इमलीखेड़ा एयर स्ट्रिप में नही बन पाएगा छिंदवाड़ा का एयरपोर्ट, एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने किया सर्वे
नये एयरपोर्ट के लिए तलाशनी होगी नई जगह
♦छिंदवाड़ा मध्यप्रदेश –
छिंदवाड़ा की इमलीखेड़ा स्थित हवाई पट्टी में केवल आठ सीटर प्लेन ही उतर सकते हैं। इस हवाई पट्टी को कमर्शियल स्वरूप देकर एयरपोर्ट नही बनाया जा सकता है। छिंदवाड़ा में एयरपोर्ट के लिए नई जगह तलाशनी होगी। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने सर्वे के बाद इमलीखेड़ा में एयरपोर्ट बनाने की संभावना से इंकार कर दिया है।
बुधवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी छिंदवाड़ा की इमलीखेड़ा हवाईपट्टी पहुंचे थे। इस हवाईपट्टी को बने करीब 30 साल हो चुके हैं। लोकनिर्माण विभाग ने चार साल पहले करीब 6 करोड़ का व्यय कर इसका रेनोवेशन भी कराया है।हवाईपट्टी लोक निर्माण विभाग के अंडर में है। लंबे समय से इसका एयरपोर्ट में उन्नयन करने का प्रस्ताव है ताकि छिंदवाड़ा को भी एयरपोर्ट मिल सके। महाराष्ट्र का नागपुर छिंदवाड़ा का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है। केंद्र सरकार की उड़ान योजना में छिंदवाड़ा में भी एयरपोर्ट बनाने को लेकर उठा- पटक हो रही है। इस योजना में हवाई संपर्क और यात्रा को बढ़ावा देकर व्यापार – व्यवसाय और पर्यटन में वृद्धि करने का है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया नागपुर के ए जी एम कमलेश सूर्यवंशी आज सर्वे टीम के साथ दिन भर इमलीखेड़ा हवाईपट्टी में सर्वे पर रहे है। इस दौरान लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भी उनके साथ मौजूद थे।सर्वे के बाद ए जी एम कमलेश सूर्यवंशी का कहना था कि इमलीखेड़ा हवाईपट्टी में कमर्शियल प्लेन नही उतारे जा सकते हैं।
इमलीखेड़ा हवाईपट्टी करीब 1.8 किलोमीटर लंबी है।इसकी चौड़ाई केवल 80 मीटर ही है। कमर्शियल प्लेन के लिए एयर स्ट्रिप करीब 300 मीटर चौड़ी होना चाहिए। इमलीखेड़ा एयर स्ट्रिप का चौड़ीकरण संभव नही है। यहां अधिकांश रेसिडेंस और कमर्शियल निर्माण हो चुके हैं। जिनकी संख्या डेढ़ सौ से ज्यादा है। इस वजह से इमलीखेड़ा एयर स्ट्रिप में कमर्शियल प्लेन के लिए विजिबिलिटी नही है। छिंदवाड़ा में एयरपोर्ट के लिए नई जगह की जरूरत होगी।
लोक निर्माण विभाग ने इमलीखेड़ा एयर स्ट्रिप को भोपाल की एक कंपनी को दस वर्ष के लिए लीज पर दे रखा है।कंपनी को यहां पायलट ट्रेनिग सेंटर के लिए यह लीज दी गई है।किन्तु कंपनी ने अब तक ऐसा – वैसा कुछ नही किया है।