मुकुन्द सोनी छिन्दवाड़ा – पांच साल की मासूम से रेप की घटना छिन्दवाड़ा पुलिस के लिए नासूर बन गई है इस मुद्दे पर सियासत भी गरम है औऱ जनता का गुस्सा भी फूट – फूट कर सड़को पर आ रहा है इसके पहले तक किसी मुद्दे पर जनता का ऐसा आक्रोश सामने नही आया था मासूम के दोषियों को सजा की मांग को लेकर अब तक दर्जन भर से ज्यादा प्रदर्शन शहर में हो चुके हैं समाज सेवी संगठन ,स्वयं सेवी संगठन से लेकर मीडिया ,अधिवक्ता और विविध स्थानों के स्थानीय जन के साथ ही युवा तक इस मुद्दे को लेकर पुलिस प्रशासन को घेरते नजर आए है
पुलिस ने मामले को दबाने की कोशिश की यह बड़ी गलती नही आरोपियों को बचाने की कोशिश के मामले में पुलिस प्रशासन कटघरे में है आरोपी दो युवक है औऱ इनमे एक आरोपी पुलिस कर्मी का बेटा है जिसके लिए ऐसी विवेचना की रचना कर दी गई कि वह कोर्ट से कुछ दिनों बाद निर्दोष साबित होकर बाहर आ जाएगा प्रकरण में आरोपी को फसाना -निकालना पुलिस की जांच और आरोपी पर ठोंकी गई धारा पर निर्भर करता है कुछ इसी फेर में पुलिस का इरादा तो मामले को मीडिया से दूर रखने का था इसमे वह कामयाब भी हो गई थी किन्तु मामला खुलते ही अब सवालों के घेरे में है सवाल खुलकर सामने है कि एक आरोपी तो दूसरा सह आरोपी क्यो दोनो पर अलग -अलग धाराएं क्यो जबकि पीड़ित मात्र 5 साल की है कानूनी दांव – पेंच से कोसों दूर है
ऐसे मामलों के लिए फ़ास्ट ट्रेक कोर्ट बनाए गए हैं जहाँ मामले की जल्द सुनवाई और सजा का ऐलान होता है किंतु क्या सजा ही सब कुछ है दो आरोपियों को सजा मिलने से क्या समाज मे दोबारा ऐसी घटनाएं होना बंद हो जाएंगी यह बड़ा सवाल है छिन्दवाड़ा पुलिस ने देर से ही सही पर मासूम की गुहार तो सुनी है उसकी सुनने वाला भी पुलिस वाला ही था जो उस मासूम को अस्पताल ले गया वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को खबर की फिर मामले में जांच शुरू हुई और आरोपी भी पुलिस वाले का बेटा ही था तो फिर क्या सवाल ही सवाल तो होंगे भला पुलिसवालों से कौन उम्मीद करता है कि ऐसा भी हो सकता है
मासूम से रेप केस के खुलासे के बाद से छिन्दवाड़ा सड़को पर है मासूम कौन है कहा है क्या वह सब कुछ कोर्ट को बता सकती है वह मासूम और उसकी माँ भी पुलिस सरंक्षण में नारी निकेतन में है क्योंकि उनके पास रहने का ठिकाना ना था पुलिस आरोपियों के खिलाफ कितनी सख्त विवेचना औऱ प्रमाण पेश करेगी यह आगे की प्रक्रिया है किंतु वर्तमान में पुलिस की इस मामले में किरकिरी तो हो रही है इस मामले में पुलिस यही कहना है कि आरोपी न्यायायिक हिरासत में है सुनवाई के लिए मामला कोर्ट में पेश किया जाएगा किन्तु इस मामले ने प्रमाणित कर दिया है कि छिन्दवाड़ा अब जागरूक है सियासतदार भले ही इसे सियासी मुद्दा बनाकर सरकार को घेरे किन्तु यह जागरुकता इस बात की है कि फिर कोई मासूम हवस के हैवानों की शिकार ना बने
बस स्टैंड चौक पर प्रदर्शन
इस मामले में रविवार को छिन्दवाड़ा के युवाओ ने हाथो में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया युवाओ ने बस स्टैंड की सड़क जाम कर दी पुलिस के खिलाफ नारे लगाए और आरोपियों को जल्द और सख्त सजा की मांग की युवाओ का कहना था कि आरोपियों को जेल में रखकर पाला ना जाए बल्कि जल्द सजा दिलवाई जाए ताकि मासूम को न्याय मिल सके यह मामला हर किसी को उद्धेलित कर रहा है इसमे सोशल मीडिया भी जागरूकता का बड़ा प्लेटफार्म बना हुआ है
नाबालिग के साथ दुष्कृत्य के दो मामले और ..
आखिर छिन्दवाड़ा में ये हो क्या रहा है अभी पांच साल की मासूम का यह प्रकरण चल ही रहा था कि दुष्कृत्य के दो आपराधिक प्रकरण और सामने आ गए हैं इनमे एक मामला फिर कुंडीपूरा थाना का ही है थाना क्षेत्र की कुसमेली मंडी में सुरक्षा गार्ड 28 साल के मुकेश पिता गंगा बंदेवार ने गांव की एक तेरह साल की नाबालिक को अपनी हवस का शिकार बनाया मामले में रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर उसे अरेस्ट कर न्यायालय में पेश किया जहां से आरोपी जेल पहुंच गया है
दूसरा मामला थाना मोहगाँव सौसर क्षेत्र का बताया गया जहाँ आरोपी ने नाबालिग का अपहरण कर दुष्कृत्य को अंजाम दिया है पुलिस ने रिपोर्ट पर नाबालिग को ढूंढ निकाला और आरोपी के खिलाफ अपहरण रेप और पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया है