आखिर बिक गया छिंदवाड़ा का सोयाबीन प्लांट..
एसके इंटरप्राइज ने 8 करोड़ 78 लाख में खरीदा..
छिंदवाड़ा-
छिंदवाड़ा में कोई नया बड़ा उद्योग तो नहीं लगा अलबत्ता 25 साल से बंद सोयाबीन प्लांट जरुर बिक गया है
तिलहन संघ की इस संपत्ति को प्रदेश सरकार के लोक संपत्ति विभाग ने आन लाइन टेंडर कर छिंदवाड़ा की ही एसके इंटरप्राइज फर्म को 8 करोड़ 78 लाख में बेच दिया है
फर्म ने सोया प्लांट की सभी मशीनें खरीद ली है
फर्म के मालिक कपिल सोनी है जो बतौर व्हीकल कंसल्टेंट बड़े कारोबारी है
छिंदवाड़ा-सिवनी मार्ग पर चौरई के पलटवाड़ा में 25 साल पहले तिलहन संघ ने करीब 20 करोड़ की लागत से यह प्लांट शुरू किया था जो घाटे के चलते मात्र दो साल में ही बंद हो गया और ऐसा बंद हुआ कि दोबारा शुरू ही नहीं हो पाया था। बंद प्लांट की मशीनें रखे-रखे कबाड़ हो रही थी ऐसे में तिलहन संघ ने प्लांट की मशीनरी बेचने का फैसला लिया और ऑनलाइन टेंडर में सोयाबीन प्लांट की सभी मशीनें 8 करोड़ 78 लाख में छिंदवाड़ा की एसके इंटरप्राइज फर्म को बेच दी गई है। सोयाबीन प्लांट की करीब 12 एकड़ जमीन भी है और यहां अधिकारी और कर्मचारियों के रहने के लिए कालोनियां भी बनी है। इस कालोनी में भी मकान जीर्ण-शीर्ण हो गए है और कई मकानों का अवैध कब्जे है। करीब तीन साल तक सोयाबीन प्लांट की खाली बिल्डिंग में केंद्रीय स्कूल चौरई का संचालन भी होता रहा है। तिलहन संघ ने अभी केवल मशीनरी बेची है और आने वाले समय में जमीन बेचने की भी योजना है।
बिक चुके है कई उद्योग..
छिंदवाड़ा में इसके पहले भी कई उद्योग बिक चुके है जिसमें इमलीखेड़ा में स्थापित हुई प्लायवुड फैक्ट्री, बल्व फैक्ट्री, खड्डा फैक्ट्री के भी यही हाल हुए है। गारमेंट क्षेत्र में आई शाही एक्सपोर्ट ने करीब 6 साल तक प्रोडक्शन के बाद अपनी फैक्ट्री यहां से उठा ली थी। छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश का बड़ा जिला है और यहां उद्योग की बहुत संभावनाएं है बड़े उद्योगपति छिंदवाड़ा में निवेश करने की योजना जरूर बनाते है लेकिन फिर हाथ पीछे खींच लेते है आखिर क्यों? इस सवाल का जवाब प्रशासन को गंभीरता से सोचना होगा ताकि जिले में उद्योग स्थापना के पर्याप्त अवसर बने रहे।
2 हजार से ज्यादा लोग करते थे काम
अब यह इतिहास में दर्ज हो गया है कि जिले की चौरई तहसील के पलटवाड़ा में सोयाबीन प्लांट था किसी जमाने में दो हजार से ज्यादा लोग यंहा काम करते थे। यह वह दौर था जब जिले में सोयाबीन का उत्पादन सबसे ज्यादा था। तिलहन संघ की देखासीखी यहां निजी क्षेत्र में परतला में भी सोयाबीन प्लांट सिवनी के उद्योगपति ने शुरू किया था जो आज तक चल रहा है। इस प्लांट को अडानी कंपनी ने हायर किया है।
इनका कहना है
चौरई के पलटवाड़ा स्थित सोयाबीन प्लांट की मशीनरी को नीलाम कर दिया गया है। ऑनलाइन टेंडर के माध्यम से एसके इंटरप्राइस को 8 करोड़ 78 लाख में मशीनरी दी गई है।
अर्पित पटेल
सहायक प्रबंधक लोक परिसंपत्ति विभाग
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