जुन्नारदेव का आशीष हत्याकांड : मात्र 12 घण्टे में पुलिस ने पर्दाफाश कर आरोपी को भिजवा दिया जेल
महिला के पूर्व प्रेमी ने शराब पीने के बहाने बुलाकर लिखी थी मौत की कहानी
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
महिला का प्रेम जाल ऐसा जंजाल बना कि पूर्व प्रेमी ने वर्तमान प्रेमी की निर्ममता से हत्या कर दी । जुन्नारदेव पुलिस ने प्रेमी का शव मिलने के मात्र 12 घण्टे की अवधि में ना केवल इस अंधे हत्याकांड का खुलासा कर दिया बल्कि आरोपी को जेल की सलाखों के पीछे भिजवा दिया है। मामला जुन्नारदेव में शनिवार की रात की गई आशीष चौरसिया की हत्या का है।
35 साल के आशीष का शव जुन्नारदेव के स्टेडियम में मिला था। पोस्टमार्टम से पता चला कि उसके शरीर पर धारदार हथियार के वार के तीस से ज्यादा घाव है। आशीष की शादी नही हुई थी वह रामलीला मंच के पास बाजार में अंडा और दाबेली का ठेला लगाता था।
इसी ठेले में आते – जाते उसकी मुलाकात उस महिला से हुई थी जिसके पूर्व प्रेमी राकेश बाबू यादव ने उसे मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि महिला जुनारदेव के एक सरकारी कार्यालय की कर्मचारी है विधवा है। पहले उसकी दोस्ती जुनारदेव के ही राकेश बाबू यादव से थी राकेश से ब्रेकअप के बाद उसने आशीष को लिफ्ट दी थी । आशीष का उसके घर आना – जाना था । राकेश ने दोनो को साथ देखा तो उसके तन – बदन में आग लग गई उसने आशीष को रास्ते से हटाने की योजना बना ली और शनिवार की रात आशीष को साथ मे शराब पीने के बहाने स्टेडियम बुला लिया जहां दोनो ने शराब पी और फिर जब आशीष नशे में डूब गया तब राकेश ने साथ लाए चाकू से आशीष पर एक के बाद एक ताबड़तोड़ वार कर दिए। आशीष को मौत के घाट उतारकर राकेश ने उसके शव पर मिट्टी डाली और फरार हो गया था।
पुलिस को शनिवार की सुबह स्टेडियम में आशीष का शव मिला। आशीष की हत्या की खबर ने जुन्नारदेव में सन सनी फैला दी। चौरसिया समाज घटना से आक्रोशित हो गया हत्यारे को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा की मांग को लेकर समाज थाना भी गया था।
टी आई ब्रजेश मिश्रा ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरू की और काल डीटेल के आधार पर महिला सहित दो – तीन लोगों को पुछताछ के लिए राउंडअप किया था। आशीष और राकेश का बैगराउंड भी खंगाला था। जिसमे एक महिला से दोनो के संबंध की बात पता चली थी । पूछताछ के दौरान ही इस अंधे हत्याकांड का खुलासा होने में ज्यादा देर नही लगी ।
हत्या के बाद मात्र 12 घण्टे की अवधि में आरोपी को अरेस्ट करने पर एस पी विनायक वर्मा ने जुन्नारदेव थाना टीम को ना केवल नगद पुरुस्कार देने की घोषणा की बल्कि जिला कंट्रोल रूम में कांफ्रेंस कर हत्याकांड का खुलासा किया है
टी आई ब्रजेश मिश्रा ने बताया कि आरोपी को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जिला जेल भेज दिया गया है। आरोपी पर जुन्नारदेव थाना में पहले भी जुआ , मारपीट औरर हत्या के प्रयास के चार मामले दर्ज है।
जब आरोपी से पूछा गया कि हत्या के बाद आशीष के शव को उसने मिट्टी से पूरने की कोशिश की थी क्या तो आरोपी का कहना था कि मरने के बाद उसने शव पर मिट्टी इसलिए डाली थी कि आशीष की आत्मा उसे ना सताए।
इस अंधे हत्याकांड का खुलासा करने में टी आई ब्रजेश मिश्रा सहित एस आई मयंक उइके , शरद मालवी ,प्रधान आरक्षक नीतेश रघुवंशी, आरक्षक चंद्रकिशोर रघुवंशी ,नीरज भलावी, नवीन निवारे ,नितिन ,निशान्त जैन सहित फोरेंसिक और सायबर टीम का योगदान रहा टीम ने आरोपी की पतासाजी कर उसे गिरफ्तार भी किया और हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद किया है।