शिक्षा विभाग में 65 लाख का घोटाला, दो बी ई ओ और दो बाबुओं सहित आठ कर्मियों पर एफ आई आर
गबन कांड में कोतवाली पुलिस ने दर्ज किया धोखाधड़ी का मामला

कोषालय के दो लिपिक भी निलंबित,
जिला कोषालय अधिकारी को कारण बताओ नोटिस
दो बी ई ओ के निलंबन का प्रस्ताव कमिश्नर को भेजा
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
शिक्षा विभाग में 65 लाख के वित्तीय घोटाले की जांच रिपोर्ट आने के बाद विभाग ने दो बी ई ओ और दो बाबुओं सहित आठ कर्मियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई है। कोतवाली पुलिस ने आठो के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। अब पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करेगी।
इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए कलेक्टर शीतला पटले ने जिला कोषालय अधिकारी अरुण वर्मा को कारण बताओ नोटिस थमा दिया है वही कोषालय के दो लिपिकों के साथ ही शिक्षा विभाग के अन्य चार कर्मियों को भी निलंबित कर दिया है। कलेक्टर ने छिन्दवाड़ा और मोहखेड बी ई ओ का निलंबन प्रस्ताव भी कमिश्नर जबलपुर को भेजा है। इस मामले में शिक्षा विभाग के दो बाबू पहले ही निलंबित किए जा चुके हैं।
छिन्दवाड़ा शिक्षा विभाग के बी ई ओ कार्यालय में शिक्षकों के वेतन, पी एफ, डी ए सहित एरियर्स की राशि मे 65 लाख के गबन और धोखाधड़ी का मामला पिछले दिनों ही प्राथमिक जांच में उजागर हुआ था। इस दौरान कलेक्टर शीतला पटले ने दो बाबुओं अनिल कुडापे और किशोर जगदले को निलंबित कर आई एम भीमनवार से बी ई ओ का प्रभार छीन लिया था। संयुक्त संचालक शिक्षा जबलपुर की टीम इस मामले की जांच कर रही थी। गड़बड़ी छिन्दवाड़ा और मोहखेड दोनो ब्लाक के बी ई ओ कार्यालय में पाई गई थी। पूरी जांच रिपोर्ट आने के बाद अब इसमें लिप्त पाए गए दो बी ई ओ , दो बाबू सहित आठ लोगों पर धोखाधड़ी का आपराधिक मामला कोतवाली थाना में कायम किया गया है।
शिक्षा विभाग के अफसरों को तो भनक भी ना थी कि छिन्दवाड़ा और मोहखेड के बी ई ओ कार्यालय में क्या खेल चल रहा है। इसकी शिकायत सीधे लोकायुक्त को पहुंची थी कि बी ई ओ कार्यालय के लिपिक जिला कोषालय से कुछ निजी खातों में राशि ट्रांसफर करा रहे हैं। लोकायुक्त ने ही जबलपुर संयुक्त संचालक को छिन्दवाड़ा बी ई ओ कार्यालय में जांच का आदेश दिया था । संयुक्त संचालक ने यहां वित्त विभाग की टीम भेजी थी जो लगातार 10 दिनों तक जांच करती रही और छिन्दवाड़ा ही नही मोहखेड बी ई ओ कार्यालय में भी ऐसी ही गड़बड़ी को भी पकड़ा था। दरअसल अनिल कुडापे बाबू दोनो ब्लाक में वित्तीय आहरण से जुड़ा था और उसे ही घोटाले का मास्टर माइंड माना जा रहा है। उसने ही कोषालय से फर्जी खातों में शिक्षकों के हक की राशि निजी खातों में ट्रांसफर कराई थी। इस मामले में यह भी तथ्य है कि जब कोषालय से निजी खातों में राशि ट्रांसफर कराई जा रही थी तब कोषालय के अधिकारियों ने तत्काल रोका क्यो नही और आपत्ति दर्ज नही कराई थी। इस मामले में अब जिला कोषालय की भूमिका की भी जांच की जा रही है। कलेक्टर शीतला पटले ने जिला कोषालय अधिकारी को कारण बताओ नोटिस दिया है और कोषालय के दो बाबुओं को निलंबित कर दिया है।
यहां पदस्थ बाबू ने बी ई ओ की डिजिटल आई डी और हस्ताक्षर लेकर जिला कोषालय से लगातार शिक्षकों के वेतन सहित पी एफ , डी ए और एरियर्स की राशि का निजी खातों में आहरण कर घोटाले को अंजाम दिया है। बाबू कोषालय से राशि अन्य निजी खातों में ट्रांसफर कराकर उसका उपयोग कर रहे थे। एक बाबू ने तो घोटाले की राशि अपनी पत्नी के बैंक अकाऊंट में तक ट्रांसफर करा रखी थी। मामले में बाबू अनिल कुडापे की पत्नी अंजू कुडापे भी आरोपी बनाया गया है।
छिन्दवाड़ा के शिक्षा विभाग में अब तक का यह सबसे बड़ा वित्तीय घोटाला है जो उन बाबुओं ने मिलकर अंजाम दिया है जो शिक्षकों से उनके वेतन ,पी एफ सहित अन्य राशि निकालने के लिए रुपया ऐंठते थे। जांच के बाद विभाग की कारगुजारियों का पुलिंदा सामने आ गया है। विभाग के वरिष्ठ अफसरो के आदेश पर विभाग के वरिष्ठ लिपिक प्रमोद मौर्य एफ आई आर लिखाने कोतवाली थाना पहुंचे थे।
कोतवाली पुलिस ने जांच रिपोर्ट के आधार पर छिन्दवाड़ा बी ई ओ आई एम भीमनवार, मोहखेड बी ई ओ मनोहर भलावी सहित बाबू अनिल कुडापे, किशोर जगदले, शिक्षक श्यामराव नागवंशी, संतोष उइके सारना संकुल, भृत्य कमलेश गढ़ेवाल और बाबू अनिल कुडापे की पत्नी अंजू कूड़ापे के खिलाफ अपराध क्रमांक 414 /23 धारा 420, 406, 409, 34, 120 (B) भादवि में मामला पंजीबद्ध किया है।
कोषालय अधिकारी को नोटिस, बी ई ओ का निलंबन, अन्य कर्मी भी निलंबित…
शिक्षा विभाग के इस घोटाले के मामले में कलेक्टर शीतला पटले ने दो बाबू अनिल कुडापे और किशोर जगदले को को पहले ही निलंबित कर दिया था। शुक्रवार को एफ आई आर के बाद उन्होंने शामराव नागवंशी प्राथमिक शिक्षक , संतोष उइके सहायक अध्यापक कमलेश कुमार गढ़ैवाल भृत्य विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय छिंदवाड़ा, उपेन्द्र कुमार भारती सहायक कोषालय अधिकारी छिंदवाड़ा एवं रामेश्वर सिंह बैस लिपिक जिला कोषालय छिंदवाड़ा को निलंबित कर दिया है
इसके साथ ही कलेक्टर ने आई एम भीमनवार विकासखंड शिक्षा अधिकारी छिंदवाड़ा एवं मनोहर भलावी विकासखंड शिक्षा अधिकारी मोहखेड़ का निलंबन प्रस्ताव कमिश्नर जबलपुर को भेजा है साथ ही जिला कोषालय अधिकारी छिंदवाड़ा अरुण वर्मा को कारण बताओं नोटिस जारी किया है।