बड़चिचोली महाराष्ट्र बॉर्डर में छिन्दवाड़ा पुलिस ने पकड़े तीन तस्कर, जब्त किया ढाई करोड़ कीमत का “दो मुंहा सांप” और 12 नाखून वाला “कछुआ”
सौदा करने गए थे महाराष्ट्र लौटते समय पुलिस के हत्थे चढ़े
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
ढाई करोड़ कीमत का दुर्लभ दो मुहा साँप ” सेंडबुआ” और 12 नाखून वाला कछुआ के “तस्करो” को पकड़ने में छिन्दवाड़ा पुलिस को बड़ी सफलता मिली हैं। तस्कर इन वन्य जीवों को बेचने महाराष्ट्र गए थे और कोई “सौदागर” मिला नही तो वापस आ रहे थे कि “महाराष्ट्र बॉर्डर” पर पकड़ लिए गए। ये “तस्कर” कही और के नही बल्कि छिन्दवाड़ा जिले के ही “मोहगाँव” और “बड़चिचोली” के है। इन्होंने महाराष्ट्र से लगे मध्यप्रदेश की सीमा के मोहगाँव- पांढुर्ना के जंगल से ही यह सांप और कछुआ पकड़ा था।
कार्रवाई पर एस पी विनायक वर्मा ने “बड़चिचोली” चौकी प्रभारी सहित स्टाफ की ना केवल पीठ थपथपाई बल्कि पांढुर्ना पहुंचकर “मीडिया” से भी जानकारी साझा की और जब्त दुर्लभ जीव दिखाए।
जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह “बड़चिचोली” बॉर्डर पर एक बाइक एम पी -28 एन बी 3328 में सवार तीन लोगों को रोका गया। पीछे बैठे दो लोगो के पास दो बोरी थी।इनमे एक मे “सांप” और एक मे कछुआ था। देखते ही लगा कि ये तो दुर्लभ प्रजाति के है। जब पूछताछ की तो पता चला कि बोरी में बंद “सांप” की इंटरनेशनल कीमत करीब ढाई करोड़ और कछुआ की कीमत 50 हजार के करीब है। पुलिस ने तीनों आशिक पिता गणेश राऊत 18 साल, अजय पिता चिंतामन निहारे 27 साल मोहगाँव और बड़चिचोली निवासी श्री राम पिता ख़िरन लाल पटले को हिरासत में लेकर उनके पास से वन्य जीव जब्त कर लिए।
एस पी विनायक वर्मा ने बताया कि दुर्लभ प्रजाति का सांप ” रेड सेन्ड बोआ” है और कछुआ “इंडियन फ्लेप शेल टर्टल” है ।अवैध रूप से तस्करी के उद्देश्य से इन्हें रखना पाया गया। चौकी प्रभारी बड़चिचोली उपनिरीक्षक आशीष भीमटे ने गवाहों के समक्ष मौके पर उपरोक्त दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीवों की जब्ती की और आरोपियों को हिरासत में लिया है। तीनो के खिलाफ वन्य प्राणी अधीनियम में अपराध दर्ज किया गया है। जब्त वन्य जीवों की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में करीब “ढाई करोड़” बताई गई है।
उन्होंने बताया कि जांच के लिए वन विभाग की “एक्सपर्ट” टीम भी बुलाई गई है। कांफ्रेंस में एस डी ओ पी राकेश पेन्ड्रो सहित पांढुर्ना थाना प्रभारी और तहसीलदार भी मौजूद थे। कार्रवाई में बड़चिचोली चौकी प्रभारी आशीष भीमटे , आरक्षक पुष्पेंद्र सिंह,कपिल बघेल, निखिल उइके,अशोक, भानुप्रताप सीमा मरकाम का योगदान रहा।