रेलवे : ट्रायल के लिए छिन्दवाड़ा स्टेशन आई संघमित्रा सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेन
रेलवे का बड़ा जंक्शन बन सकता है छिन्दवाड़ा

♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
संघामित्रा सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेन का रेलवे ने छिन्दवाड़ा ट्रायल किया है।यह ट्रेन सोमवार को नागपुर से छिन्दवाड़ा होते हुए जबलपुर के लिए रवाना की गई है। रेलवे गतिविधि से लग रहा है कि यदि टाइमिंग फिट रही तो जुलाई माह से संघामित्रा छिन्दवाड़ा होते हुए जा सकती है। संघामित्रा के अलावा छिन्दवाड़ा रेलवे स्टेशन से यशवंतपुर एक्सप्रेस,अमरावती एक्सप्रेस ,सिकंदराबाद एक्सप्रेस ,तिरुपति स्पेशल ,एर्लाकुलम सुपर फास्ट ट्रेन का भी ट्रायल होना है।
रेलवे जबलपुर – नागपुर और इटारसी के बीच की आधा दर्जन ट्रेनों के रूट परिवर्तन की योजना पर कार्य कर रहा है इसमें जुलाई माह के अंत तक रेलवे नया टाइम टेबल जारी कर सकता है। रूट पर परिवर्तित करने से यात्रियों का समय भी बचेगा और रेलवे को भी फायदा होगा वर्तमान में ट्रेनों को बालाघाट – गोंदिया होते हुए जाने से 12 घंटे का समय लग रहा है जबकि ट्रेनों का रूट यदि जबलपुर से छिन्दवाड़ा होते हुए किया जाता है तो 12 की जगह केवल 5 घण्टे का ही समय लगेगा। नागपुर – जबलपुर को जोड़ने वाले छिन्दवाड़ा – नैनपुर ट्रैक के बनने से यह संभव हो पा रहा है। फिलहाल रेलवे के अधिकारी इस मामले में कुछ नही बोल रहे हैं किंतु छिन्दवाड़ा स्टेशन आई संघामित्रा सुपर फास्ट ट्रेन की ट्रायल इसकी गवाही दे रही है कि भबिष्य में छिन्दवाड़ा भी रेलवे का बड़ा जंक्शन होगा। इसमे जबलपुर ,नागपुर और इटारसी होते हुए आने – जाने वाली ट्रेनों का रूट बदलकर छिन्दवाड़ा होते हुए करने से ही छिन्दवाड़ा को बड़ा जंक्शन बनने का अवसर मिल पाएगा अन्यथा नही ।
बात ट्रेन क्रमांक 12295 – संघमित्रा सुपर फास्ट एक्सप्रेस की जाए तो यह ट्रेन कर्नाटक में बैंगलोर सिटी जंक्शन से शुरू होती है और बिहार में पाटलिपुत्र पटना जंक्शन पर समाप्त होती है। ट्रेन का नाम मौर्य साम्राज्य के सम्राट अशोक की बेटी के नाम पर रखा है, जो कभी पाटलिपुत्र का शासक था ।पाटिलपुत्र को ही अब पटना के नाम से जाना जाता है।
संघामित्रा सुपरफास्ट ट्रेन है । भारतीय रेलवे के दक्षिण पश्चिम रेलवे इसका संचालन करता है। पहले यह ट्रेन चेन्नई सेंट्रल से पटना जंक्शन के लिए हर मंगलवार और गुरुवार को दोपहर 1:30 बजे चलती थी। फिर 2005 में, ट्रेन को यात्रियों के लिए दैनिक किया गया यह ट्रेन 2 हजार 721 किलोमीटर की यात्रा 48 घंटे में पूरा करती है। है। दो रॉज्यो के बीच यात्रा में आसानी और त्वरित मार्ग के लिए इसे सभी प्रकार के यात्री पसंद करते हैं। ट्रेन कई शहरों और उनके बाहरी इलाकों से गुजरती है। ट्रेन बैंगलोर से सुबह 09:00 बजे शुरू होती है और अगली सुबह 09:20 बजे पाटलिपुत्र जंक्शन पहुँचती है। यह मार्ग के साथ 34 स्टेशनों पर रुकती है।
संघामित्रा के स्टेशनों में ,बेंगलुरु कैंट कृष्णनापुरम, बंगारपेट,जोलारपेट्टई काटपाडी जंक्शन, अराकोणम
चेन्नई सेंट्रल ,गुडुर जंक्शन ,नेल्लोर ,ओंगोल ,विजयवाड़ा जंक्शन ,वारंगल, रामगुंडम सिरपुर कागजनगर ,बल्हारशाह, चंद्रपुर ,सेवाग्राम, नागपुर,पांढुर्ना , बैतूल,घोड़ाडोंगरी ,इटारसी जंक्शन ,पिपरिया ,नरसिंहपुर ,जबलपुर, कटनी ,,सतना ,इलाहाबाद जंक्शन, मिर्जापुर ,मुगल सराय जंक्शन ,बक्सर ,आरा, दानापुर बिहार शामिल हैं।
रेलवे बोर्ड की योजना इस ट्रेन को नागपुर से छिन्दवाड़ा होते हुए जबलपुर करने की है जिसको लेकर वर्तमान में ट्रेन को ट्रायल पर लेकर टाइमिंग का अध्ययन किया जा रहा है। यह ट्रेन सुपर फास्ट है छोटे स्टेशनों पर नही रुकेगी ना ही इस ट्रेन में बिना रिजर्वेशन के सफर किया जा सकता है। ट्रेन का किराया भी काफी तगड़ा है। :यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेन में पेंट्री कार, ऑनबोर्ड कैटरिंग और यहां तक ई-केटरिंग जैसी सुविधाएं भी हैं।