- छिन्दवाड़ा में लाल मक्का की नई प्रजाति विकसित
कुपोषित के लिए बनेगा वरदान..
छिंदवाड़ा-
अब तक आपने पीला मक्का, सफेद मक्का, स्वीट कार्न देखा होगा लेकिन अब लाल मक्का भी खेतों में होगा। यह लाल मक्का कुपोषितों के लिए वरदान साबित होगा। मक्का की यह नई प्रजाति कृषि अनुसंधान केंद्र छिंदवाड़ा ने विकसित की है और अब अगले खरीफ सीजन में इसके उत्पादन की तैयारियां की जा रही है। मक्का की यह फसल मात्र 97 दिनों में तैयार हो जाती है किसानों के लिए भी यह मक्का आमदनी का बड़ा साधन बनेगा। मक्के की इस प्रजाति को न्यूट्रीरीच, बायोफोर्टीफाइड प्रजाति जवाहर मक्का -1014 नाम दिया गया है। यह प्रजाति हेलमिन्थोस्पापेरियम टरसिकम, हेलमिन्थोस्पापेरियम मयाडिस और तना छेदक के प्रति सहनशील है तथा वर्षा आधारित क्षेत्र विशेषकर पठारी क्षेत्रों के लिये बेहद उपयुक्त है। मक्का की यह प्रजाति अपने आप में समाज में कुपोषित शिशुओं के लिए वरदान है, इस मक्का में लौह, तांबा व जस्ता की मात्रा अधिक हैं। पूर्व में आंचलिक अनुसंधान केन्द्र से विकसित की गयी मक्का की प्रजातियां जवाहर मक्का-8, जवाहर मक्का-12 व जवाहर मक्का-216 से औसत रूप में इस मक्का की प्रजाति में लौह 86.50 प्रतिशत, तांबा 47.23 प्रतिशत व जस्ता 22.20 प्रतिशत अधिक है।
डॉक्टर गौरव महाजन का अनुसंधान..
इस मक्के की प्रजाति के विकसित करने में कृषि अनुसंधान केंद्र छिंदवाड़ा में पदस्थ कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर गौरव महाजन का अनुसंधान है। उन्होंने देश के कृषि विश्वविद्यालयों और केन्द्रीय अनुसंधान केन्द्रों द्वारा विकसित की गई विभिन्न फसलों की नवीनतम प्रजातियों में मक्के की नई प्रजाति जवाहर मक्का-1014 को विकसित किया है। इसमें जवाहरलाल नेहरु कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति डॉ.पी.के.बिसेन और संचालक अनुसांधान सेवाए डॉ.जी.के.कौतु सह संचालक अनुसंधान डॉ.पराडकर का भी योगदान रहा।
एक हेक्टेयर में 66 क्विंटल उत्पादन
मक्के की यह प्रजाति एक हेक्टेयर में 66 क्विंटल का उत्पादन दे सकती है। आंचलिक अनुसंधान केन्द्र के प्रमुख वैज्ञानिक एवं सह संचालक अनुसंधान डॉ.पराडकर ने बताया मक्के की इस नई प्रजाति के बीज की परिवक्ता 95-97 दिन की है औसत उपज भी 66.28 क्विंटल है। इस प्रजाति को सी.एम.एम.-1014 कोड किया गया था जो कि आगे चलकर जवाहर मक्का-1014 के रूप में मध्यप्रदेश शासन ने अनुमोदित कर दिया है। मक्का के पौधे के भुट्टे की ऊंचाई 95 से.मी. और सिल्क 50 दिन में आती है।