविल आचार संहिता और महिला सरंक्षण कानून का उलंघन है। विभाग की महिला कर्मियों ने डॉक्टर के खिलाफ मोर्चा खोलकर थाना तक पहुंच गई लेकिन उन महिलाओं का क्या जो विभाग के अफसर के खिलाफ नॉकरी ,वेतन के साथ ही अन्य दवाब में मुह नही खोल पाती है।
डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट लिखाने वाली डॉक्टर और नर्स ने एक सी बात पुलिस को बताई है कि डॉक्टर वर्किंग के लिए अकेले बुलाता था। फिर सेक्सुअल डिमांड कर जबरदस्ती करने लगता था। महिला की गरिमा को भंग करने का प्रयास करता था। स्वास्थ्य विभाग डॉक्टर के लिए वर्किंग प्लेस ना होकर अपनी काम वासना की तृप्ति का रास्ता बन गया था। विभाग में महिला नर्स और डॉक्टर्स की संख्या ज्यादा है। सबकी ड्यूटी नियमो के दायरे में है तो फिर दायरा पार करने वाले डॉक्टर को स्वास्थ्य विभाग ने अब तक अपना ” दामाद ” क्यो बना रखा है। हालांकि पुलिस का कहना है कि आरोपी डॉक्टर को जल्द गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
स्वास्थ्य महकमे के सबसे ज्यादा महिला नर्स और डॉक्टर्स है लेकिन महकमा ड्यूटी के दौरान इनकी सुरक्षा की जवाबदारी नही उठा पा रहा है। बी एम ओ डॉ प्रमोद वाचक ने आन ड्यूटी लेडी डॉक्टर और नर्स को विभागीय कामकाज के दौरान कहा था कि बदले में क्या दोगी। उसकी डिग्री तो डॉक्टर की है लेकिन वह असल मे वासना पीड़ित एक्सरे मेन है। जिसकी आंखें वासना तृप्ति के लिए अस्पताल में तैनात लेडी डॉक्टर से लेकर नर्स तक के फिजिक का एक्सरे करती रहती है। उसकी बुरी निगाहों से महिला सहम जाती है। इसके पहले भी वह आन ड्यूटी यहां की नर्सों को अपने चेम्बर में बुलाकर उनसे सेक्सी बाते ही नही बल्कि उनके पीछे लगने, बार – बार ऑफर करने के साथ ही अश्लील हरकतों के मामले में फंस चुका है। स्टॉफ़ की महिला कर्मियों के साथ ही उसकी ऐसी हरकतें है तो फिर यह डॉक्टर इलाज के लिए आने वाली महिला मरीजों के साथ क्या करता होगा। इसकी सहज ही कल्पना की जा सकती है। पुलिस तो दर्ज आपराधिक मामले में डॉक्टर को गिरफ्तार कर कार्रवाई करेगी ही लेकिन स्वास्थ्य विभाग कब एक्शन में आएगा।