अयोध्या श्री राम मंदिर में विराजेगी कर्नाटक के मूर्तिकार योगीराज की बनाई मूर्ति , तीन मूर्तिकारों की बनी मूर्तियों में से किया समीति ने चयन
बनाई है केदारनाथ धाम में आदिशंकराचार्य और इंडिया गेट में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति

♦अयोध्या श्री राम जन्म भूमि-
भगवान श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या में नव- निर्मित भव्य श्री राम मंदिर के गर्भ गृह में कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई गई ‘रामलला’ की श्याम वर्ण की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी। तीन मूर्तिकारों की बनाई गई मूर्तियों में उनकी बनाई मूर्तियों का चयन किया गया है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरा देश इस मूर्ति के दर्शन करेगा। योगी राज ने केदारनाथ धाम में आदि शंकराचार्य और दिल्ली के इंडिया गेट में लगी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा भी बनाई है। राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। यह मौका पूरे देश के लिए खास होगा।
इस महोत्सव में कर्नाटक भी खास बन गया है। यहां के मूर्तिकार योगीराज की बनी मूर्ति मंदिर में स्थापित होगी।, कर्नाटक के ‘मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई गई भगवान राम की मूर्ति के चयन से कर्नाटक के गौरव भी बढ़ गया है। कर्नाटक का भगवान राम से गहरा संबंध है । किष्किंधा इसी राज्य में स्थित है। वह किष्किंधा ही है जहां राम के परम भक्त हनुमान का जन्म हुआ था। मूर्तिकार योगीराज ने कहा कि मुझे प्रसन्न्ता है कि ‘रामलला’ की मूर्ति तराशने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा चुने गए तीन मूर्तिकारों में से वे एक है। केदारनाथ में स्थापित आदि शंकराचार्य की मूर्ति और दिल्ली में इंडिया गेट के पास स्थापित की गई सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति बनाने का मौका भी उन्हें ही मिला था। उन्होंने कहा कि चुनौती आसान नहीं थी। ‘मूर्ति बालस्वरूप की बनानी थी, जो दिव्य हो, क्योंकि यह भगवान के अवतार की मूर्ति है। जो लोग मूर्ति को देखते हैं उन्हें दिव्यता का एहसास होना चाहिए।
दीपक चौरसिया की दुकान से आएगा बनारसी पान..
प्राण प्रतिष्ठा में रामलला को भोग लगाने के बाद खास बनारसी पान अर्पित किया जाएगा। यह पान अयोध्या की हनुमान गढ़ी में स्थित दीपक चौरसिया की दुकान से जाएगा। दीपक ने रामलला के लिए पान तैयार करने का जिम्मा बनारस के अपने रिश्तेदार उमाशंकर चौरसिया को सौंपा है। उमाशंकर के मुताबिक, उन्हें 151 पान का ऑर्डर मिला है। यह पान विशेष ढंग से बनाया जाएगा। बाल स्वरूप में भगवान सुपारी नहीं खा सकते, इसलिए सुपारी को बारीक काटने के बाद पानी में भिंगोकर मुलायम किया जाएगा। सभी 151 पान मीठे होंगे। उन्हें सिंघाड़े की आकृति देकर चांदी की बरक में लपेटा जाएगा।
तैयार किए जा रहे 203 गाइड ..
देश भर से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कांशीराम पर्यटन अध्ययन संस्थान लखनऊ में पहले चरण में चार क्षेत्रीय भाषाओं के 203 गाइड तैयार किए गए हैं। इनको संस्थान ने बंगाली, तेलुगु, गुजराती और नेपाली भाषा की ट्रेनिंग दी गई है। इनमें से 180 ऐसे हैं, जिनकी ट्रेनिंग पूरी होने के बाद दस्तावेजों का वेरिफिकेशन हो गया है। वे पूरी तरह तैयार हैं। पर्यटन अध्ययन संस्थान की असिस्टेंट प्रफेसर जया यादव ने बताया कि ज्यादातर गाइड अयोध्या और आसपास के ही रहने वाले हैं। जनवरी के पहले हफ्ते में इनकी अयोध्या में एक हफ्ते की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग होगी। इन सभी के प्रशिक्षण का खर्च सरकार ने उठाया है। इन गाइडों के बारे में पर्यटन विभाग के ब्रॉशर पर जानकारी रहेगी। अयोध्या में देशभर से लोगों के आने की उम्मीद है। उन्हें यहां कोई दिक्कत न हो, इसके लिए उनकी भाषा के जानकार गाइड तैयार किए जा रहे है।