पीड़ित की जान बचाने एस पी सहित पुलिस अधिकारियों ने सीखा सी पी आर देना
मेडिकल विशेषज्ञों ने दी निर्धारित ट्रेनिंग
छिन्दवाड़ा – एस पी विनायक वर्मा सहित जिले के पुलिस अधिकारियों ने आपात स्थिति में कार्डियक अटैक से पीड़ित व्यक्ति की जान बचाने के लिए बिना डॉक्टर स्वयं तत्काल किए जाने वाले प्रयास की विधि सी पी आर को सीखा भोपाल से आए मेडिकल विशेषज्ञ शनिवार को पुलिस लाइन में यह ट्रेनिंग देने आए थे जन सेवा और देश भक्ति पुलिस का मूल मंत्र है ड्यूटी के दौरान पुलिस को विविध हालातो का सामना करना होता है इस दौरान यदि कोई व्यक्ति कार्डियक अटैक से पीड़ित होता है और तत्काल मेडिकल मदद उपलब्ध कराने के हालात नही है तब जान बचाने यह विधि कारगर हो सकती है एस पी विनायक वर्मा ने इस अवसर पर कहा कि आपदा बताकर नही आती कब इसकी जरूरत पड़ जाए सी पी आर देना आपको आना चाहिए इस विधि से पहले भी अनेक लोगों की जान बचाई जा चुकी है सी पी आर स्पेशलिस्ट ने बताया कि सीपीआर का फुल फॉर्म कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन Cardiopulmonary resuscitation है। यह इमरजेंसी मेडिकल टेक्निक है जिसके जरिए किसी व्यक्ति की सांस या दिल के रुक जाने पर उसकी जान बचाई जा सकती है जब किसी व्यक्ति का दिल धड़कना बंद कर देता है, तो उसे कार्डिएक अरेस्ट होता है दिल का दौरा पड़ने पर सीपीआर देने के लिए डॉक्टर की जरूरत नहीं है आप इसे खुद दे सकते है. ह इसके लिए आपको सही तकनीक पता होना जरूरी है उन्होंने बताया कि सीपीआर में दबाव और कृत्रिम सांस का एक खास अनुपात होता है 30 बार छाती पर दबाव बनाया जाता है तो दो बार कृत्रिम साँस दी जाती है आप अपने दोनों हाथों की मदद से पीड़ित व्यक्ति की छाती के बीच एक मिनट में 100 से 120 बार तेजी से पुश करे हर एक पुश के बाद छाती को वापस अपनी सामान्य स्थिति में आने दें. सीपीआर की इस विधि को “हैंड्स-ओनली” कहा जाता है और इसमें व्यक्ति के मुंह में सांस देना शामिल नहीं होता है
दूसरी विधि में मुँह से साँस देना शामिल हैं इसमे पीड़ित के वायुमार्ग की जांच करें, बचाव के उसे अपने मुंह से सांसें दें और उन्नत चिकित्सा सहायता मिलने तक कंप्रेशन जारी रखें सीपीआर में मुख्य रुप से यही दो काम किए जाते हैं सांस देने को माउथ टु माउथ रेस्पिरेशन कहते हैं डॉ मनीष गठोरिया सहित विशेषज्ञ टीम ने यह ट्रेनिंग दी ट्रेनिंग में जिले के एस डी ओ पी ,थाना प्रभारी ,यातायात पुलिस आर आई सहित लाइन स्टाफ सहित महिला पुलिस अधिकारी भी मौजूद थी