आदिवासी विकास छिन्दवाड़ा के असिस्टेंट कमिश्रर को निलंबित कर किया जबलपुर अटैच, शासन स्तर पर होगी जांच
कन्या शिक्षा परिसर के छात्रावास में कक्षा नवमी की छात्रा ने लगा ली थी फांसी
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♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा के आदिवासी विकास विभाग के छात्रावास में एक आदिवासी छात्रा के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले में राज्य शासन ने बड़ा एक्शन लेते हुए विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर सत्येंद्र मरकाम को निलंबित कर दिया है। विभाग के मंन्त्री विजय शाह के आदेश पर उप सचिव मीनाक्षी सिंह ने यह कार्रवाई की है। इस प्रकरण में छात्रावास और कन्या परिसर की अधीक्षिका को भी दोषी माना गया है। इस प्रकरण की अब शासन स्तर पर जांच होगी।
छिन्दवाड़ा के धरम टेकड़ी परिसर में स्थित संयुक्त कन्या छात्रावास में 15 फरवरी को सुबह कक्षा नवमी की 13 वर्षीय छात्रा अनामिका पिता महमराम धुर्वे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस छात्रा की मौत की जांच कर रही है। अभी तक कोई कारण सामने नही आया है लेकिन छात्रा की मौत के बाद छात्रावास की छात्राओं में हड़कंप मच गया है। घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को अधिकांश छात्राओं ने छात्रावास छोड़ दिया है। छात्रावास खाली हो गया है।। इस छात्रावास में 78 छात्राएं निवास करती थी। इन छात्राओं को दूसरे छात्रावास में शिफ्ट किया गया है।
घटना को विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने अति गंभीर माना है। शुक्रवार को विभाग के मंन्त्री विजय शाह के आदेश पर उप सचिव मीणाक्षी सिंह ने असिस्टेंट कमिश्नर सत्येंद्र मरकाम को निलंबित कर दिया है। आदेश में कहा गया है कि सत्येन्द्र सिंह मरकाम, सहायक आयुक्त, जनजातीय कार्य विभाग छिन्दवाड़ा ने इस घटना की जानकारी मुख्यालय को तत्परता मे प्रेषित नहीं की। संयुक्त मीनियर कन्या छात्रावास अधीक्षिका इन्द्राणी बेनवंशी और महायक अधीक्षिका अभिलाषा माहू भी प्रकरण में दोषी माना गया है। इस मामले की शासन स्तर पर जांच होगी। छिन्दवाड़ा जिला मुख्यालय की आवासीय शिक्षण संस्थाओं का समुचित पर्यवेक्षण निरीक्षण नहीं किया जाता है। इस लापरवाही पर सत्येन्द्र सिंह मरकाम, सहायक आयुक्त, जनजातीय कार्य विभाग छिन्दवाड़ा को सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के विपरीत आचरण पर म.प्र. सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 (1) के प्रावधान में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय कार्यालय संभागीय उपायुक्त, जनजाति कार्य एवं अनुसूचित जाति विकास जबलपुर संभाग जबलपुर रहेगा।