पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिए भाजपा जिलाध्यक्ष विवेक बंटी साहू खड़ा कर रहे सवालों का घेरा ,दूरबीन के बाद सवालों का सत्याग्रह
हाथ मे सवालों का बोर्ड लेकर रोज घर से महात्मा गांधी स्मारक तक करते हैं पैदल मार्च, सवालों के साथ स्मारक पर देते हैं धरना
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
सवाल हो या तर्क बदल देते हैं व्यक्ति का मानस पटल। आजकल छिन्दवाड़ा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से किए जा है सवाल चर्चा में है। इनके जवाब भले ही ना आए किन्तु क्या भाजपा के जिला अध्यक्ष और छिन्दवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार “कमलनाथ” के मुख्य प्रतिद्वन्दी विवेक बंटी साहू अपने “सवाल सत्याग्रह” से तेजी के साथ छिन्दवाड़ा के मतदाताओं का मानस पटल बदल रहे हैं..? 17 नवम्बर की वोटिंग और 3 दिसम्बर की मतगणना इसका वास्तविक परिणाम तो घोषित करेगी ही किन्तु सवालों के “सत्याग्रह” ने जनता के बीच अपना “आग्रह” पहुंचाने का काम कर विवेक बंटी साहू जनता के बीच अपनी नई छबि गढ़ रहे हैं। यह “आग्रह” उनकी ताकत बना तो छिन्दवाड़ा में स्थानीय राजनीति का बड़ा ” सूत्रपात” हो सकता है। नेता बनकर तो उन्होंने दिखा ही दिया है कि अब “नेशनल मीडिया” तक उन्हें “कव्हर” करने छिन्दवाड़ा में दस्तक देता है।
छिन्दवाड़ा के चुनाव में “भाजपा प्रत्याशी” विवेक बंटी साहू की चर्चा ना केवल छिन्दवाड़ा बल्कि पूरे देश और प्रदेश में है। कारण कांग्रेस के “महारथी” के आगे भाजपा ने किसी “महारथी” को नही बल्कि अपने एक कार्यकर्ता को मैदान में उतारा हैं और यह कार्यकर्ता अपने संघर्ष से खुद ” महारथी” बनने की दिशा में बढ़ रहा है। जनमानस के मानस पटल पर “चिंतन – मनन” की स्थितियां इस कार्यकर्ता ने खड़ी कर दी है। अपने रोज के ” हर घर दस्तक” के चुनाव प्रचार के साथ वे फव्वारा चौक स्थित “राष्ट्र पिता महात्मा गांधी के स्मारक पर रोज सुबह “धरना” देने भी पहुंचते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के छिन्दवाड़ा में 43 साल को लेकर 43 सवाल के जवाब के लिए उन्होंने इस “सवाल सत्याग्रह” की शुरुआत की है। वे रोज सुबह अपने घर से अपने हाथों में एक “बोर्ड” लेकर पैदल निकलते हैं। इस बोर्ड में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिए एक सवाल होता है। इस सवाल को आम जन मानस को पढ़वाते और चर्चा करते हुए वे फव्वारा चौक स्थित “राष्ट्रपिता महात्मा गांधी” के स्मारक पर पहुंचते हैं और उन्हें नमन कर सवाल का बोर्ड स्मारक पर रखते हैं।अपने सवालों के जवाब के लिए ” बापू” भी “सत्याग्रह” का ही रास्ता अपनाते थे। परिणाम अंग्रेजी हुकूमत को भी उनकी बात का जवाब देना पड़ता था। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सवालों का जवाब दे ना दे मगर इन सवालों पर जनता का जवाब “सर्वोपरि” हो सकता है कि अब जनता किस कसौटी पर उन्हें कसती है।
