800 करोड़ खर्च फिर भी पटरी पर नही छिन्दवाड़ा-मंडला फोर्ट
छिन्दवाड़ा की जनता को कब नसीब होगी सस्ती रेल यात्री औऱ परिवहन सुविधा

नैनपुर तक दो-दो ट्रेन को रेल मंत्रालय दे चुका मंजूरी
रफ्तार नही पकड़ता छिन्दवाड़ा का डेवलपमेंट..
मुकुन्द सोनी छिन्दवाड़ा-छिन्दवाड़ा के विकास में रफ्तार होती तो ना जाने कब का मेट्रो सिटी बन चुका होता यह जिले की जनता के जागरूक ना होने का ही परिणाम है कि यहां कोई भी विकास के बड़े प्रॉजेक्ट कभी समय पर पूरे नही होते है तो भी किसी को कोई फिक्र ना फर्क.
छिन्दवाड़ा-नागपुर ब्राडगेज का मामला ही ले लीजिए 129 किलोमीटर के इस ट्रैक के निर्माण का वर्ष 2004 में शिलान्यास किया गया था मात्र दो साल में बन जाना था लेकिन बना 2020 तक 16 साल तक छिन्दवाड़ा के वाशिंदों को छिन्दवाड़ा-नागपुर के बीच सस्ती सुलभ रेल यात्रा नसीब नही हो पाई रेल मार्ग चालू ना था तब सड़क परिवहन ही एक मात्र रास्ता था परिणाम बस ,टेक्सी, लगेज में महंगे किराए का बोझ जनता ढोती रही जो इस रेल परियोजना की लागत से भी कही ज्यादा हो सकता है छिन्दवाड़ा नागपुर ट्रेक करीब 12 सौ करोड़ की लागत में बना है अब छिन्दवाड़ा -नागपुर के बीच मात्र दो पैसेंजर दौड़ रही है जबकि दर्जनों ट्रेन दौड़ सकती हैं…
यही हाल छिन्दवाड़ा -जबलपुर मार्ग का है इस ट्रैक को नेरोगेज से ब्राड गेज में बदलने छिन्दवाड़ा-मंडला फोर्ट ट्रेक की आधारशिला वर्ष 2014 में रखी गई थी अब इस प्रोजेक्ट को भी आठ साल गए हैं छिन्दवाड़ा -मंडला फोर्ट के सेंटर में नैनपुर है यहां से रेलवे ट्रेक बतौर ब्राडगेज जमाने से जबलपुर से जुड़ा है पहले छिन्दवाड़ा से जबलपुर की यात्रा में नेरोगेज से नैनपुर और नैनपुर से ट्रेन बदलकर ब्रॉडगेज से जबलपुर पहुँच जाते थे यह ट्रेक भी पिछले आठ सालों से निर्माण के नाम पर बंद है छिन्दवाड़ा केवल सड़क मार्ग से ही जबलपुर से जुड़ा है अब यहाँ भी वही हो रहा है जो नागपुर मार्ग के लिए हुआ था रेल के अभाव में जिले में सड़क परिवहन के नाम पर ट्रेवल माफिया खड़ा हो गया है सरकार ने राज्य परिवहन निगम भी बंद करा दिया है ऐसे में परिवहन के निजी ठेकेदारों की मर्जी से ही छिन्दवाड़ा को यात्री और लगेज सेवाए मिल पाती है किराया -भाड़ा रेलवे के मुकाबले चार गुना है बड़ा सवाल यह है कि छिन्दवाड़ा की जनता सस्ती यात्री और परिवहन सुविधा की हकदार नही है क्या..?
रेल मंत्रालय दे चुका 800 करोड़..
छिन्दवाड़ा-मंडला फोर्ट के लिए रेल मंत्रालय ने मंजूरी भी दी और 800 करोड़ का बजट भी दे दिया है इतना ही नही इस ट्रैक के इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए भी अलग से बजट दिया जा चुका है रेल मंत्रालय मंडला तक ना सही नैनपुर तक एक नही दो- दो ट्रेन चलाने की मंजूरी भी चार माह पहले दे चुका है ट्रेन के समय और स्टापेज का भी नोटिफिकेशन कर दिया गया है किंतु रेलवे ही ट्रेन सेवा शुरू नही कर पा रहा है कारण कहीं ट्रेक का काम फाइनल नही तो कहीं रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग का अब तो ट्रेक पर इलेक्ट्रिफिकेशन का काम भी अधूरा बताया जा रहा है छिन्दवाड़ा की जनता बाट ही जोह रही है कि पटरी पर ट्रेन कब से दौड़ेगी नैनपुर छिंदवाड़ा से छोटा रेलवे स्टेशन है इस स्टेशन में में जमाने की ट्रेन आ रही है जा रही है बस बंद है तो वो है केवल छिन्दवाड़ा रेलवे ट्रेक आखिर क्यों ..?
ऐसा है छिन्दवाड़ा-मंडला फोर्ट प्रोजेक्ट..
छिन्दवाड़ा-मंडला फोर्ट ट्रेक 182 किलोमीटर का है इसकी लागत 8सौ करोड़ 26 लाख की है छिन्दवाड़ा से मण्डला तक कुल 12 स्टेशन है जिनमें छिन्दवाड़ा सहित झिलमिली,काराबोह,पीपरडाही,सिवनी, भौमा,कान्हीवाड़ा, पलारी,केवलारी,नैनपुर, चिरईडोंगरी, और मंडला फोर्ट है 15 पैसेंजर हाल्ट है इनमे घाट परासिया,उमरिया इसरा मरकाहांडी,चौरई,कपूरदा,समसवाड़ा, जतारा,गंगा टोला, खेररंजी,धातुरा अलीपुर,जामगांव, रामपुरी,सिमरिया,कजरवाड़ा, लिमरुआ शामिल हैं रेलवे के अनुसार इस ट्रैक में 25 बड़े पुल,254 छोटे पुल के अलावा 24 रेलवे फाटक है