छिन्दवाड़ा के गुलाबरा का गोलीकांड : गोली लगते ही अमन को मृत समझकर भाग गए थे दोस्त, देर रात आए थे लाश ठिकाने लगाने ,देखा सांसे चल रही है तो ले गए नागपुर
घटना के दो दिन बाद पुलिस ने दर्ज किया अपराध, दो युवक अरेस्ट, तीसरा फरार
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
आए थे लाश को ठिकाने लगाने जिंदा था दोस्त तो ले गए नागपुर के हॉस्पिटल। छिन्दवाड़ा के गुलाबरा गोलीकांड का यह सच चौकाने वाला है। यहां गली नम्बर -18 में किराए के मकान में रहने वाला अमन वर्मा देशी पिस्टल से चली गोली का शिकार हो गया था। ऑपरेशन के बाद अब खतरे से बाहर बताया गया है।
वह गुलाबरा में किराए के मकान में तीन दोस्तो संगीत वर्मा , जीतन वर्मा और राहुल वर्मा के साथ रहता था। तीनो दोस्त एक निजी फाइनेंस कंपनी में काम करते है। संगीत कक्षा 11 वी का स्टूडेंट है। 26 जुलाई को संगीत के स्कूल जाने के बाद अमन, राहुल और जीतन ने एक देसी पिस्टल निकाली। यह पिस्टल उनका एक और दोस्त अमरवाड़ा के छुई ग्राम का निवासी चंदू जंघेला लाया था। जिसे वह रूम में ही रखकर चला गया था। कमरे में तीनों दोस्त यह पिस्टल देख रहे थे कि अचानक पिस्टल का ट्रिगर दब गया और गोली अमन के सिर पर जा लगी। अमन लहूलुहान होकर बेहोश हो गया। उसके दोस्त राहुल और जीतन उसे मृत समझकर कमरे में उसे अकेला छोड़कर भाग गए।
दोनो ने यह खबर चंदू को दी फिर तीनो रात में कमरे में पहुंचे थे कि अब अमन की लाश को कैसे ठिकाने लगाना है नही तो मर्डर केस में जिंदगी तबाह हो जाएगी। लेकिन वे इस घटना के करीब 12 घण्टे बाद देर रात रूम में गए थे तो देखा कि अमन की सांसे चल रही है। तब तीनो ने मिलकर पुलिस को सूचना दिए बगैर नागपुर के एक निजी हॉस्पिटल ले गए। झा डॉक्टर्स ने ऑपरेशन कर अमन के सिर में फंसी गोली को निकाला है।
इधर राहुल ने अमन के परिवार जनों को खबर दी कि अमन का एक्सीडेंट हो गया है। उसे उपचार के लिए नागपुर लाए है। यह सब घटना को दो दिन हो चुके थे किसी को क्या पुलिस को भी खबर नही थी कि गुलाबरा में यह गोलीकांड हुआ है। जब अमन के परिजन नागपुर हॉस्पिटल पहुंचे तब डॉक्टर्स ने बताया कि अमन के सिर पर गोली लगी है तो परिवार जन चौक गए। तब अमन के भाई ने छिन्दवाड़ा आकर कोतवाली पुलिस को घटना की जानकारी दी।
कोतवाली पुलिस ने तत्काल एक्शन में आकर कमरे की तलाशी ली फोरेंसिक जांच कराई और पिस्टल कब्जे में लेकर आरोपियों के खिलाफ धारा 110 बी एन एस और 25 27 आम्स एक्ट में अपराध दर्ज कर राहुल वर्मा और जतिन को अरेस्ट किया है। चंदू अभी गिरफ्त से दूर है। पुलिस ने बारीकी से मामले की जांच की तब इस घटना का पूरी तरह खुलासा हुआ है । घटना के बाद तो अमन के दोस्त उसे मृत समझकर फरार हो गए थे और अपराध छिपाने के लिए उसकी लाश को ठिकाने लगाने की योजना में थे।
कोतवाली थाना प्रभारी उमेश गोलहानी ने बताया कि 26 जुलाई दोपहर की यह घटना है। 28 जुलाई को जानकारी लगते ही पुलिस ने एक्शन लिया। गगन स्थल का मुआयना किया और केस दर्ज कर दो युवकों को अरेस्ट किया है। घायल का नागपुर में इलाज चल रहा है।