छिन्दवाड़ा के सिहोरा में बने रामेश्वरम धाम में मनाया जाएगा अयोध्या उत्सव, रात में धूम आतिशबाजी, दिनभर बटेगी राम खिचड़ी
रामधुन के साथ भक्तिधारा में भजन मण्डल देंगे भजनों की प्रस्तुति
🚩छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश- 🚩
छिन्दवाड़ा के सिवनी मार्ग स्थित सिहोरा माल में बने ” रामेश्वरम धाम” में 22 जनवरी को “अयोध्या उत्सव” मनाया जाएगा। भारत देश के अयोध्याधाम में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की प्रतिमा स्थापना के उत्सव के अवसर पर मन्दिर ट्रस्ट ने यह आयोजन किया है। इस अवसर पर धाम में विशेष साज- सज्जा की जा रही है । श्रद्धालुओ को यहां नए आकर्षणों के भी दर्शन होंगे। धाम श्रद्धालुओ के दर्शनार्थ खुला है। साथ ही इसका इंटरनल कार्य भी चल रहा है। महाशिवरात्रि पर रामेश्वरम धाम में महाविधान प्रस्तावित है।
22 जनवरी को यहां भगवान श्री राम के अराध्य महादेव शिव के धाम रामेश्वरधाम में भजन मंडलियां भजनों की प्रस्तुति देंगी। इसके साथ ही धाम में ही तैयार होने वाली राम खिचड़ी का यहाँ दिनभर वितरण कार्यक्रम चलेगा। रात्रि में आठ बजे धाम में अयोध्या उत्सव की खुशी में धूम आतिशबाजी की जाएगी। ट्रस्ट के नवीन साहू ने बताया कि रामेश्वरम धाम के लिए भी यह दिव्य संयोग है कि अयोध्या मन्दिर की निर्माण अवधि में ही रामेश्वरम धाम का भी निर्माण हुआ है। ऐसा संयोग में ही इस कार्यक्रम का सृजन किया गया है। साहू परिवार और श्री रामेध्वर धाम मंदिर ट्रस्ट आयोजन उत्सव में आप सभी को परिवार सहित सादर आमंत्रित करता है।
इस धाम में भगवान ” भोलेनाथ” की 81 फुट ऊंची कपूर वर्णम “शिव प्रतिमा” स्थापित की गई है। जिसके दर्शन मात्र से श्रद्धालुओं में नई ऊर्जा के साथ भक्ति , ध्यान ,योग, जप- तप के भाव भर जाते हैं। शिवभक्ति के अनुभव में यह धाम ऊर्जा का बड़ा केंद्र है।
धाम की शिव प्रतिमा “मध्यप्रदेश राज्य ” की सबसे ऊंची प्रतिमा है। प्रतिमा के नीचे परिसर में विशाल मंदिर है। मंदिर का डिजाइन “श्रीयंत्र” पैटर्न पर है। यहां आने वाली ” महाशिवरात्रि” के अवसर पर ” प्राण प्रतिष्ठा” महोत्सव प्रस्तावित है। करीब चार एकड़ में बने इस धाम के निर्माण और संचालन की जवाबदारी के लिए ” शिव शंकर सेवा ट्रस्ट” बनाया गया है। धाम में स्थापित प्रतिमा में “भगवान शिव “ध्यान मुद्रा में है। यहां “श्रद्धालुओ” की सुविधा के लिए दो एकड़ में पार्किंग जोन” है। राजस्थान, महाराष्ट्र और दिल्ली के ” आर्किटेक्ट” ने मिलकर “रामेश्वरम धाम” का यह निर्माण किया है। जिसमे अभी इंटरनल वर्क भी चल रहा है। धाम में भगवान शिव की विशाल प्रतिमा के नीचे गर्भ गृह में श्रीराम दरबार, देवी लक्ष्मी,भगवान विष्णु, दुर्गा माता, भववान गौरी शंकर भगवान राधा- कृष्ण, मां सरस्वती और भगवान पंचमुखी हनुमान की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। यहां एक बड़ा “सरोवर” वाटिका और छोटे-छोटे चार “सरोवर” बन रहे है। मंदिर के लिए ” वियतनाम मार्बल” से मूर्तिया बनाई जा रही है।धाम में श्रद्धालुओ के लिए शिव प्रतिमा तक पहुंचने 31 सीढ़िया और पाथ- वे बनाया गया है। परिसर का निर्माण रेड स्टोन से किया गया है। तो आइए रामेश्वरम धाम भगवान शिव की 81 फुट ऊंची अदभुद प्रतिमा के दर्शन के साथ 22 जनवरी को अयोध्या उत्सव की भी खुशियां मनाइए हमारे साथ..