हड़ताल: छिन्दवाड़ा में 29 हजार अधिकारी और कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश लेकर खोला सरकार के खिलाफ मोर्चा
पुरानी पेंशन बहाली सहित 39 सूत्रीय मांगों को लेकर निकाली महारैली

मुकुन्द सोनी ♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
सरकार कर्मियों की “पुरानी पेंशन बहाली” सहित 39 सूत्रीय मांगों को लेकर गम्भीर नही है। इस मुद्दे पर पिछले दो सालों से लगातार “आंदोलन” कर रहा अधिकारी- कर्मचारी “संयुक्त मोर्चा” ने शुक्रवार को एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। मोर्चा के आह्वान पर जिले के 29 हजार से ज्यादा अधिकारी- कर्मचारी ” सामूहिकअवकाश” लेकर सड़क पर उतर आए और धरना प्रदर्शन कर जिला मुख्यालय में रैली निकाली।
इस दौरान कलेक्ट्रेट सहित सभी सरकारी कार्यालयों में “सन्नाटा” रहा। अनेक कार्यलय तो ऐसे थे जिनका “ताला” भी नही खुला। मोर्चा के बैनर तले कर्मियों ने कलेक्ट्रेट के सामने “मैदान” में धरना दिया। इस दौरान कर्णचरी नेताओ ने मोर्चा की मांगों को लेकर अपने हक की आवाज बुलंद की। कर्मचारी नेताओ का कहना था कि सरकार हर वर्ग को खुश करने में लगी है लेकिन सरकार को अपने ही कर्मी दिखाई नही दे रहे हैं। दिया तले अंधेरा वाला आलम बना हुआ है। सरकार का मोर्चा ने अपने आंदोलनों के माध्यम से एक नही अनेक बार ध्यान खींचा है किंतु “आस्वाशन “के सिवाए कुछ हाथ नही आया है।
मोर्चा के जिला अध्यक्ष सतीश गोंडाने ने कहा कि मोर्चा की सबसे मुख्य मांग “पुरानी पेंशन” बहाली की है। देश मे हर राज्य की सरकार कर्मियों की “पुरानी पेंशन” बहाल जर चुकी है केवल मध्यप्रदेश की सरकार ही ऐसी है जिसने अब तक कोई फैसला नही लिया है। कर्मचारी मोर्चा कर्मियों के “हक” की आवाज को सरकार तक कई बार पहुंचा चुका है। अब वक्त सरकार फैसले का है। मोर्चा बार- बार आंदोलन नही चाहता अपनी मांगों की पूर्ति चाहता है। यह मुद्दा प्रदेश के हजारो कर्मियों के भविष्य का है।
मोर्चा की सभा में “देश भक्ति” के गीत गाए गए। रैली में हजारों की संख्या में कर्मचारियों ने शहर की सड़को पर अपनी मांगो के नारे लगाए। रैली कलेक्टरेट मैदान से बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा, बस स्टैंड के पीछे से होते हुए फवारा चौक हनुमान मंदिर होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची । जहां जिला प्रशासन को प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम 39 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन दिया गया।
सभा को वरिष्ठ कार्य अध्यक्ष डॉ एमके मौर्य जिला संयोजक, मुकेश खरे जिला महामंत्री संजय भावरकर, जिला सचिव रमेश शर्मा जिला सचिव, संयुक्त मोर्चा के संरक्षक, जितेंद्र सिंह जिला अध्यक्ष मध्य प्रदेश राजपत्रित अधिकारी संघ,हेमंत चांद , देवेश शर्मा , राजेश साहू प्रमोद कुमार शर्मा, आरजी चित्तवार, मालती सिंगारे, किरण शर्मा, दिनेश ठाकुर ,नारायण ढाकने ,तुकाराम दुर्गे, भू शंकर डेहरिया, शशि तिवारी ,सहित सभी कर्मचारी संगठनों के नेताओ ने संबोधित किया।
आंदोलन में जिले में कुल 63 विभागों में 1263 लिपिक एवं 19479 नियमित कर्मचारी एवं अधिकारी, साथ ही 7000 करीब 7000 संविदा, स्थाई कर्मी, दैनिक दैनिक वेतन भोगी कोटवार,आउटसोर्स ,आंगनबाड़ी, पंचायत सचिव ग्राम सहायक, संविदा कर्मी, स्वास्थ्य संविदा कर्मी ,समस्त विभागों के अधिकारी कर्मचारी, लिपिक, कंप्यूटर ऑपरेटर, पटवारी राजस्व निरीक्षक , ग्राम सचिव, संविदा कर्मी पंचायत कर्मी , स्थाई कर्मी, हैंडपंप टेक्नीशियन आशा उषा कार्यकर्ता शामिल हुई।
ये है प्रमुख मांगे…
- पुरानी पेंशन बहाली,
- लिपिको की वेतन विसंगति ,
- पदोन्नति नियम शीघ्र लागू किए जाने,
- गुरूजी, अध्यापक, स्थाई कर्मी को नियुक्ति दिनांक से वरिष्टता का लाभ।
- स्वास्थ्य बीमा, *
- समस्त विभाग की वेतन विसंगति, पदनाम, स्थाई कर्मी को सातवां वेतनमान,
- आउटसोर्स कर्मियों का नियमितीकरण
- पेंशनर्स की धारा 49 समाप्ति,
- लिपिक की वेतन विसंगति दूर किया जाना
- मंत्रालय के समान समयमान वेतनमान दिए जाने
- चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को सहायक पद नाम दिए जाने एवं वेतनमान में सुधार,वन सुरक्षा
- श्रमिक नीति बनाने,
- आउटसोर्स कर्मचारी को नियमित करने,
- संविदा कर्मचारी को नियमित करने,
- नर्सेस ऑफिसर की वेतन विसंगति दूर किये जाने
- पटवारियों का ग्रेड पे 2800 किए जाने,
- अंशकालीन कर्मचारी को नियमित करने
- कार्यभारित कर्मचारी को अर्जित अवकाश का लाभ