आदिवासी विकास विभाग को बड़ा झटका, वित्त विभाग ने वापस लिया तीन करोड़ का बजट
जनजातीय विभाग असिस्टेंट कमिश्नर ने छात्रावास और आश्रम अधीक्षकों से मांगी रिपोर्ट

♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा के जंन जातीय विभाग को बड़ा झटका लगा है। वित्त विभाग ने विभाग को छात्रावासों और आश्रम की मरम्मत के लिए दिया तीन करोड़ का बजट वायस ले लिया है। वित्त विभाग ने यह राशि चार माह पहले विभाग को दी थी। इस अवधि में विभाग एक भी छात्रावास और आश्रम को मरम्मत का कार्य शुरू नही करा सका था। बजट से विभाग को बिल्डिंग सुधार, इलेक्ट्रिक फिटिंग , बॉउंड्रीवाल निर्माण सहित अन्य सविधा विकास के कार्य कराने थे।
इस मामले को विभाग के असिटेंट कमिश्नर सत्येंद्र सिंह मरकाम ने अब छात्रावास और आश्रम अधीक्षकों से जवाब मांगा है। गत दिवस उन्होंने शिक्षा कन्या परिसर में विभाग की बड़ी बैठक की और अगली बैठक में रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा है। हालांकि विभाग ने बजट लेप्स नही किया है बल्कि बजट वापस लेकर आवश्यकता अनुसार कार्य के बाद भुगतान के लिए बिल भोपाल प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
बैठक में उन्होंने छात्रावास और आश्रमों के अधीक्षकों को प्रधानमंत्री आदिवासी आदर्श ग्राम योजना में चयनित ग्रामों के विकास के लिये ग्राम विकास कार्य योजना ग्राम पंचायत के सचिव से चर्चा कर निर्धारित प्रारूप में तैयार कर जिला कार्यालय में जल्द प्रस्तुत करने के साथ ही सत्र 2023-24 में छात्रावास- आश्रम में नवीनीकरण व नवीन छात्रों के प्रवेश, छात्रावासों – आश्रम में खाद्यान्न उठाव, छात्रावासों के युक्तियुक्तकरण की जानकारी भी मांगी ।
उन्होंने छात्रावासों और आश्रमों में सीट वृध्दि, जूनियर से सीनियर किये जाने के प्रस्ताव, अतिरिक्त कक्ष, एप्रोच रोड एवं बाउंडरी वाल निर्माण, प्रोफाईल पंजीयन व ऑनबोर्डिंग की जानकारी एजेंडा बिंदुओं के मानक पर देने के लिए अंतिम मौका देकर इसके बाद लापरवाही पर सीधे एक पक्षीय कार्रवाई के आदेश भी दिए हैं।
छात्रावास और आश्रम अधीक्षकों के बाद उन्होंने जिले के आदिवासी ब्लाक के बी ई ओ, मंडल संयोजक और प्राचार्यो की भी बैठक ली। जिसमे संकुल प्राचार्यो को अपनी अधीनस्थ शालाओं का निरीक्षण कर रिपोर्ट बी ई ओ के माध्यम से भेजने और वित्तीय आहरण – वितरण में सत्यापन के बिना भुगतान ना करने के लिए कहा है।
असिटेंट कमिश्नर सत्येंद्र सिंह मरकाम ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से विभाग के उद्द्देष्य औरर मानक पर बेहतर परिणाम मूलक कार्य के साथ दायित्व निभाने की प्रेरणा दी। बैठक में रिक्त उच्च पद पर प्रभार शाला में प्रवेश, सी एम राइज, पुस्तक गणवेश, स्टेशनरी, पुस्तकालय, विज्ञान प्रयोगशाला व साफ-सफाई सहित अन्य विषयों की समीक्षा के साथ ही स्कूलों में समय सारणी में संगीत, खेल-कूद, प्रायोगिक कालखंड आदि अनिवार्य रूप से लगाने के लिए कहा गया।
बैठक में सहायक संचालक उमेश सातनकर, मंडल , बी ई ओ ,स्कूलों के प्राचार्य , छात्रावास और आश्रमो के अधीक्षक उपस्थित थे। जिले में आदिवासी विकास के पास आदिवासी ब्लाक में 91 छात्रावास, 56 आश्रम के साथ ही 5 शिक्षा कन्या परिसर, 4 एकलव्य स्कूल सहित करीब डेढ़ हजार प्रथमिक, माध्यमिक, हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल है। सहायक आयुक्त ने जिला स्तरीय बैठकों के बाद ब्लाक स्तरीय बैठक और निरीक्षण के लिए भी शेड्यूल तय किया है।