रेलवे बोर्ड 18 मई को मंडला रेलवे स्टेशन से शुरू करेगा छिन्दवाड़ा – मंडला फोर्ट ट्रेन सेवा
छिन्दवाड़ा - नैनपुर ट्रेन का किया विस्तार , कम किया नैनपुर में तीन घंटे का हॉल्ट

♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
रेलवे बोर्ड अब छिन्दवाड़ा – मंडला फोर्ट ट्रेन शुरू करेगा। 18 मई को मंडला से ट्रेन का शुभारंभ होगा।ट्रेन का टाइम टेबल जारी कर दिया गया है। मंडला फोर्ट के लिए अलग से ट्रेन नही है बल्कि छिन्दवाड़ा – नैनपुर ट्रेन का ही विस्तार किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार छिन्दवाड़ा – नैनपुर ट्रेन क्रमांक 08271 का प्रतिदिन नैनपुर में 6 घंटे 45 मिनिट का हॉल्ट रहता है यह हॉल्ट अब 3 घण्टे 40 मिनिट का होगा।इस बीच ही यह ट्रेन प्रतिदिन मंडला फोर्ट जाएगी।इस तरह छिन्दवाड़ा – नैनपुर ट्रेन अब छिन्दवाड़ा – मंडला फोर्ट ट्रेन भी कहलाएगी। जारी टाइम टेबल के अनुसार छिन्दवाड़ा – मंडला फोर्ट ट्रेन प्रतिदिन नैनपुर से 11बजकर 45 मिनिट पर नैनपुर से रवाना होकर 12 बजकर 50 मिनिट पर मंडला पहुँचेगी और मंडला से 1 बजकर 15 मिनिट पर रवाना होकर 2 बजकर 20 मिनिट पर नैनपुर आएगी। नैनपुर में ट्रेन 3 घण्टे 40 मिनिट हाल्ट पर रहेगी और फिर शाम 6 बजे ट्रेन क्रमांक 08272 बनकर छिन्दवाड़ा के लिए रवाना होगी।मंडला फ़ोर्ट के शुरू होने पर छिन्दवाड़ा – नैनपुर ट्रेन की नियमित सेवा के समय मे कोई बदलाव नही किया गया है। छिन्दवाड़ा – नैनपुर के लिए टाइमिंग यथावत रहेगी।
बताया गया कि ट्रेन का शुभारंभ 18 मई को मंडला फोर्ट रेलवे स्टेशन से होगा ।मंडला के सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते करेंगे। इसकी तैयारी शुरू हो गई है ।छिन्दवाड़ा – मंडला फोर्ट का ट्रैक 182 किलोमीटरका है करीब 806 करोड़ की लागत से इसे तैयार किया गया है ।इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य पूरा होने और सी एस आर के बाद अब नैनपुर से मंडला के बीच की यह सेवा शुरू करने की कवायद चल रही है। रेलवे बोर्ड गत एक मार्च को ही छिन्दवाड़ा – मंडला फोर्ट ट्रेन को मंजूरी दे चुका है ।
इस ट्रैक के बीच 12 रेलवे स्टेशन मंडला फोर्ट, चिरई डोंगरी, नैनपुर ,केवलारी ,पलारी ,कान्हीवाड़ा , भौमा ,सिवनी ,पीपरडाही ,काराबोह ,झिलमिली,और 15 पैसेंजर हाल्ट में चौरई सहित 15 छोटे स्ट्रेशन है ।ट्रेक में 25 बड़े और 254 छोटे पुल बनाए गए हैं।छिन्दवाड़ा – मंडला फोर्ट रेलवे का सबसे पुराना नैरोगेज मार्ग था जिसे यूनिगेज योजना में शामिल कर ब्रॉडगेज में परिवर्तित किया गया है।इस मार्ग के ब्रॉडगेज में परिवर्तित होने से अब मध्यप्रदेश नैरोगेज रेलवे मार्ग से शत – प्रतिशत मुक्त हो गया है।