छिन्दवाड़ा सिटी में मास्टर प्लान लागू : रिंग रोड से जुड़े 55 गांवो तक शहर का विस्तार
2035 तक के लिए है प्लान , महानगरों की तरह हो सकेगा विकास
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
अवैध कालोनियों को वैध करने के आदेश के बाद अब राज्य शासन ने छिन्दवाड़ा सिटी का मास्टर प्लान लागू कर दिया है। राजपत्र में 26 मई को इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं। यह मास्टर प्लान 2035 तक के लिए है। इसके पहले छिन्दवाड़ा सिटी में वर्ष 2001 में मास्टर प्लान लागू किया गया था जो 2011 तक के लिए था इसके बाद नए मास्टर प्लान को लागू करने में 11 साल लग गए हैं। छिन्दवाड़ा सिटी के नए मास्टर प्लान का ड्राफ्ट हैदराबाद की एक कंपनी ने तैयार किया है जिस पर करीब 280 दावों- आपत्ति की सुनवाई पूरी होने के बाद अब इसे लागू कर दिया गया है।
मास्टर प्लान की बड़ी बात यह है कि अब शहर का विस्तार 5 लाख की आबादी के आधार पर 55 गांवो तक कर दिया गया है। ये 55 गांव रिंग रोड से जुड़े हैं जिन्हें शहर के निवेश क्षेत्र में शामिल किया गया हैं। इसके पूर्व के मास्टर प्लान में 24 गांवो को निवेश क्षेत्र बनाया गया था जो अब आठ साल पहले बनाए गए नगर निगम के 48 वार्डो का हिस्सा हैं। नगर निगम की वर्तमान आबादी करीब दो लाख के आसपास है।
नए मास्टर प्लान में शहर के लिए व्यवसायिक और ग्रीनलैंड की भूमि का चिह्नांकन कर शहर विकास के लिए 32 प्रकार की अनुमतियां का प्रावधान किया गया है। विकास के समग्र पहलू प्लान में शामिल है। इसमें मुख्य रूप से नगर की स्थिति ऐतिहासिक पृष्ठ भूमि के साथ ही क्षेत्रीय एवं उपक्षेत्रीय संदर्भों को शामिल करते हुए नगर विकास के क्रम में भू-आकृति, जलवायु, खनिज संपदा, नगर पालिका क्षेत्र के कार्यकलाप में अमृत योजना, नगरीय भूमि के आवासीय, वाणिज्य, मिश्रित और औद्योगिक, सार्वजनिक, आमोद-प्रमोद के साथ ही यातायात परिवहन सुविधा के लिए शहर की जमीनों का उपयोग निर्धारित किया गया हैं।
मास्टर प्लान में नगरीय विस्तार, गंदी बस्ती उन्मूलन, आवासों की आवश्यकता, सीबरेज, जलप्रदाय, अग्निशमन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के साथ सामाजिक संरचना को भी शामिल किया गया है। शहर के व्यापार और वाणिज्यिक विकास पर ध्यान केंद्रित कर मार्गो की चौड़ाई, तिराहा, चौराहा। सुधार, बस स्टॉप के अलावा आवासीय वाणिज्यिक और औद्योगिक विकास के लिए जमीन का चिह्नांकन किया गया है।
नए मास्टर प्लान में शहर में 10 मंजिला तक के बहु मंजिला भवन की अनुमतियां भी दी जा सकेगी। इसके अलावा फार्म हाउस, पेट्रोल पंप, शॉपिंग मॉल, सामुदायिक सुविधाएं, बगीचा विकास सहित नगरीय अधोसंरचना में अनेक प्रावधान भी है। जिसमें पर्यावरण और जल संरक्षण को भी शामिल किया गया है।
नए मास्टर प्लान में मौजूदा नगर निगम क्षेत्र के अलावा रिंग रोड से जुड़े 56 गांवों तक शहर का निवेश क्षेत्र बढ़ा है। इन गांवों में मानेगांव, डुंगरिया, झंडा, खापा मिठ्ठे, झिरलिंगा, लकड़ाई जम्होड़ी, सारना, अजनिया, सुरगी, कबाडिय़ा, पखडिय़ा, अमरवाड़ा, माल्हनवाड़ा, कुकड़ा चिमन, ,अर्जुनवाड़ी, मैनारी, जैतपुर, लिंगा, गाडरवाड़ा, सालीमेटा, खैरवाड़ा, गुरैया, कुंडाली, मोआदेही, मानेगांव सहित अनेक गांव शामिल किए गए है।
नगर पालिक निगम का कुल क्षेत्रफल 11 हजार 710 हेक्टेयर का है जो कि कुल निवेश क्षेत्र का केवल 44 प्रतिशत है। निवेश क्षेत्र सहित शहर का क्षेत्रफल नए मास्टर प्लान में 26 हजार 67 हेक्टेयर क्षेत्र का होगा।उपसंचालक नगर एवं ग्राम निवेश छिंदवाड़ा विनोद परस्ते ने बताया कि राज्य शासन ने 2035 तक के लिए छिंदवाड़ा नगर का मास्टर प्लान लागू कर दिया है। मास्टर प्लान उपग्रह से प्राप्त नक्शों और शहर के अध्ययन के साथ ही अमृत योजना प्रोजेक्ट को ध्यान रखते हुए तैयार किया गया है मास्टर प्लान लागू होने से शहरी क्षेत्र का दायरा बढेगा हाऊसिंग, इंडस्ट्रियलिस्ट प्रोजेक्ट के साथ ही रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और महानगरों की तर्ज पर शहर विकास का मार्ग खुलेगा।