अपने इस “सत्याग्रह” से भाजपा के जिला अध्यक्ष और छिन्दवाड़ा विधानसभा के प्रत्याशी ” विवेक बंटी साहू पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिए सवालों का बड़ा घेरा बना रहे हैं। 43 साल के लंबे सफर में छिन्दवाड़ा कहा पहुंचा है। छिन्दवाड़ा से मात्र 130 किलोमीटर की दूरी पर बसा महाराष्ट्र का “नागपुर” कहा से कहा पहुंच गया और छिन्दवाड़ा आज भी केंद्र सरकार के मानक में देश के 100 पिछड़े जिलो में आता है। यहां की 70 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा के नीचे आती है तो फिर शोध का विषय हो सकता है कि विकास किसका हुआ है । कमलनाथ बड़े नेता हैं लेकिन सवाल केवल छिन्दवाड़ा जिले के लिए है जिसका वे 43 साल से प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।वे जवाब देंगे नही लेकिन ये सवाल जनमानस तक पहुंचेंगे और इनसे जन का मानस पटल बदल जाए तो भी सवालों के इस “सत्याग्रह” से विवेक बंटी साहू का लक्ष्य पूरा होता है।
भाजपा में विवेक साहू नए दौर की नई राजनीति में नई पीढ़ी के युवा प्रयोगवादी नेता है। इससे चुनाव से पहले उन्होंने छिन्दवाड़ा विधानसभा में “विधायक ढूंढो अभियान” चलाया था। शहर से लेकर गांव तक “दूरबीन” युक्त वाहन से कार्यकर्ता आम जन से पूछ रहे थे कि ” विधायक जी ” 5 साल में आपके वार्ड या गांव में आए क्या..? इस अभियान से कांग्रेस के जिला अध्यक्ष को इतनी चिढ़ आई कि उन्होंने भाजपा जिला अध्यक्ष को ” दो कौड़ी” का कह दिया तो उन्होंने “हां मैं भी दो कौड़ी का” अभियान भी जनता के बीच शुरू कर दिया था।
अब तक ये सवाल रखे सामने..
भाजपा जिला अध्यक्ष ने एक सप्ताह पहले यह अभियान शुरू किया था। सात दिनों से उनका यह सवाल सत्याग्रह चल रहा है। इस सत्याग्रह में वे जनता की राय भी लेते हैं। सलाह मशविरा भी करते हैं और प्रतिक्रिया भी जानते हैं-उनका कहना है कि छिन्दवाड़ा की जनता ने कमलनाथ को 9 बार सांसद चुना, एक बार उनकी पत्नी को सांसद बनाया पिछले चुनाव में उनके पुत्र नकुलनाथ को सांसद और कमलनाथ को विधायक चुना है। छिन्दवाड़ा से चुनकर कमलनाथ केंद्र की सरकार में अनेक विभागों के मंत्री रहे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री भी बने लेकिन जितना उन्हें मिला है उसके मुकाबले उन्होंने छिन्दवाड़ा को क्या रिटर्न किया है-
- केंद्र सरकार में उद्योग मंन्त्री थे तब कितने उद्योग छिन्दवाड़ा में खुलवाए।
- राम मंदिर सनातन का है तो कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट और संसद में विरोध क्यों किया।
- आपकी 22 कंपनी और उद्योग है। इनमे छिन्दवाड़ा में एक भी नही क्यो।
- आपके उद्योग और कंपनी से छिन्दवाड़ा के कितने युवाओ को रोजगार मिला।
- विकीलीक्स के मुताबिक आपने देश का परमाणु कार्यक्रम लीक कर अमेरिका से डील की।
- आपकी करोड़ो की संपत्ति है लेकिन आपने सी एम रहते गरीबो के आवास की 1330 करोड़ की केंद्र सरकार की राशि लौटा दी।
- आप छिन्दवाड़ा को अपना परिवार कहते हैं किंतु 43 साल में कितने लोगों के अंतिम संस्कार में मोक्षधाम गए।
- 1984 के सिख दंगो में आपका नाम क्यो।
- कांग्रेस का हाथ आंतकवाद के साथ क्यो।
- छिन्दवाड़ा की सात सीट से एक भी महिला को टिकट नही क्यो।
- सांसद बनी पत्नी अल्कानाथ से इस्तीफा दिलवा दिया था क्यो।
- कहा है छिन्दवाड़ा में सतपुड़ा शक्कर कारखाना।
- क्यो नही खुली भाखरा कोयला खदान
- क्यो नही खुली हर्रा डौल कोयला खदान।