छिन्दवाड़ा में शिक्षा के बाद ट्राइबल में पकड़ा 40 लाख का घोटाला
जिला कोषालय की टीम ने की जांच, बाबू अपने खाते में कर रहा था आहरण

♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
शिक्षा विभाग में 65 लाख के घोटाले के बाद अब आदिवासी विकास विभाग के तामिया बी ई ओ कार्यालय में भी करीब 40 लाख का घोटाला पकड़ा गया है। यहां भी बाबू शिक्षकों के वेतन सहित अन्य भुगतान की राशि जिला कोषालय से अपने निजी खाते में आहरित कर रहा था।
शिक्षा विभाग का घोटाला सामने आने पर अलर्ट पर आए जिला कोषालय ने यह गड़बड़ी पकड़ी थी। जिस पर कलेक्टर ने जिला कोषालय अधिकारी अरुण वर्मा को जांच के आदेश दिए थे। जिला कोषालय अधिकारी ने पांच सदस्यीय टीम बनाकर मामले की जांच की। टीम जांच के लिए तामिया बी ई ओ कार्यालय में भी डेरा डाले बैठी थी।
जांच में गड़बड़ी मिली है और अब इसकी रिपोर्ट कलेक्टर को दी जाएगी जिसके बाद तामिया बी ई ओ और बाबू के खिलाफ भी एफ आई आर होना तय माना जा रहा है।
जांच में जो तथ्य मिले हैं उसके अनुसार बी ई ओ कार्यालय का बाबू शिक्षकों के वेतन ,एरियर्स जी पी एफ सहित अन्य राशि के भुगतान के लिए शिक्षकों के पत्रक में शिक्षकों की जगह अपना बैंक अकाउंट नंबर डाल देता था और कोषालय से रकम उसके खाते में ट्रांसफर हो जाती थी।
जांच के दौरान बाबू के ऐसे चार खाते पाए गए हैं जिनमे दो खातों में बड़ी रकम जमा भी मिली हैं। जांच टीम ने तामिया बी ई ओ कार्यालय की कैश बुक , बिल – बाउचर ,रजिस्टर, सहित अन्य दस्तावेज जब्त कर लिए है। पाया गया कि बाबू लंबे समय से ऐसा कर रहा था और भुगतान के लिए आने वाले शिक्षकों को गुमराह भी कर रहा था।
जांच में जरीब 40 लाख की गडवड़ी पकड़ी गई है। टीम अब फाइनल जांच रिपोर्ट बना रही है जिसमे बी ई ओ और कार्यालय के लिपिक दोनो की भूमिका मुख्य है क्योंकि लेन- देन बी ई ओ की लॉगिन पासवर्ड से हो रहा था। इस मामले में आदिवासी विकास विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर सत्येंद्र मरकाम ने कहा है कि मामले की जांच हो रही है जो भी अधिकारी- कर्मचारी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।