नही रहे छिन्दवाड़ा की पत्रकारिता ,साहित्य और कवि जगत को राह दिखाने वाले राही, दिल्ली के वेंदाता हॉस्पिटल में राजेंद्र मिश्रा “राही” का निधन
दिल्ली से छिन्दवाड़ा लाया जा रहा पार्थिव देह, कल सोमवार को अंतिम दर्शन के बाद होगा अंतिम संस्कार
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
सतपुड़ा की माटी के लाल जिले के वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार, लेखक , कवि , मंच संचालक और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रेस सचिव “राजेन्द्र मिश्रा राही” का रविवार को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में रविवार को निधन हो गया। आज रात तक उनका पार्थिव देह दिल्ली से छिन्दवाड़ा लाया जाएगा और अंतिम संस्कार कल सोमवार को होगा। राजेन्द्र मिश्रा छिन्दवाड़ा जिले के पत्रकारिता जगत की बड़ी हस्ती थे। कविता और साहित्य उनकी रग – रग में बसा था। अपनी रचनाओं से उन्होंने कवि जगत में भी शीर्षस्थ पहचान कायम की थी। कवि के रूप में देश मे अपनी अलग पहचान स्थापित की थी। पिछले वर्ष उन्हें देश के सबसे बड़े कवि सम्मेलन ” टेपा” में भी आमंत्रित किया गया था। कवि सम्मेलन में मंच संचालन का उनके पास अदभुद हुनर था। अपने जीवनकाल में उन्होंने सैकड़ो कवि सम्मेलन संचालित किए। छिन्दवाड़ा के इतिहास की साक्षी हिंदी प्रचारिणी समिति के भी वे पदाधिकारी थे। समीति के साहित्यक आयोजनों की व्यवस्था वे ही सम्भालते थे।
अपने युवाकाल में उन्होंने छिन्दवाड़ा से ” जनमित्र” अखबार का लंबे समय तक प्रकाशन किया साथ ही ” “चाणक्य” अखबार में भी लंबे समय तक सम्पादक रहे। छिन्दवाड़ा जिला प्रेस क्लब का गठन से लेकर संयोजन उन्होंने किया था। लंबे समय तक वे प्रेस क्लब के अध्यक्ष रहे। इस दौरान उन्होंने जिले से लेकर आंचलिक पत्रकारिता को बढ़ावा देने के साथ ही पत्रकारों को एकता के सूत्र में पिरोया और उनकी भरपूर मदद भी की। उनकी कविताओ के एक नही अनेक रंग थे। काव्य रस के साथ वाकपटता के भी धनी थे। उनके लेखन और रचनाओ में आम आदमी के जीवन संघर्ष से लेकर देश की राजनीति के हाल बयां होते थे। हास्य और व्यंग के वे महारथी थे।उनकी सैकड़ो रचनाओं का प्रकाशन पत्र – पत्रिकाओं और समाचार पत्रों में होता था। पिछले करीब बीस सालों से वे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रेस सचिव थे। प्रेस प्रबन्धन का उन्हें मास्टर कहा जाता था। अपनी कार्यशैली से उन्होंने वह मुकाम खड़ा किया था कि कोई उनकी बराबरी नही कर पाया बल्कि उन्हें अपनी आलोचना का शिकार बनाता था। राजनीति में सबको संतुष्ट रख पाना संभव नही होता है मगर राजेन्द्र राही वो राह जानते थे कि हर किसी को कोई ना कोई राह जरूर बता देते थे।
पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। कुछ माह पहले ही उनकी आंखों के मोतियाबिंद का ऑपरेशन भी हुआ था। वर्तमान में उनके लीवर की समस्या का दिल्ली के वेदांता अस्पताल में उपचार चल रहा था। उनका भरा- पूरा परिवार है। पत्नी गीतांजलि गीत और पुत्री गौरी आकाशवाणी छिन्दवाड़ा में सेवाए देती हैं। पांच भाइयों में वे दूसरे नम्बर के भाई थे। पूर्वी बुधवारी में उनका पैतृक निवास है। भाई मदन मिश्रा, लल्लू मिश्रा, संजू मिश्रा और शैलू मिश्रा से उनका रिश्ता और सामंजस्य समाज परिवार के लिए प्रेरणा का विषय है कि लीवर खराब होने पर उनके छोटे भाई संजू मिश्रा ने उन्हें अपना लीवर दिया था। दो दिन पहले ही उनका लीवर ट्रांसप्लांट हुआ था। डेवलपमेंट प्रोसेस चल रही थी कि रविवार को छिन्दवाड़ा के इस सितारे ने 65 वर्ष की आयु में अंतिम सांसे ले ली। परिवार जनों के अनुसार एम्बुलेंस से उनका पार्थिव शरीर छिन्दवाड़ा लाया जा रहा है। अंतिम यात्रा सोमवार को सुबह 10.30 बजे पैतृक निवास राम मन्दिर बुधवारी बाजार से मोक्षधाम के लिए निकाली जाएगी।