वेतन पर ही खर्च हो जाता है नगर निगम छिन्दवाड़ा का 70 प्रतिशत बजट
235 करोड़ के बजट पर 235 मिनिट भी चर्चा नही
कांग्रेस ने पार्षदों के बहुमत बल पर परिषद की बैठक में बजट पर लगाई मोहर
छिन्दवाड़ा – 48 वार्डो वाले नगर निगम छिन्दवाड़ा का सालाना बजट अब 235 करोड़ का होगा गुरूवार को कांग्रेस ने अपने बहुमत के बल पर बिना किसी चर्चा के बजट सहित अन्य 6 प्रस्ताव परिषद की बैठक में पास कर दिए हैं 235 करोड़ के बजट पर बैठक में 235 मिनिट भी चर्चा नही हो पाई बजट का 56 प्रतिशत हिस्सा अर्थात करीब 131 करोड़ रुपया शहर के विकास पर खर्च करने का संकल्प कांग्रेस ने दिया है निगम चुनाव के करीब सात माह बाद परिषद की यह पहली बैठक थी इससे पहले निगम परिषद की एक भी बैठक नही हुई है बजट की बैठक शायद मजबूरी थी इसलिए बुलाई गई थी बैठक की अध्यक्षता महापौर विक्रम अहके ने की बैठक में निगम अध्य्क्ष सोनू मांगो ,सभापति सहित कांग्रेस -भाजपा के पार्षद नेता प्रतिपक्ष विजय पांडेय सहित कमिश्नर राहुल सिंह ,कार्यपालन यंत्री ईश्वर चंदेली के साथ विभाग प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे परिषद के 48 पार्षदों में कांग्रेस के 28 और भाजपा के 19 पार्षद है एक पार्षद का पद रिक्त है भाजपा के पार्षदों ने बजट बैठक में अपने प्रस्ताव शामिल ना करने पर हंगामा करते हुए तैयार आठ प्रस्ताव पर चर्चा की मांग रखी थी किन्तु चर्चा होती इससे पहले ही लंच ब्रेक के नाम पर बैठक स्थगित कर दी गई औऱ ब्रेक के बाद कोई बैठक ही नही हो पाई ना ही किसी पार्षद को बैठक में इंटरेस्ट नजर आया बैठक में कांग्रेस अपने बहुमत से ही बजट सहित 6 प्रस्ताव पर मोहर लगाकर बैठक की ओपचारिकताए पूरी कर चुकी थी
निगम के बजट में कांग्रेस ने बजट का 56 प्रतिशत शहर के विकास पर खर्च करने की बात कही है किंतु वास्विकता शायद यह है कि निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन पर ही बजट का 75 प्रतिशत से ज्यादा खर्च हो जाता है नगर निगम स्थापना व्यय के नियमो का आज से नही वर्षो से धज्जियां उड़ा रहा है निगम में अधिकारियों – कर्मचारियों की संख्या डेढ हजार से ज्यादा है निगम में आडिट विभाग भी है जिसकी आपत्तियों को दरकिनार कर रखा गया है सवाल यह है कि 75 प्रतिशत हिस्सा केवल वेतन पर ही खर्च हो जाएगा तब निगम निधि से भला शहर में कौन से विकास के कार्य करा लिए जाएंगे निगम कर्मियों को वेतन दे पाने की कशमकश में ही कांग्रेस का अब तक सात माह का समय निकल चुका बजट की तस्वीर साफ ही है कि कांग्रेस निगम के अपने बजट में कोई बड़ा प्रोफ़ाइल पेश नही कर पाई है
ये है बजट के प्रावधान
नगर निगम ने 235 करोड़ का बजट पारित किया है यह रकम निगम को रेवेन्यू और अपने केपिटल से मिलेगी इसमे रेवेन्यू से 1 अरब 3 करोड़ और केपिटल से 1 अरब 32 करोड़ की आवक बताई गई है
ये है मुख्य फैसले
- मालहनवाड़ा में 21 करोड़ की लागत से ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण प्रस्तावित
- जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए घर पहुंच सेवा
- जल आवर्धन योजना के विस्तार के लिए अमृत 2.0 में 115 करोड़ की नई कार्य योजना
- कमजोर वर्ग के 1000 लोगो को एन यू एल एम में रोजगार के लिए प्रशिक्षण
- पी एम स्वनिधि में 1100 लोगो को स्वरोजगार का लक्ष्य
- शहर के वार्डो में सड़क ,पुलिया सहित अन्य निर्माण
- नगर निगम में ई -गवर्नेंस
- गोधूलि वृद्ध आश्रम का संचालन
- गांधी गंज ,जिला अस्पताल और गुरैया मंडी में दीनदयाल रसोई का संचालन
- स्वछता सर्वे में सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने मशीनों का क्रय
- कायाकल्प योजना में 7 करोड़ की लागत से सड़कों का निर्माण
- भरतादेव विकास के लिए पी पी पी मॉडल
- शहर में आवारा पशुओं और श्वान नियंत्रण
- कैरियर के लिए ई – लायब्रेरी की स्थापना
- मैरिज लॉन के लिए शहर की व्यवस्था अनुसार अनुमति प्रावधान
- चार फाटक ओवर ब्रिज का गुरु गोविंद सिंह ब्रिज के नाम पर नामकरण
- 30 सितंबर के पूर्व संपत्ति कर भुगतान पर 6. 25 प्रतिशत की छूट