अमरवाड़ा के सोनपुर छात्रावास में 11 वी के छात्र की मौत, सहायक आयुक्त ने अधीक्षक को किया निलंबित
लापरवाही: बीमार था छात्र, अधीक्षक ने नही कराया इलाज
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
जनजातीय विभाग छिन्दवाड़ा के ब्लाक अमरवाड़ा में सीनियर बालक छात्रावास में कक्षा 11 वी के एक छात्र की मौत हो गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सहायक आयुक्त सत्येंद्र मरकाम ने अधीक्षक को निलंबित कर “जांच” के आदेश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार सीनियर बालक छात्रावास सोनपुर में रहने वाले कक्षा 11 वी के छात्र ओम प्रकाश पिता रमेश मर्सकोले शनिवार को सुबह उठा नही तब अन्य छात्रों ने उसे देखा और स्टाफ को खबर की । स्टाफ ने छात्र को उपचार के लिए “अमरवाड़ा” अस्पताल लाया था। अस्पताल में डॉक्टर ने चेकअप के बाद छात्र को “मृत” घोषित कर दिया। छात्र ने हाल ही में तिमाही परीक्षा दी थी। शुक्रवार को उसकी तबियत खराब थी लेकिन अधीक्षक ने उसका कोई उपचार कराया ना ही पूछा और शनिवार को उसने “छात्रावास” में ही दम तोड़ दिया। छात्र को आनन – फानन में तत्काल अमरवाड़ा अस्पताल लाया गया था लेकिन तब तक काफी देर ही चुकी थी।
इस घटना ने एक बार फिर “जनजत्तीय” कार्य विभाग के जिले के आदिवासी ब्लाक में संचालित “छात्रावास” के संचालन की पोल खोल कर रख दी है। छात्र की मौत की खबर पर जिला मुख्यालय से तत्काल ही अफसर अमरवाड़ा पहुंचे थे।अफ़सर सोनपुर छात्रावास भी गए थे। छात्रावास में अन्य छात्र तो बीमार नही थे लेकिन प्राथमिक जांच मे पाया गया कि छात्रावास में रहने वाले छात्रों का इस सत्र में अब तक एक बार भी “स्वास्थ्य परीक्षण” नही कराया गया था। इतना ही नही छात्रों ने बताया कि “अधीक्षक” सविता तिवारी मुख्यालय में निवास भी नही करती है।छात्रावास के संचालन के साथ ही पद के दायित्व निर्वहन में लापरवाही सामने आई है।
रिपोर्ट पर विभाग के “सहायक आयुक्त” सत्येंद्र मरकाम ने तत्काल ही “अधीक्षक” सविता तिवारी को सिविल सेवा अधीनियम में “निलंबित” कर दिया है। निलंबित अधीक्षक को जुन्नारदेव बी ई ओ कार्यालय अटैच किया गया है। छात्र की मौत की जांच के आदेश के साथ ही उन्होंने छात्र के पिता को 25 हजार की सहायता राशि का चेक दिया है। यह छात्र बटका गांव का निवासी था छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहा था।
नवेगांव जुन्नारदेव छात्रावास अधीक्षक भी निलंबित..
सोनपुर के साथ ही सहायक आयुक्त सत्येंद्र मरकाम ने जुन्नारदेव के “नवेगांव” सीनियर बालक के अधीक्षक धनन्नू लाल यदुवंशी को भी निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई अधीक्षक की घोर लापरवाही सामने आने पर की गई है। निरीक्षण में पाया गया कि छात्रावास में छात्रों को दिया जाने वाला भोजन ” गुणवत्ता हींन” था। छात्रावास में गंदगी का आलम था। कमरे से लेकर बाथरूम तक गंदे थे। इतना ही नही अधीक्षक छात्रावास का रिकार्ड ” छात्रावास” कार्यालय में ना रखकर ” घर” और रखते थे। यहां बाथरूम जीर्ण- शीर्ण हालत में थे वही जगह- जगह मकड़ी के जाले लगे थे। निलंबित अधीक्षक को छात्रावास से हटाकर बी ई ओ कार्यालय बिछुआ अटैच किया गया है।