एन एच आई में ठगी: नौकरी के नाम पर 30 युवाओ से उगाहे 24 लाख.?
एम्बुलेंस पायलट और ई एम टी बनाने का दिया झांसा
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
नेशनल हाइवे के मार्गो पर एम्बुलेंस पायलट और इमरजेंसी मेडिकल आफिसर की नौकरी के नाम पर ठगी का बड़ा मामला छिन्दवाड़ा पुलिस के पास पहुंचा है। मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम में जंन सुनवाई में यह मामला आया है।
जनसुनवाई कर रही सिटी एस पी प्रियंका पांडेय को पीड़ित युवाओ को साथ लेकर पहुंचे अशोक आम्रवंशी ने बताया कि एन एच आई के जबलपुर मैनेजर शशिकांत ठाकुर ने छिन्दवाड़ा के करीब 30 युवाओ से 24 लाख रुपया की अवैध वसूली की और सर्विस भी नही दी है। शशिकांत ठाकुर ने नौकरी के नाम पर आवेदन लिए और फिर आवेदन कर्ताओं में किसी से 40 किसी से 30 तो किसी से 25 हजार रुपया नौकरी के नाम पर लिए है। मैनेजर ने हाइवे मार्गो की इस सर्विस में नौकरी का प्रलोभन युवाओ को दिया था युवा उसके झांसे में फस गए और अब बड़ी रकम गवाकर पुलिस से न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
मैनेजर ने एक महीने के अंदर नौकरी देने की बात कही थी किन्तु युवाओ का कहना है कि उसने ना केवल छिन्दवाड़ा बल्कि अन्य जिलों के युवाओ को भी इसी तरह झांसा देकर धन उगाही की है। जांच करने पर पुलिस नौकरी के नाम पर एन एच के अधिकारी की बड़ी ठगी का मामला उजागर कर पीड़ितों को उनका रुपया वायस दिला सकती है।
एन एच आई अपने मार्गो पर दुर्घटना रोकने के साथ ही इमरजेंसी सेवा में एम्बुलेंस और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन टोल नाको पर रखने का फैसला लिया है। देश के बड़े हाइवे मार्गो पर तो इमरजेंसी सेवा के लिए हाइवे पर कंट्रोल रूम के साथ पूरी टीम ही तैनात रहती है। इसका संचालन नेशनल हाइवे इंस्टिट्यूशन के माध्यम से होता है। नेशनल हाइवे अथारिटी इसके लिए एजेंसी सेवा लेती है डायरेक्ट कोई भर्ती नही करती है।
सिटी एस पी प्रियंका पांडेय ने मामले को गंभीरता से सुना और युवाओ के बयान के बाद मामले की जांच शुरू करा दी है।