जानलेवा हमले के आरोपी को सुनाई दस साल की सजा, जेल जाते ही आ गया हार्ट अटैक, मौत की हो रही मजिस्ट्रियल जांच
दो बेटे और समधी को भी साथ मे मिली हैं दस साल की कैद

♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
न्यायालय से हाफ मर्डर केस एक आरोपी को दस साल की सजा सुनाई गई थी । इस आरोपी को जब जिला जेल लाया गया तो जेल के अंदर हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई। कैदी के साथ उसके दो बेटे और समधी को भी दस साल की सजा हुई थी। कैदी की मौत की मजिस्ट्रियल जांच के बाद शव परिजनों को दिया गया और बेटों को मोहलत देकर अंतिम संस्कार कराया गया है।
घटना जिला जेल छिन्दवाड़ा की है। यहां 29 दिसम्बर की शाम को जिला न्यायालय से कैदी उमरेठ के भमाड़ा गांव के निवासी पुनाजी ओकटे उसके दो बेटे और समधी को गांव में एक व्यक्ति के साथ मारपीट और जानलेवा हमले के आपराधिक मामले में दस साल की सजा सुनाई गई। 29 दिसम्बर की शाम को ही सभी को जिला जेल में शिफ्ट किया गया था। कैदी को करीब 24 घण्टे का ही समय हुआ था कि 31 दिसम्बर की शाम पुनाजी को जेल बैरक में हार्ट अटैक आ गया। पुनाजी अस्थमा का मरीज भी था। तत्काल ही जिला जेल के डॉक्टर ने उसका चेकअप किया और हालत खराब लगने पर जिला अस्पताल लाया गया। जिला जेल अधीक्षक यजवेंद्र वाघमारे ने उसे जिला अस्पताल लाया था जहां डॉक्टर्स ने कैदी को मृत घोषित कर दिया।
कैदी की अचानक मौत पर डी एम मनोज पुष्प ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए। प्रथम श्रेणी न्यायधीश मेहताब सिंह की मौजदगी में जांच के साथ ही कैदी के शव का पोस्टमार्टम कराया गया और शव अंतिम संस्कार लिए परिजनों को सौपा गया। मृतक के दो बेटे और समधी को मोहलत पर अंतिम संस्कार में शामिल होने की इजाजत दी गई। जिला जेल अधीक्षक यजवेंद्र वाघमारे ने बताया कि कैदी की उम्र करीब 70 साल की थी वह अस्थमा से पीड़ित था। जेल में शिफ्ट होने के बाद संभवत उसे हार्ट अटैक आ गया। मामले की मजिस्ट्रियल जांच चल रही है।